जयपुर. कांग्रेस पार्टी की सरकार राजस्थान में रिपीट कैसे हो और प्रदेश में एक बार कांग्रेस एक बार भाजपा की सरकार के क्रम को कैसे तोड़ा जाए? इसको लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा बीते 2 दिनों से कांग्रेस और कांग्रेस समर्थित विधायकों के साथ वन टू वन चर्चा कर रहे हैं. हालांकि अभी गुरुवार 20 अप्रैल को जयपुर और बीकानेर संभाग के कांग्रेस और कांग्रेस समर्थित विधायकों के साथ तीनों नेताओं की चर्चा बाकी है, लेकिन उससे पहले आज बुधवार के दिन कांग्रेस पार्टी के सभी पदाधिकारियों और प्रमुख नेताओं को जयपुर बुलाया गया है. प्रदेश की राजधानी जयपुर में इन सभी नेताओं के साथ सुबह 11बजे से बिड़ला ऑडिटोरियम में एक दिवसीय कार्यशाला होगी. जिसमें सरकार कैसे रिपीट हो और उसमें क्या ऐसे मुद्दे हैं जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है. उन पर गहलोत रंधावा और डोटासरा कांग्रेस कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद और चर्चा करेंगे.
2000 से ज्यादा नेताओं और पदाधिकारियों को निमंत्रम, पायलट पर होगी सबकी निगाहें
आज होने वाली एकदिवसीय कार्यशाला में राजस्थान के ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य और पदाधिकारी, प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी और सदस्य, सांसद और सांसद प्रत्याशी, पूर्व सांसद, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, पूर्व नेता प्रतिपक्ष, मंत्री, विधायक, विधायक प्रत्याशी, पूर्व विधायक, जिला कांग्रेस अध्यक्ष चारु अग्रिम संगठनों के प्रदेश और जिला पदाधिकारी, कांग्रेस पार्टी के विभाग और प्रकोष्ठ के अध्यक्ष, मंत्री, जिला प्रमुख, प्रधान, महापौर, सभापति, चेयरमैन, ब्लॉक अध्यक्ष और मंडल अध्यक्षों को बुलाया गया है.
आज जयपुर के बिरला ऑडिटोरियम में बुलाए गए नेताओं में कांग्रेस के लगभग सभी नेता, सरकारी पदों पर बैठे नेता और पदाधिकारी शामिल होंगे. हालांकि हर किसी की नजर इस बात पर है कि कांग्रेस विधायकों के फीडबैक कार्यक्रम में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के चलते शामिल नहीं हो सके राजस्थान कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट इसमें शामिल होंगे या नहीं? क्योंकि सचिन पायलट को भी इस कार्यक्रम में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के नाते शामिल होना है.