जयपुर. लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस ने राजस्थान में कमेटियों का गठन कर दिया है. हालांकि इस बार कांग्रेस ने कई कमेटियां ऐसी हैं जिनका गठन नहीं किया है, इसकी जगह उनके कामों को अन्य कमेटियों को सौंपा गया है.
विधानसभा चुनाव की तरह इस बार कांग्रेस ने ट्रांसपोर्ट कमेटी, प्रोटोकोल कमेटी और अनुशासन कमेटी का गठन नहीं किया है. इन तीनों कमेटियों की जगह कांग्रेस ने एक इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी का गठन दिया है जो ये सारे काम देखेगी. इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी ही लोकसभा चुनाव का मैनेजमेंट देखेगी. 8 सदस्यों वाली इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी में राजस्थान कांग्रेस उपाध्यक्ष मुमताज मसीह, संगठन महासचिव महेश शर्मा, सचिव प्रशांत शर्मा उपाध्यक्ष अर्चना शर्मा महासचिव गिरिराज गर्ग महासचिव सुशील शर्मा और सूरज खत्री को शामिल किया गया है.
इसी कमेटी के नीचे एक 17 सदस्यीय सब कमेटी भी बनाई गई है. जिसमें राजेश चौधरी, अरुण कुमावत, रूपेश कांत व्यास, राजेंद्र शर्मा, अखिलेश अत्री और विक्रम सिंह शेखावत को शामिल किया गया है. खास बात यह है कि इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी राजस्थान में पहली बार बनाई गई है जो चुनाव का पूरा मैनेजमेंट देखेगी. चाहे इसमें स्टार प्रचारकों के दौरे तय करना हो या उनके रहने खाने और पीने का इंतजाम.
इसी तरीके से इस कमेटी का सबसे अहम काम यह है कि चुनाव के दौरान विभिन्न लोक सभाओं से जो शिकायतें आती हैं उनको आलाकमान तक सीधे अवगत कराएगी ताकि यह तय हो सके कि जिन नेताओं की चुनाव में शिकायतें आ रही हैं उनकी पहले आला नेताओं के द्वारा समझाइश की जा सके और समझाइश के बावजूद नहीं मानने पर उन पर कार्रवाई की जा सके.
इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी वह सारे काम अकेले करने जा रही है जो पहले तीन कमेटियां मिलकर करती थी इसके साथ ही इस कमेटी का सबसे अहम काम होगा राजस्थान कांग्रेस का कंट्रोल रूम कब पूरी तरीके से मॉनिटरिंग करना. क्योंकि आमतौर पर देखा जाता था कि जो अलग-अलग कमेटियां बनती थीं उनके तमाम लोग एक साथ काम नहीं कर के अलग-अलग क्षेत्रों में चले जाते थे लेकिन अब जो यह कमेटी बनी है वह केवल इसी काम में लगेगी.