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कोविड स्वास्थ्य सहायक और डॉक्टर के लिए अच्छी खबर: सीएम गहलोत ने दिए बकाया भुगतान जारी करने और समस्या के समाधान के निर्देश - good news for covid health assistant

कोरोना काल में लगाए गए स्वास्थ्य सहायक सेवाएं समाप्त होने के बाद विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए बकाया भुगतान जारी करने और इनकी समस्या समाधान के निर्देश जारी किए हैं.

सीएम अशोक गहलोत
सीएम अशोक गहलोत
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Published : Apr 1, 2022, 8:50 PM IST

जयपुर: कोरोना काल में लगाए गए स्वास्थ्य सहायक और डॉक्टर के लिए अच्छी खबर है. सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने विरोध प्रदर्शन के बीच इन सभी का बकाया भुगतान जारी करने और इनकी समस्या समाधान के निर्देश जारी किए हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन सभी की कोरोनावायरस के समय दी गई सेवाओं की तारीफ करते हुए कहा कि जल्द ही इनकी समस्या का समाधान किया जाएगा.

गहलोत ने किया ट्वीटः अस्थायी रूप से कोरोना काल में लगाए गए स्वास्थ्य सहायक की सेवाएं समाप्त होने के बाद प्रदेश भर में यह लोग विरोध कर रहे हैं. कोविड सहायकों के विरोध प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा कि कोविड-19 की महामारी की परिस्थति को देखते हुए 27,000 से अधिक कोविड स्वास्थ्य सहायक (CHA), नर्स ग्रेड-।।, प्रशिक्षित तथा 180 स्वास्थ्य कन्सलटेंट, MBBS डॉक्टर्स 31 मार्च 2022 तक अपनी सेवाएं संविदाकर्मी के रूप में दे रहे थे. 31 मार्च के बाद इनकी संविदा की अवधि समाप्त हो गई है . इनकी ओर से आज 'मुझे अपनी समस्याओं से अवगत कराया गया है . मैने बजट में भी इनके सराहनीय कार्य को देखते हुये इनके लिए घोषणा की थी'. संबंधित विभाग को इसी माह इनकी समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही स्वास्थ्य सहायक के बकाया वेतन के लिए भी 103 करोड़ रुपए और जारी किए गए हैं.

यह है पूरा मामला
दरअसल कोरोना काल के दौरान प्रदेश की गहलोत ने कोविड स्वास्थ्य सहायक और 180 डॉक्टर की सेवाएं अस्थाई तौर पर ली था. लेकिन अब कोरोना काल खत्म होने के साथ इन सभी को 1 अप्रैल से हटा दिया और इनका भुगतान भी बकाया चल रहा है. ऐसे में अपनी मांगो को लेकर शुक्रवार को कोविड सहायकों ने प्रदेश के कई जिलों में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए है. कोविड स्वास्थ्य सहायकों ने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगें नहीं मानेगी तब तक यह धरना जारी रहेगा . कोविड सहायकों ने कहा कि कोरोना काल के संकट में हम सभी कोविड सहायकों ने घर-घर जाकर वैक्सीनेशन किया था और विभाग-प्रशासन ने जो काम इन्हें बताया वो किया. लेकिन अब सरकार ने इनकी सेवा समाप्त कर दी है, जिस कारण से यह धरना दे रहे हैं. कोविड स्वास्थ्य सहायकों ने कहा कि यह धरना जब तक चलेगा तब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाती है.

पढ़ें: विद्युत निगम के अधिकारियों से मारपीट मामलाः सीआईडी सीबी पहुंची धौलपुर, 5 लोगों से की पूछताछ

विरोध के बीच भुगतान जारी करने के निर्देशः कोविड स्वास्थ्य सहायकों को अचानक हटाने और उनके भुगतान नहीं करने से नाराज कोविड स्वास्थ्य सहायकों ने राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन किया . इनके विरोध प्रदर्शन के बीच प्रदेश की गहलोत सरकार भी बैकफुट पर आ गई है . मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन सभी को भुगतान जारी करने के लिए दे दिए हैं. लेकिन इनकी नाराजगी अभी भी इस बात को लेकर ज्यादा है कि इनको अचानक सरकार ने कार्य सेवा से हटा दिया है . जब सरकार को जरूरत थी तब तो उन्होंने इन्हें रख लिया अब आवश्यकता खत्म हो गई और हमें अचानक घर कैसे भेज सकते हैं?.

जयपुर: कोरोना काल में लगाए गए स्वास्थ्य सहायक और डॉक्टर के लिए अच्छी खबर है. सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने विरोध प्रदर्शन के बीच इन सभी का बकाया भुगतान जारी करने और इनकी समस्या समाधान के निर्देश जारी किए हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन सभी की कोरोनावायरस के समय दी गई सेवाओं की तारीफ करते हुए कहा कि जल्द ही इनकी समस्या का समाधान किया जाएगा.

गहलोत ने किया ट्वीटः अस्थायी रूप से कोरोना काल में लगाए गए स्वास्थ्य सहायक की सेवाएं समाप्त होने के बाद प्रदेश भर में यह लोग विरोध कर रहे हैं. कोविड सहायकों के विरोध प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा कि कोविड-19 की महामारी की परिस्थति को देखते हुए 27,000 से अधिक कोविड स्वास्थ्य सहायक (CHA), नर्स ग्रेड-।।, प्रशिक्षित तथा 180 स्वास्थ्य कन्सलटेंट, MBBS डॉक्टर्स 31 मार्च 2022 तक अपनी सेवाएं संविदाकर्मी के रूप में दे रहे थे. 31 मार्च के बाद इनकी संविदा की अवधि समाप्त हो गई है . इनकी ओर से आज 'मुझे अपनी समस्याओं से अवगत कराया गया है . मैने बजट में भी इनके सराहनीय कार्य को देखते हुये इनके लिए घोषणा की थी'. संबंधित विभाग को इसी माह इनकी समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही स्वास्थ्य सहायक के बकाया वेतन के लिए भी 103 करोड़ रुपए और जारी किए गए हैं.

यह है पूरा मामला
दरअसल कोरोना काल के दौरान प्रदेश की गहलोत ने कोविड स्वास्थ्य सहायक और 180 डॉक्टर की सेवाएं अस्थाई तौर पर ली था. लेकिन अब कोरोना काल खत्म होने के साथ इन सभी को 1 अप्रैल से हटा दिया और इनका भुगतान भी बकाया चल रहा है. ऐसे में अपनी मांगो को लेकर शुक्रवार को कोविड सहायकों ने प्रदेश के कई जिलों में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए है. कोविड स्वास्थ्य सहायकों ने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगें नहीं मानेगी तब तक यह धरना जारी रहेगा . कोविड सहायकों ने कहा कि कोरोना काल के संकट में हम सभी कोविड सहायकों ने घर-घर जाकर वैक्सीनेशन किया था और विभाग-प्रशासन ने जो काम इन्हें बताया वो किया. लेकिन अब सरकार ने इनकी सेवा समाप्त कर दी है, जिस कारण से यह धरना दे रहे हैं. कोविड स्वास्थ्य सहायकों ने कहा कि यह धरना जब तक चलेगा तब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाती है.

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विरोध के बीच भुगतान जारी करने के निर्देशः कोविड स्वास्थ्य सहायकों को अचानक हटाने और उनके भुगतान नहीं करने से नाराज कोविड स्वास्थ्य सहायकों ने राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन किया . इनके विरोध प्रदर्शन के बीच प्रदेश की गहलोत सरकार भी बैकफुट पर आ गई है . मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन सभी को भुगतान जारी करने के लिए दे दिए हैं. लेकिन इनकी नाराजगी अभी भी इस बात को लेकर ज्यादा है कि इनको अचानक सरकार ने कार्य सेवा से हटा दिया है . जब सरकार को जरूरत थी तब तो उन्होंने इन्हें रख लिया अब आवश्यकता खत्म हो गई और हमें अचानक घर कैसे भेज सकते हैं?.

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