जयपुर. प्रदेश में पहली बार आयोजित हो रही राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक खेलों की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन इस समय एसएमएस स्टेडियम पर हो रहा है. 16 अक्टूबर को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का उद्घाटन किया गया था. प्रतियोगिता के पहले दिन से ही खेलों में खिलाड़ियों की योग्यता को लेकर (Controversy in Jaipur Kabaddi Match) कई विवाद खड़े हुए तो वहीं बुधवार को एक बार फिर से खेलों में विवाद देखने को मिला.
जयपुर के एसएमएस के इंडोर हॉल में खेली जा रही कबड्डी प्रतियोगिता में उस समय विवाद देखने को मिला जब हनुमानगढ़ और जयपुर के बीच मुकाबला खेला जा रहा था. इस दौरान जयपुर टीम के एक खिलाड़ी को लेकर हनुमानगढ़ की टीम की ओर से आपत्ति जताई गई. लेकिन मौजूद ऑफिशियल की ओर से कोई ध्यान नहीं देने के चलते मैच पूरा हुआ और जयपुर की टीम को जीत हासिल हुई.
उसके बाद सेमीफाइनल मुकाबला जयपुर का सीकर की टीम से हुआ तो उसी खिलाड़ी को लेकर फिर से विवाद खड़ा हुआ. जिसके बाद सीकर की टीम ने खेलने से इनकार करते हुए जयपुर टीम को प्रतियोगिता से बाहर करने की मांग उठाई. मामला जब जांच कमेटी में गया तो जांच कमेटी की ओर से खेले गए खिलाड़ी को बाहरी होना पाए जाने के साथ ही हनुमानगढ़ टीम को विजेता घोषित करते हुए सेमीफाइनल मुकाबला हनुमानगढ़ और सीकर के बीच में करवाने का फैसला लिया गया.
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सीकर टीम के एक खिलाड़ी ने बताया कि जयपुर की टीम में जो एक खिलाड़ी खेल रहा था वो ना तो पंचायत स्तर पर खेला, ना ही ब्लॉक और ना ही जिला स्तर पर. सीधा उसको राज्य स्तर की प्रतियोगिता में उतारा गया. इसका जब विरोध किया तो उस खिलाड़ी ने भागने की कोशिश की. जिसके बाद हमारे खिलाड़ियों ने उस खिलाड़ी को पकड़ कर कमेटी के सामने पेश किया. वहीं, राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद के मुख्य खेल अधिकारी वीरेन्द्र पूनिया ने बताया कि जयपुर टीम में एक बाहरी खिलाड़ी के खेलने की शिकायत मिली थी. मामला जांच कमेटी में भेजा गया, जिसके बाद मामला सही पाया गया. इस पर एक्शन लेते हुए जयपुर की टीम को डिसक्वालीफाई किया गया.
हालांकि, जांच कमेटी की ओर से फैसले लेने के बाद भी सीकर टीम की ओर से सेमीफाइनल (Rajiv Gandhi Rural Olympic Games 2022) खेलने से इनकार किया गया. सीकर टीम ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब सेमीफाइलन में जयपुर की टीम को बाहर कर दिया गया है, तो ऐसे में अब उन्हें फाइनल में खेलने का ही मौका दिया जाए.