जयपुर. प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग में सूचना सहायक के रिक्त पदों पर भर्ती होनी है. इसके लिए राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से 2730 पदों के आवेदन आमंत्रित किए गए हैं. जिसमें 1 लाख 45 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन भरा है. कर्मचारी चयन बोर्ड, जयपुर की ओर से 9 सितंबर को परीक्षा प्रस्तावित जरूर है, लेकिन तिथि फाइनल होने पर अभी भी संशय बरकरार है. बता दें कि इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव भी प्रस्तावित है, ऐसे में अभ्यर्थियों को इस बात की चिंता है कि कहीं ये भर्ती परीक्षा आचार संहिता की भेंट न चढ़ जाए.
राज्य सरकार सूचना सहायक के 2730 पदों पर भर्ती करने जा रही है. इसमें गैर अनुसूचित क्षेत्र के 2415 और अनुसूचित क्षेत्र के 315 पद निर्धारित किए गए हैं. बीते दिनों 27 जनवरी से 2 मार्च तक इच्छुक अभ्यर्थियों से ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए थे. जिसमें प्रदेश के 1 लाख 45 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. वहीं राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से सूचना सहायक के पदों पर भर्ती के लिए होने वाली लिखित परीक्षा की स्कीम और पाठ्यक्रम भी जारी किया जा चुका है. जिसमें 100 अंकों की लिखित परीक्षा और इसके बाद अभ्यर्थी की 15-15 मिनट की हिंदी -इंग्लिश टाइपिंग स्पीड का प्रैक्टिकल एग्जाम होगा.
लिखित परीक्षा में योग्यता परीक्षण, सूचना प्रौद्योगिकी में सामान्य जानकारी और कंप्यूटर के मूल सिद्धांतों को पूछा जाएगा. जबकि टाइपिंग स्पीड टेस्ट में कोई अंक नहीं दिए जाएंगे. योग्यता सूची लिखित परीक्षा के अंकों के आधार पर ही तैयार की जाएगी. लेकिन केवल वही अभ्यर्थी टाइपिंग का प्रैक्टिकल एग्जाम दे पाएंगे, जो योग्यता सूची में शामिल किए जाने के लिए पात्र होंगे. बता दें कि परीक्षा में सफल रहने वाले अभ्यर्थियों को सातवें वेतनमान के अनुसार पे मैट्रिक्स लेवल 8 और न्यूनतम वेतनमान ₹26,300 मिलेंगे. जबकि प्रोबेशन पीरियड में मासिक पारिश्रमिक राज्य सरकार के आदेशों के अनुसार देय होगा.
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हालांकि इस भर्ती परीक्षा को लेकर अब तक फाइनल डेट अनाउंस नहीं की गई है. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा के अनुसार परीक्षा 9 सितंबर को प्रस्तावित है. फाइनल डेट 1 महीने पहले ही जारी की जाएगी. ऐसे में अब परीक्षा में आवेदन कर चुके अभ्यर्थियों को ये चिंता सता रही है कि कहीं ये परीक्षा इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर लगने वाली आचार संहिता की भेंट न चढ़ जाए.