जयपुर. रूप चतुर्दशी का पर्व महिलाओं के लिए बेहद खासा होता है, क्योंकि दीपावली की साफ सफाई में व्यस्त महिलाएं रूप चतुर्दशी पर खुद के लिए समय (Roop Chaturdashi festival in Jaipur) निकालती है. वहीं, रविवार को राजधानी जयपुर समेत पूरे प्रदेश में इस पर्व के दौरान महिलाएं रूप सज्जा में व्यस्त नजर आईं.
किसी ने घर पर उबटन लगाया तो किसी ने पार्लर में जाकर रूप निखारा. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर की कैद (Lord Krishna killed Narakasura) से 16 हजार महिलाओं को बचाया था. नरकासुर का संहार करते हुए भगवान ने उन महिलाओं को रूप, सौंदर्य और सतीत्व प्रदान किया था. यही वजह है कि रूप चतुर्दशी को नरक चतुर्दशी भी कहते हैं.
वर्तमान समय में नरक से तात्पर्य गंदगी, कमियों और सामाजिक कुरीतियों से है. दीपावली से पहले रूप चतुर्दशी को इन बुराइयों को दूर करने के विधान के रूप में मनाने की परंपरा है. यही वजह है कि आज के दिन महिलाएं घर की साफ के साथ ही खुद भी साज-शृंगार करती हैं. इस दौरान महिलाएं घर में उबटन के अलावा रूप सज्जा को आयुर्वेदिक सामग्रियों का इस्तेमाल करती है. लेकिन मौजूदा समय में कामकाजी महिलाएं अपनी खूबसूरती को निखारने के लिए ज्यादातर ब्यूटी पार्लर ही जाती है.
वहीं, रविवार को जयपुर की महिलाएं रूप चतुर्दशी को खास बनाने के लिए फेशियल, मैनीक्योर, पेडीक्योर से लेकर ब्राइडल मेकअप तक करवाते नजर आई. जयपुर के नारायण सिंह सर्किल स्थित है एक ब्यूटी पार्लर में मेकअप ले रही जयपुर राइट्स ने बताया कि दीपावली की साफ सफाई के बाद वो मेकअप के लिए यहां आई हैं. ऐसे में वो सजने संवरने के लिए हर्बल प्रोडक्ट को ही प्राथमिकता देती हैं, जबकि एक कामकाजी युवती ने बताया कि दो साल बाद दीपावली पर अलग रौनक देखने को मिल रही है. अब परिस्थितियां सामान्य हुई है, लिहाजा इस त्योहार को हम एंजॉय कर रहे हैं.
ब्यूटी एक्सपर्ट पूर्णिमा ने बताया कि कोरोना का प्रभाव अब खत्म हो चुका है. ऐसे में महिलाओं में इस त्योहार को लेकर उत्साह है और इस उत्साह के चलते उनकी डिमांड को ध्यान में रखते हुए मेकअप किया जा रहा है. हालांकि पहले घर में ही महिलाएं उबटन आदि लगा लिया करती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है. उन्होंने बताया कि महिलाएं बीते दिनों घर की साफ सफाई में भी जुटी रही. ऐसे में उनकी थकान उतारने के लिए बॉडी मसाज, बॉडी स्क्रबर से लेकर मैनीक्योर, पेडीक्योर भी करवाया जा रहा है. ताकि वो सज-धजकर दीपावली को सेलिब्रेट करें.