जयपुर: सवाई मानसिंह अस्पताल ने हड्डी और सॉफ्ट टिश्यू ट्यूमर सर्जरी के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की है. एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ दीपक माहेश्वरी ने बताया कि अस्पताल में करीब तीन महीने पहले डेडिकेटेड आर्थोपेडिक ऑन्कोलॉजी ऑपरेशन थियेटर शुरू किया गया था. ताकि मरीजों को समय पर इलाज मिल सके. तीन महीने पहले शुरू किए गए इस ऑपरेशन थियेटर में अब तक 100 सफल बोन ट्यूमर सर्जरी की जा चुकी है. एसएमएस अस्पताल अब एम्स, दिल्ली और टाटा मेमोरियल के समकक्ष खड़ा हो गया है.
डॉ दीपक माहेश्वरी ने बताया कि एसएमएस मेडिकल कॉलेज अब उन चुनिंदा संस्थानों में शामिल हो गया है जहां बोन और सॉफ्टटिश्यू ट्यूमर सर्जरी (ऑर्थो ओंको) होती है. सरकारी क्षेत्र में एसएमएस अस्पताल एकमात्र ऐसा अस्पताल है, जहां यह सुविधा उपलब्ध है. ऑर्थोपेडिक विभाग की ऑर्थो ओंको सर्जरी में विशेषज्ञता के कारण राजस्थान ही नहीं बल्कि पंजाब, गुजरात, हरियाणा, बिहार, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और पड़ोसी देश नेपाल और बांग्लादेश से भी मरीज अब बोन ट्यूमर सर्जरी के लिए एसएमएस अस्पताल आ रहे हैं.
मॉडल सेंटर बना: ऑर्थोपेडिक ओंको के विभाग अध्यक्ष डॉ आरसी बंसीवाल ने बताया कि पिछले 10 वर्षों में विभाग ने एक्स्ट्रा कॉर्पोरेयल रेडियोथेरेपी और रैम्प्लांटेशन, लिक्विड नाइट्रोजन का उपयोग, टोटल फीमर रिप्लेसमेंट, एल्बोइंडोप्रोस्थेसिस, पेल्विक ट्यूमर जैसी उन्नत सर्जरी तकनीकें अपनाई हैं. जिससे पूरे राजस्थान और निकटवर्ती राज्यों से मरीज यहां आ रहे हैं. इन नई डेडिकेटेड ऑपरेशन थिएटर सुविधाओं से मरीजों को समय पर और बेहतर इलाज उपलब्ध हो रहा है. उन्होंने बताया कि बोन कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. नए ऑपरेशन थिएटर में अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है, जिससे सर्जरी की सफलता दर में वृद्धि हो रही है.
उन्होंने कहा कि एसएमएस अस्पताल अब ऑर्थोपेडिक ऑन्कोलॉजी के क्षेत्र में एक मॉडल सेंटर बन गया है और इससे यह संस्थान जल्द ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक विशेष पहचान बना लेगा. अस्पताल के प्रवक्ता डॉक्टर मनीष अग्रवाल ने बताया कि नई डेडिकेटेड ऑपरेशन थिएटर की सुविधा से मरीजों को उच्चतम स्तर की चिकित्सा सेवा मिल रही है. इस सुविधा के माध्यम से मरीजों को तेजी से स्वस्थ होने में सहायता मिल रही है और सर्जरी के परिणाम अत्यधिक सफल रहे हैं.