जयपुर. राजस्थान विधानसभा से बर्खास्त हुए मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को सोमवार को विधानसभा के पटल पर लाल डायरी लहराने, आरोप-प्रत्यारोप करने, स्पीकर से बदसलूकी करने और मंत्री शांति धारीवाल पर हमला करने की नियत के चलते 15वीं विधानसभा की शेष बची कार्यवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है. गुढ़ा के साथ ही भाजपा विधायक मदन दिलावर को भी 15वीं विधानसभा की शेष बची कार्यवाही से निलंबित किया गया है.
संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने यह प्रस्ताव रखते हुए कहा कि राजेंद्र गुढ़ा मुझे मारने के उद्देश्य से मेरी और बढ़े. गुढ़ा को अन्य कांग्रेस विधायकों ने रोका, अन्यथा कोई बड़ी घटना हो सकती थी. धारीवाल ने भाजपा विधायक मदन दिलावर के लिए भी कुछ इसी तरह के आरोप लगाए और उन्हें भी विधानसभा की शेष बची कार्यवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है. आपको बता दें कि आज जिस तरह से सदन में हंगामा हुआ, उसके चलते बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा पर यह अनुशासनहीनता के चलते कार्रवाई हुई है. 2 अगस्त को राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही फिर से शुरू होगी, लेकिन उसमें गुढ़ा और दिलावर शामिल नहीं हो पाएंगे.
भारी हंगामे के बीच तीसरी बार विधानसभा स्थगितः राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के लाल डायरी लहराने के बाद भाजपा के विरोध के चलते तीसरी बार स्थगित करनी पड़ी. दरअसल जो विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई, तो मणिपुर की घटना को लेकर संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने शासकीय संकल्प पढ़ना शुरू किया. लेकिन भाजपा विधायकों ने हंगामा जारी रखा. इस दौरान भाजपा विधायक मदन दिलावर, मंत्री शांति धारीवाल की कुर्सी पर पहुंच गए और उन्होंने धारीवाल को रोकने का प्रयास किया.
इस दौरान नाराज सीपी जोशी ने मार्शल को निर्देश दिए कि भाजपा विधायक मदन दिलावर को सदन से बाहर निकाल दिया जाए, लेकिन भाजपा विधायकों ने मदन दिलावर को अपने घेरे में ले लिया और उन्हें बाहर नहीं निकाला जा सका. इसी दौरान भारी हंगामे के चलते सीपी जोशी को विधानसभा आधे घंटे के लिए फिर स्थगित करनी पड़ी. लेकिन विधानसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बावजूद भी भाजपा विधायक मदन दिलावर को घेरे में लेकर विधानसभा में ही बैठे हैं और सदन में नारेबाजी कर रहे हैं.