जयपुर. राजस्थान विधानसभा में गुरुवार को कार्य सलाहकार समिति की 34वीं बैठक की रिपोर्ट रखी गई. इसके अनुसार 10 फरवरी को राजस्थान का बजट पेश होगा और 16 फरवरी को मुख्यमंत्री बजट पर वाद-विवाद पर अपना जवाब रखेंगे.
विधानसभा में 3 फरवरी से 10 फरवरी को 11 बजे तक के लिए अवकाश रहेगा. 10 फरवरी को बजट पेश होगा. 11 और 12 फरवरी को विधानसभा में अवकाश रहेगा. 13, 14 और 15 फरवरी को बजट पर वाद-विवाद होगा और 16 फरवरी को अनुदान की मांगों पर मुखबन्द का प्रयोग होगा और 16 को ही शाम को मुख्यमंत्री बजट पर सरकार की ओर से जवाब रखेंगे. बजट से पूर्व सीएम कई मौकों पर कह चुके हैं कि इस बार का बजट युवाओं पर फोकस होगा.
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आरएलपी विधायक की मेड़ता सिटी को जिला बनाने की मांग: विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद-विवाद के दौरान आरएलपी विधायक इंदिरा देवी ने भी अपनी बात रखी. इस दौरान उन्होंने मेड़ता में 100 बेड का हॉस्पिटल, मेड़ता के लिए सीवर लाइन, पुलिस थाने की मांग तो रखी ही, इसके साथ ही उन्होंने मेड़ता को जिला बनाने के लिए विधानसभा में स्टीकर लहराते हुए मेड़ता को जिला बनाने की मांग रखी. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ब्यावर को जिला बनाती है, तो मेड़ता को उसमें शामिल नहीं करें.
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उर्दू, राजस्थानी या हिंदी से नहीं अंग्रेजी से बच्चे बनेंगे सशक्त: विधानसभा में कांग्रेस विधायक अमीन खान अक्सर अपनी ही सरकार के खिलाफ बात रख जाते हैं, हालांकि आज उन्होंने ऐसी कोई बात नहीं कही. उन्होंने अपने क्षेत्र में स्कूलों में खाली पड़े पदों को लेकर बात जरूर रखी. उन्होंने कहा कि उनकी विधानसभा शिव ऐसी है, जहां शिक्षकों के 700 से 800 पद खाली हैं. एक विधानसभा में अगर इतने पद खाली होंगे, तो वह अन्याय ही कहलाएगा. उन्होंने कहा सरकार बीएड और बीएसटीसी किए हुए बच्चों को वहां लगाए. उन्होंने प्रदेश में राजस्थानी भाषा को मान्यता की मांग पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि चाहे हम उर्दू का पक्ष लें या संस्कृत का, लेकिन इससे बच्चे मजबूत नहीं होंगे. बच्चे मजबूत अंग्रेजी शिक्षा से ही होंगे. यह शिक्षा कांग्रेस सरकार महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूलों के जरिए दे रही है.