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जोबनेर कृषि विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह: स्मार्ट कृषि के लिए किसानों को किया जाए प्रेरित- कलराज मिश्र

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Published : Jan 21, 2022, 4:10 PM IST

Updated : Jan 21, 2022, 4:25 PM IST

श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर के चौथे दीक्षांत समारोह के दौरान राज्यपाल कलराज मिश्र (kalraj Mishra in Jobner Agricultural University Convocation) ने खेती को टिकाऊ और लाभदायक बनाने के लिए ‘स्मार्ट कृषि’ को बढ़ावा दिए जाने पर जोर दिया.

kalraj Mishra in Jobner Agricultural University Convocation
जोबनेर कृषि विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह

जयपुर. श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर के चौथे दीक्षांत समारोह शुक्रवार को आयोजित किया गया. समारोह में राज्यपाल कलराज मिश्र (kalraj Mishra in Jobner Agricultural University Convocation) ने खेती को टिकाऊ और लाभदायक बनाने के लिए ‘स्मार्ट कृषि’ को बढ़ावा दिए जाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि कृषि विश्वविद्यालयों को स्मार्ट के लिए मोबाइल एप्स भी तैयार करवाने चाहिए.

उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में कृषि शिक्षा को अधिकाधिक रोजगार परक, कौशल विकास से जुड़ी और उद्यमिता आधारित किया जाए. कृषि उद्यमों में छात्रों की अधिकाधिक भागीदारी होगी, तभी वे भविष्य में दूसरों को भी रोजगार देने के योग्य बन सकेंगें. उन्होंने कृषि शिक्षा में नवाचारों को बढ़ावा देते हुए खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े नवीन उद्यमों के लिए भी विद्यार्थियों को दक्ष किए जाने पर जोर दिया.

जोबनेर कृषि विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह

पढ़ें. Rajasthan University Convocation: स्वर्ण पदक हासिल करने वाले 113 विद्यार्थियों में 80 बेटियां, राज्यपाल बोले- आत्मनिर्भर भारत बनाना हो शिक्षा का उद्देश्य

राज्यपाल ने कृषि में मशीनीकरण के नवाचार अपनाने, खेती में ड्रोन तकनीक का उपयोग करने और विश्वविद्यालयों के एग्री-बिजनेस इन्क्यूबेशन सेंटर पर नवाचारी विचारों को अपनाने का भी आह्वान किया. विश्वविद्यालय में आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओें को पार्ट टाइम रोजगार के लिए सहायता, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से एमओयू आदि के लिए हो रहे प्रयासों की सराहना की.

इस दौरान पशुपालन विभाग मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि कृषि को जीविकोपार्जन से कहीं आगे ले जाकर विकसित किए जाने की जरूरत है. उन्होंने जलवायु परिवर्तन और कृषि अवरोध से जुड़े दूसरे कारकों को ध्यान में रखते हुए शोध कार्य करने पर जोर दिया. विश्वविद्यालय की ओर से तैयार ‘प्लांटेशन एलबम 2020-2021’ का भी विमोचन किया. भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक त्रिलोचन महापात्र को कृषि शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के लिए इस अवसर पर ‘डॉक्टर ऑफ साइंस’ की मानद उपाधि प्रदान की गई. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेएस संधु ने विश्वविद्यालय का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया. विद्यार्थियों को उपाधियां, पीएचडी और स्वर्ण पदक भी दिए गए.

जयपुर. श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर के चौथे दीक्षांत समारोह शुक्रवार को आयोजित किया गया. समारोह में राज्यपाल कलराज मिश्र (kalraj Mishra in Jobner Agricultural University Convocation) ने खेती को टिकाऊ और लाभदायक बनाने के लिए ‘स्मार्ट कृषि’ को बढ़ावा दिए जाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि कृषि विश्वविद्यालयों को स्मार्ट के लिए मोबाइल एप्स भी तैयार करवाने चाहिए.

उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में कृषि शिक्षा को अधिकाधिक रोजगार परक, कौशल विकास से जुड़ी और उद्यमिता आधारित किया जाए. कृषि उद्यमों में छात्रों की अधिकाधिक भागीदारी होगी, तभी वे भविष्य में दूसरों को भी रोजगार देने के योग्य बन सकेंगें. उन्होंने कृषि शिक्षा में नवाचारों को बढ़ावा देते हुए खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े नवीन उद्यमों के लिए भी विद्यार्थियों को दक्ष किए जाने पर जोर दिया.

जोबनेर कृषि विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह

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राज्यपाल ने कृषि में मशीनीकरण के नवाचार अपनाने, खेती में ड्रोन तकनीक का उपयोग करने और विश्वविद्यालयों के एग्री-बिजनेस इन्क्यूबेशन सेंटर पर नवाचारी विचारों को अपनाने का भी आह्वान किया. विश्वविद्यालय में आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओें को पार्ट टाइम रोजगार के लिए सहायता, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से एमओयू आदि के लिए हो रहे प्रयासों की सराहना की.

इस दौरान पशुपालन विभाग मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि कृषि को जीविकोपार्जन से कहीं आगे ले जाकर विकसित किए जाने की जरूरत है. उन्होंने जलवायु परिवर्तन और कृषि अवरोध से जुड़े दूसरे कारकों को ध्यान में रखते हुए शोध कार्य करने पर जोर दिया. विश्वविद्यालय की ओर से तैयार ‘प्लांटेशन एलबम 2020-2021’ का भी विमोचन किया. भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक त्रिलोचन महापात्र को कृषि शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के लिए इस अवसर पर ‘डॉक्टर ऑफ साइंस’ की मानद उपाधि प्रदान की गई. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेएस संधु ने विश्वविद्यालय का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया. विद्यार्थियों को उपाधियां, पीएचडी और स्वर्ण पदक भी दिए गए.

Last Updated : Jan 21, 2022, 4:25 PM IST

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