जयपुर. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 30 जून को उदयपुर आ रहे हैं. शाह के दौरे से पहले कन्हैयालाल हत्याकांड पर शियासत गर्म है. एक ओर हत्याकांड की बरसी पर बीजेपी के नेता पीड़ित परिवार से मिल कर गहलोत सरकार को घेर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ अमित शाह अपनी सभा मे इसे मुद्दा बनाते उससे पहले सीएम अशोक गहलोत ने केन्द्र सरकार को ही निशाने पर ले लिया. सीएम गहलोत ने केन्द्रीय गृह मंत्री से उदयपुर के कन्हैयालाल के हत्यारों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की अपील की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक ‘ओपन एंड शट’ प्रकृति का केस है, जिसमें घटनाक्रम के स्पष्ट सबूत मौजूद हैं. ऐसे केस में भी एक साल तक दोषियों को सजा न मिलना दुखद है.
एक साल बाद भी दोषियों को सजा नहीं : राज्य सरकार की कई दुष्कर्म और हत्या के मामलों में फास्ट ट्रायल कर आरोपियों को एक महीने के अंदर कोर्ट से फांसी की सजा दिलवाई है, लेकिन इस मामले अभी तक दोषियों को सजा नहीं हुई. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि इस जघन्य हत्या के बाद राजस्थान पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 4 घंटे के भीतर दोनों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और पूरे राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को सामान्य बनाए रखा. उसी रात केन्द्र सरकार की राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी (एनआईए) ने इस केस को अपने पास ले लिया था, क्योंकि संभवतः उन्हें इसके पीछे अंतरराष्ट्रीय साजिश होने का इनपुट मिला होगा.
राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद इन अपराधियों से प्रारंभिक पूछताछ कर ली थी. राज्य सरकार की एजेंसियों ने एनआईए को पूरा सहयोग किया है. एनआईए देश की प्रीमियर संस्था है, गृहमंत्री अमित शाह को एनआईए को जल्द से जल्द सजा दिलवाने के निर्देशित करना चाहिए. ऐसे मामले में कानून के दायरे में जल्द से जल्द सख्त सजा जनता में न्याय के प्रति भरोसा बढ़ाएगी.
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सरकार ने की मदद : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार ने संवेदनशीलता दिखाते हुए पीड़ित परिवार को हर संभव सहयोग की कोशिश की, परिवार आर्थिक तौर पर मजबूत हो इसके लिए 50 लाख की रुपए की राशि दी गई. इसके साथ ही दिवंगत कन्हैयालाल के दोनों पुत्रों को राज्य सरकार की ओर से सरकारी नौकरी दी गई है.