जयपुर. सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस की नेता पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर खान घोटाले का आरोप लगा रहे हैं. वसुंधरा राजे को तो इस पूरे मामले में जबरदस्ती घसीटा जा रहा है. उनकी जानकारी में कुछ नहीं था. जैसे ही यह मामला सामने आया कि नीचे के अधिकारियों ने कुछ गड़बड़ी की है, उन्होंने उन टेंडरों को निरस्त कर दिया. कांग्रेस जबरन वसुंधरा राजे पर आरोप लगा रही है. जबकि वसुंधरा सरकार के वक्त तो खान घोटाले के मामले में कार्रवाई हुई और तत्कालीन आईएएस अशोक सिंघवी को जेल तक जाना पड़ा था. मीणा ने कहा कि पूरे मामले से वसुंधरा राजे को नहीं जोड़ रहा हूं. उनको इस पूरे मामले में जबरदस्ती नहीं घसीटना चाहिए.
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भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ें सचिन पायलटः सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने आगे कहा कि यह पूरा मामला स्पष्ट है कि किस तरह से फर्जी दस्तावेजों के जरिए काम हुआ है, भ्रष्टाचार का मामला है, लेकिन पता नहीं कुछ दिन पहले भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाने वाले पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट कहां छिप गए हैं. कल तक जोर-शोर से पायलट भ्रष्टाचार को लेकर बात कर रहे थे, लेकिन अब वो सामने तो आएं. पता नहीं कहां पर चले गए? वह तो आरोप लगाकर छिप गए हैं. अगर पायलट भ्रष्टाचार के खिलाफ है तो मैदान में आयें. भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़े.
जल जीवन मिशन फर्जीवाड़ाः वहीं दूसरी ओर जल जीवन मिशन के 48 प्रोजेक्ट में 20 हजार करोड़ के फर्जीवाड़े की शिकायत सीवीसी और अशोक नगर थाने पहुंची गई है. राज्यसभा सांसद किरोड़ी मीणा ने जलदाय विभाग के एसीएस सुबोध अग्रवाल और पीएचईडी मंत्री महेश जोशी पर आपसी मिलीभगत से 20 हजार करोड़ के घोटाला का आरोप लगाया है. मीणा ने कहा कि इन टेंडरों में फर्जी दस्तावेज जमा कराए गए हैं. कानूनी रूप से टेंडर के लिए बने नियमों की पालना नहीं की है. आरटीपीपी निमयों का उलंघन होने पर सीवीसी की अतिरिक्त सतर्कता आयुक्त शोभिला माथुर और अशोक नगर थाना इंचार्ज विक्रम सिंह राठौड़ को शिकायत दी है और मंत्री महेश जोशी और एसीएस सुबोध अग्रवाल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है.
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पूलिंग करके लूटा पैसाः किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि राजस्थान में जल जीवन मिशन के तहत पीएचईडी के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल और पीएचईडी मंत्री महेश जोशी ने मिलकर 48 प्रोजेक्टों में बीस हजार करोड़ का घोटालों किया है. डॉ. किरोड़ी मीणा ने कहा कि पीएचईडी विभाग की ओर से प्रदेश में जल जीवन मिशन के अंतर्गत अपनी चहेती दो फर्मों गणपति ट्यूबवेल कंपनी शाहपुरा और श्री श्याम ट्यूबवेल कंपनी शाहपुरा को विगत दो वर्षों में फर्जी अनुभव प्रमाण पत्रों के आधार पर एक हजार करोड़ से अधिक के टेंडर जारी किए हैं. इस तरह के 48 प्रोजेक्टों में 20 हजार करोड़ से ज्यादा का भ्रष्टाचार हुआ है.
भारत सरकार की इजाजत के बगैर हो रही है बंदरबांटः मीणा ने कहा कि सभी निविदाओं में बिड से पहले साईट विजिट का प्रावधान रखा गया था. जिससे कि बिड करने वाली फर्मों को पूलिंग का मौका मिल गया. इन दोनों फर्मों को पूलिंग के चलते लागत तीस से चालीस प्रतिशत तक बढ़ाने का मौका मिल गया. इस तथ्य को पीएचईडी विभाग की फाईनेंस कमेटी ने स्वीकृत भी कर दिया. भारत सरकार के पैसे से जल जीवन मिशन चल रहा है. नियमों में भारत सरकार की इजाजत के बिना राज्य सरकार पैसा नहीं खर्च कर सकती है, लेकिन राजस्थान सरकार बिना भारत सरकार से प्रस्ताव पास कराये पैसे का बंदरबांट किया जा रहा है.
आरटीपीपी नियमों का उलंघनः किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि टेंडर को प्रभावित करने के लिए साइट विजिट का नियम डाला. अधिकारियों को इस नियम की बजह से टेंडर पुलिंग करके करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया. टेंडरों में आरटीपीपी यानी राजस्थान ट्रांसपेरेंसी पब्लिक प्रोक्योरमेंट एक्ट का उलंघन किया गया है. जिसके चलते टेंडरों की जांच के लिए CVC की अतिरिक्त सतर्कता आयुक्त शोभिला माथुर को शिकायत दर्ज कराई है. साथ ही मांग करी है कि टेंडरों को निरस्त करते हुए अब तक जारी सभी 48 प्रोजेक्टों की जांच हो. इसके बाद किरोड़ी लाल मीणा अशोक नगर थाने पहुंचे. जहां पर उन्होंने मंत्री महेश जोशी और एसीएस सुबोध अग्रवाल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर शिकायत दर्ज कराई है.
मिली भगत के बीच नहीं हुई कार्रवाईः मीणा ने कहा कि इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड ने 22 मार्च 2023 और 6 अप्रैल 2023 को पीएचईडी विभाग के अधिकारियों को ई-मेल के द्वारा इस फर्जीवाड़े के बारे में शिकायत दी, लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत के चलते कोई कार्रवाई नहीं हुई. वहीं इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड ने विगत 7 जून, 2023 को अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल को भी पत्र लिखकर इस मामले के बारे में बताया, लेकिन यहां पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस मामले के पूर्व के तथ्यों को देखने और साफ पता चला कि पिछली 6 अक्टूबर 2021 से 24 नवंबर 2022 के मध्य 11 विभिन्न कार्यों के लिए 48 निविदाएं आमंत्रित की गई थी. जिसमें 20 हजार करोड़ का घोटाला है.
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मुख्यमंत्री जी आप बार-बार कहते हैं, की हमारे यहां हर FIR दर्ज होती है। मैं केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन में राजस्थान लोक उपापन में पारदर्शिता अधिनियम -2012 के सेक्शन -17 के उल्लंघन का मामला दर्ज कराने अशोक नगर थाने आया था एफ आई आर दर्ज नहीं हुई तो अब धरने पर बैठा हूं।@BJP4India pic.twitter.com/vuOoc4turP
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">मुख्यमंत्री जी आप बार-बार कहते हैं, की हमारे यहां हर FIR दर्ज होती है। मैं केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन में राजस्थान लोक उपापन में पारदर्शिता अधिनियम -2012 के सेक्शन -17 के उल्लंघन का मामला दर्ज कराने अशोक नगर थाने आया था एफ आई आर दर्ज नहीं हुई तो अब धरने पर बैठा हूं।@BJP4India pic.twitter.com/vuOoc4turP
— Dr.Kirodi Lal Meena (@DrKirodilalBJP) June 20, 2023मुख्यमंत्री जी आप बार-बार कहते हैं, की हमारे यहां हर FIR दर्ज होती है। मैं केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन में राजस्थान लोक उपापन में पारदर्शिता अधिनियम -2012 के सेक्शन -17 के उल्लंघन का मामला दर्ज कराने अशोक नगर थाने आया था एफ आई आर दर्ज नहीं हुई तो अब धरने पर बैठा हूं।@BJP4India pic.twitter.com/vuOoc4turP
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प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई तो थाने के बाहर धरने पर बैठे किरोड़ी : जल जीवन मिशन में घोटाले का आरोप लगाते हुए इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करवाने के लिए भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा अशोक नगर थाने पहुंचे. जहां पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज नहीं की तो वे थाने के बाहर धरने पर बैठ गए. उन्होंने ट्वीट किया, 'मुख्यमंत्रीजी आप बार-बार कहते हैं कि हमारे यहां हर एफआईआर दर्ज होती है. मैं केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन में राजस्थान लोक उपापन में पारदर्शिता अधिनियम -2012 के सेक्शन -17 के उल्लंघन का मामला दर्ज कराने अशोक नगर थाने आया था. एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो अब धरने पर बैठा हूं.'