जयपुर. जिस तरह से फिल्मों में दिखाया जाता है कि भेष बदलकर शातिर बदमाश पुलिस व अन्य सुरक्षा एजेंसियों को गच्चा देकर उनके सामने से फरार हो जाता है और सुरक्षाकर्मी बदमाश को पहचान भी नहीं पाते हैं. ठीक इसी तरह की असमंजस की स्थिति राजस्थान पुलिस के लिए भी बनी हुई है.
ताज्जुब की बात तो यह है कि यहां पर शातिर बदमाश को भेष बदलने की भी आवश्यकता नहीं है, वह चाहे तो बड़ी आसानी से पुलिस व अन्य सुरक्षा एजेंसियों के सामने से सुरक्षित निकल सकता है. इसका सबसे बड़ा कारण है राजस्थान के मोस्ट वांटेड इनामी बदमाशों की फोटो तक राजस्थान पुलिस के पास नहीं होना.
जब ईटीवी भारत ने राजस्थान के मोस्ट वांटेड बदमाशों की उस सूची को खंगाला जो राजस्थान पुलिस ने अपनी वेबसाइट पर अपलोड की है तो यह चौंकाने वाली बात सामने आई कि महज 84 मोस्ट वांटेड बदमाशों की फोटो ही पुलिस के पास उपलब्ध है और शेष 1666 मोस्ट वांटेड बदमाशों की फोटो तक पुलिस के पास नहीं है.
मोस्ट वांटेड बदमाशों की सूची में ऐसे खूंखार बदमाश शामिल है जिन पर 100 रुपए से लेकर 50 हजार रुपए तक का इनाम सरकार के द्वारा घोषित किया जा चुका है. जहां एक और पुलिस मुख्यालय ने एटीएस और एसओजी की सहायता से राजस्थान के टॉप मोस्ट वांटेड 25 बदमाशों की सूची तैयार की है तो वहीं दूसरी ओर बदमाशों की फोटो तक पुलिस के पास नहीं होना अपने आप में कई बड़े सवाल खड़े करता है.
बात की जाए मोस्ट वांटेड खूंखार बदमाशों की सूची की तो उसमें शामिल मदन मोहन और सुनील मीणा पर 50-50 हजार रुपए का इनाम घोषित है और दोनों की ही फोटो पुलिस महकमे के पास उपलब्ध नहीं है. इसी तरह से सूची में कई खूंखार बदमाश शामिल हैं जिनकी फोटो पुलिस महकमे के पास नहीं है.
अब ऐसे में इन खूंखार बदमाशों को पुलिस कैसे ढूंढती है यह देखने की बात होगी. वहीं इस पूरे मामले पर पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि अब सभी पुलिस थानों में यह निर्देश दिए गए हैं कि जो भी खूंखार बदमाश गिरफ्तार किया जाए उसकी हर एंगल से फोटो जरूर खींची जाए.