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Budget Live Telecast : छात्रों को मिले कई नए एजुकेशन इंस्टिट्यूट, हॉस्टल और खिलाड़ियों को मिले स्टेडियम - Rajiv Gandhi Innovations Challenge

राज्य सरकार ने अपने वर्तमान कार्यकाल के आखिरी बजट को युवा और छात्रों को समर्पित बताते हुए नए कॉलेज, स्कूल, छात्रावास, संस्कृत कॉलेज, आईटीआई और खिलाड़ियों के लिए नए स्टेडियम खोलने की घोषणा की है. बजट भाषण का पहली मर्तबा कॉलेज-यूनिवर्सिटी में लाइव प्रसारण किया गया.

Budget Live Telecast
बजट का लाइव प्रसारण
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Published : Feb 10, 2023, 8:53 PM IST

किसने क्या कहा, सुनिए...

जयपुर. प्रदेश में युवाओं को अपना Startups स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करने और आवश्यक सहायता उपलब्ध करवाने की दृष्टि से आगामी वर्ष 75 करोड़ रुपये की लागत से ग्रामीणों और स्कूल के विद्यार्थियों के लिए चयनित विद्यालयों/महाविद्यालयों में I-Start लॉन्चपैड नेस्ट की स्थापना और संचालन किया जाएगा. Rajiv Gandhi Innovations Challenge के अन्तर्गत प्रथम Award की राशि को 2 करोड़ से बढ़ाकर 5 करोड़ रुपये करने के साथ ही 35 करोड़ रुपये राशि के कुल 100 पुरस्कार दिए जाने प्रस्तावित हैं.

इसके साथ ही जनजाति क्षेत्र के युवाओं के लिए गोविन्द गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय, बांसवाड़ा में Incubation and Innovation Centre स्थापित किया जाना प्रस्तावित है. वहीं, युवाओं में वैज्ञानिक सोच और Scientific Temper को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जयपुर, जोधपुर और उदयपुर के Science Parks/Centres का विकास करते हुए इनमें IT, Nuclear Energy, खनिज सम्पदा, वन और पर्यावरण विषयों पर नई Galleries शुरू की जाएगी. इन पर 30 करोड़ रुपये व्यय होंगे.

पढ़ें : Rajasthan Budget 2023: गहलोत सरकार के बजट में हर वर्ग के लिए कुछ खास, मिशन 2023 के लिए 7 करोड़ जनता को साधने का प्रयास

जबकि जोधपुर, कोटा और उदयपुर में लगभग 10-10 करोड़ रुपये की लागत से Planetariums का निर्माण करवाया जाएगा. सीएम अशोक गहलोत ने बजट में राजस्थान ILD Skills University का नाम विश्वकर्मा Skill University किया जाना प्रस्तावित है. इसके अलावा प्रदेश में उच्च शिक्षा के विस्तार के लिए राजकीय महाविद्यालय और कन्या महाविद्यालय खोले जाएगे.

राजकीय महाविद्यालय : नांद (पुष्कर), बड़ाखेड़ा (टाडगढ़), पीसांगन - अजमेर, परतापुर (गढ़ी)-बांसवाड़ा, सिसवाली-बारां, अंटाली (हुरड़ा), फूलिया कलां, हमीरगढ़-भीलवाड़ा. गोलिया जैतमाल (नौखड़ा). गिड़ा (बायतू)-बाड़मेर, मोमासर (श्रीडूंगरगढ़), गोडू (बज्जू)-बीकानेर, तालेड़ा-बूंदी, कल्लावास (लालसोट) - दौसा, बीरमाना (सूरतगढ़), लालगढ़ जाटान (सादुलशहर) - श्रीगंगानगर, संगरिया, पल्लू (नोहर)-हनुमानगढ़, जगतपुरा, जयसिंहपुरा खोर-जयपुर, मोहनगढ़, नाचना- जैसलमेर, असनावर झालावाड़. कैलाश नगर-सिरोही, बागोड़ा (भीनमाल) - जालोर और बड़गांव, वल्लभनगर-उदयपुर.

कन्या महाविद्यालय : बहादुरपुर, नारायणपुर-अलवर, रूदावल (रूपबास), नदबई, सीकरी (नगर), कामां, निठार (वैर)-भरतपुर, शाहपुरा-भीलवाड़ा, नापासर, मुरलीधर व्यास नगर-बीकानेर, गलियाकोट-डूंगरपुर, बुड्ढा जोहड़ (रायसिंहनगर), पदमपुर -श्रीगंगानगर, परसरामपुरा (नवलगढ़) - झुंझुनूं, लूणावास भाखर (लूणी)-जोधपुर, नादौती-करौली, डेगाना-नागौर, रानी (मारवाड़ जंक्शन) - पाली, अजीतगढ़- सीकर और पीलीबंगा - हनुमानगढ़.

वहीं, उच्च शिक्षा में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण और शोध संवर्द्धन की दिशा में राजकीय महाविद्यालयों के शिक्षकों को देश-विदेश के प्रतिष्ठित संस्थानों में Research और Training की सुविधा उपलब्ध कराने की दृष्टि से Teachers' Interface for Excellence (TIE) कार्यक्रम शुरू किया जाना प्रस्तावित है. इसके अंतर्गत आगामी वर्ष 500 शिक्षकों का चयन किया जाएगा.

उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शैक्षणिक सुधार एवं Orientation हेतु जयपुर में Faculty Development Academy स्थापित की जाएगी. इस पर 20 करोड़ रुपये खर्च किये जाएगे. इसके साथ ही राज्य में तकनीकी शिक्षा के विस्तार हेतु पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों में विभिन्न ब्रांच और पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे. वहीं, प्रदेश के युवाओं के शैक्षणिक विकास और उनको तकनीकी क्षेत्र में अधिक से अधिक आत्मनिर्भर, रोजगारोन्मुखी बनाने की दृष्टि से नवीन आईटीआई खोले जाने के साथ-साथ विभिन्न ट्रेड शुरू किए जाएंगे.

पॉलिटेक्निक महाविद्यालय : बारां एवं बीकानेर में केमिकल ब्रांच, महिला पॉलिटेक्निक महाविद्यालय, अजमेर और जोधपुर में फैशन डिजाइन, फाइन आर्ट्स विषयों में स्नातक पाठ्यक्रम, अलवर, बांसवाड़ा, बारां, बाड़मेर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, चूरू, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालोर, झालावाड़, झुंझुनू, करौली, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, राजसमंद, सीकर, सिरोही, श्रीगंगानगर, सवाई माधोपुर और टोंक के राजकीय सहशिक्षा (Co-Ed.) पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों में Non-Engineering शाखा शुरू की जाएगी.

नवीन आईटीआई : हरसोली (किशनगढ़ बास)-अलवर, पूगल (खाजूवाला) श्रीकोलायत बीकानेर, नैनवां (हिण्डोली) बूंदी रामसागड़ा-डूंगरपुर, अणवाणा (औसियां)- जोधपुर, नोहर -हनुमानगढ़, मोहनगढ़ - जैसलमेर, गंगापुर सिटी-सवाई माधोपुर, धोद, नीमकाथाना सीकर एवं भटेबर- उदयपुर में आईटीआई खोली जाएगी. भिवाड़ी- अलवर खेतड़ी-झुंझुनूं, शाहपुराजयपुर बालोतरा - बाड़मेर, नाथद्वारा - राजसमंद, रतनगढ़-चूरू और अनूपगढ़ -श्रीगंगानगर के साथ ही प्रत्येक जिला मुख्यालय पर भी एक ITI को सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जाएगा. इस पर लगभग 90 करोड़ रुपये का व्यय होगा.

संभागीय मुख्यालयों के ITIs में Remotely Piloted Aircraft और Drone Pilot ट्रेड शुरू किए जाएंगे. साथ ही, जिला मुख्यालयों पर संचालित ITIs में Solar Technician ट्रेड प्रारम्भ किया जाएगा. इस पर 25 करोड़ रुपये व्यय होंगे. ITI भीलवाड़ा, जालोर सिरोही, किशनगढ़-अजमेर और राजसमंद में माईनिंग ट्रेड तथा महिला ITI -अजमेर अलवर, भीलवाड़ा, उदयपुर, टोंक और आरआई केन्द्र, जयपुर, जबकि बेसिक ट्रेनिंग सेंटर, कोटा में इलेक्ट्रिक ट्रेड शुरू किए जाएंगे. इन पर लगभग 16 करोड़ रुपये खर्च होंगे. ITI - अलवर में मैकेनिक और प्लास्टिक प्रोसेसिंग ऑपरेटर, चित्तौड़गढ़ में ड्राफ्ट्समैन (सिविल), फायर टेक्नोलॉजी, इन्डस्ट्रियल सेफ्टी मैनेजमेंट और निवाड़ी- अलवर में रेफ्रिजरेशन- एवरकण्डीश्नर टेक्नीशियन और टर्नर के ट्रेड शुरू किए जाएंगे.

प्रदेश के मेधावी छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रोत्साहित करने की दृष्टि से National Talent Search Exam (NTSE) की तर्ज पर दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए Rajasthan Talent Search Exam (RTSE) Scholarship शुरू होगा. इसके अन्तर्गत 10 हजार मेधावी विद्यार्थियों को Scholarship दी जाएगी. वहीं, आगामी वर्ष में भी इस वर्ष की भांति प्रदेश के समस्त राजकीय विद्यालयों के कक्षा 8 तक के विद्यार्थियों को निःशुल्क school uniform दिए जाने की घोषणा की. इस पर लगभग 560 करोड़ रुपये व्यय होंगे.

प्रदेश में स्कूली विद्यार्थियों की अध्ययन सुविधा का विस्तार करने की दिशा में :

  1. प्रदेश में 100 नवीन प्राथमिक विद्यालय खोले जाने के साथ ही 300 विद्यालयों को क्रमोन्नत किया जाएगा और 300 विद्यालयों में नवीन विषय खोले जाएंगे.
  2. राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कम्प्यूटर विज्ञान को ऐच्छिक विषय के रूप में लिए जाने का विकल्प दिया जाएगा.
  3. प्रत्येक ब्लॉक मुख्यालय पर एक-एक उच्च माध्यमिक विद्यालय में चारों संकाय-कला, वाणिज्य, विज्ञान और कृषि की सुविधा उपलब्ध करवायी जानी प्रस्तावित है.
  4. राजकीय विद्यालयों में आधारभूत ढांचे के सुदृढ़ीकरण और सुविधाओं के विस्तार के लिए प्रदेश के 358 शैक्षणिक ब्लॉकों पर विशेष आवश्यकता वाले (Specially Abled) विद्यार्थियों के लिए Learning Aid सामग्री युक्त संदर्भ कक्षों का निर्माण करवाया जाएगा. इस के लिए 40 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
  5. विद्यालयों में आधारभूत संरचनाओं (classrooms, labs, शौचालयों) के निर्माण और जर्जर भवनों के repair आदि के 200. करोड़ रुपये की लागत से कार्य करवाये जाएंगे.
  6. आगामी वर्ष में शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में एक-एक हजार महात्मा गांधी English Medium स्कूल और खोले जाएंगे. साथ ही, जिन विद्यालयों में 200 से अधिक विद्यार्थी अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा प्राप्त करना चाहेंगे, वहां भी प्राथमिकता से English Medium Wing शुरू की जाएगी.

प्रदेश में विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के लिए छात्रावास और आवासीय विद्यालय खोले जाएंगे : ब्यावर-अजमेर, मालाखेड़ा-अलवर, भवानी मंडी-झालावाड़, गंगापुर सिटी सवाई माधोपुर सूरतगढ़ श्रीगंगानगर, रायपुर, पाली, प्रतापगढ़ व कानोड़-उदयपुर में सावित्री बाई फूले कन्या छात्रावास खोले जाएंगे. इन पर लगभग 20 करोड़ रुपये व्यय होंगे. उमरेण- अलवर, प्रतापनगर-जयपुर व निवाई- टोंक में देवनारायण बालक छात्रावास और मानसरोवर-जयपुर में बालिका छात्रावास खोले जाएंगे.

कल्याणपुर (पचपदरा )- बाड़मेर, जैतासर (सरदारशहर) - चूरू और श्रीगंगानगर में अनुसूचित जाति बालक छात्रावास, नारायणपुर -बांसवाड़ा, शाहबाद (किशनगंज)-बारां, हीगलाट प्रतापगढ़ व सरमथुरा (बसेड़ी) - धौलपुर में जनजाति छात्रावास तथा बिलिया बडगमा (सागवाड़ा)- डूंगरपुर में जनजाति बालिका छात्रावास खोले जाएंगे. साथ ही, श्रीपुरा (देवली)-टॉक, चिखली-डूंगरपुर एवं सवाई माधोपुर में अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय तथा रावतभाटा चित्तौड़गढ़ में अनुसूचित जाति आवासीय विद्यालय खोला जाएगा.

प्रदेश में संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बूंदी, बारां, झालावाड़, करौली, भीलवाड़ा, नागौर, टोंक, पाली, सिरोही जालोर जैसलमेर, बाड़मेर चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में संस्कृत महाविद्यालय शुरू किए जाएंगे. इससे समस्त जिलों में संस्कृत महाविद्यालय स्थापित हो जाएंगे. साबूवाना (टिब्बी)- हनुमानगढ़ में संस्कृत महाविद्यालय एवं मारवाड़ (मुण्डवा) नागौर में शास्त्री स्तर का राजकीय महाविद्यालय खोला जाएगा. साथ ही, राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय, हमीरगढ़-भीलवाड़ा को शास्त्री स्तर पर क्रमोन्नत किया जाएगा. संस्कृत महाविद्यालयों एवं विद्यालयों के नवीन भवन अतिरिक्त कक्षा कक्ष के निर्माण तथा जीर्णोद्धार के लिए लगभग 20 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.

वैदिक संस्कृति के प्रोत्साहन एवं संरक्षण के लिए राज्य के 19 जिलों में वेद विद्यालय खोले गए और वर्ष 2021-22 में बांसवाड़ा में वेद विद्यापीठ की स्थापना की गयी. इसी कड़ी में अब शेष जिलों-जोधपुर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, बाड़मेर, टोंक, सिरोही, पाली, प्रतापगढ़, अलवर, राजसमंद, बारां और जालोर में भी वेद विद्यालय खोले जाने प्रस्तावित हैं.

युवा खिलाड़ियों को ये मिला :

  1. प्रदेश के राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के पदक विजेताओं को out of turn policy के तहत अब तक 229 युवाओं को 7 विभागों में नियुक्तियां प्रदान की है. भविष्य में पदक विजेता अपने खेल विशेष में युवाओं को भी प्रशिक्षित कर सकें, इसके लिए इन्हें खेल विभाग में वरिष्ठता अनुरूप नियुक्ति दिया जाना प्रस्तावित है.
  2. मेजर ध्यानचंद योजना के तहत स्टेडियम निर्माण के लिए 25 लाख रुपये की राशि MLA फंड/CSR से दिए जाने पर 25 लाख रुपये की matching grant राज्य सरकार की ओर से दिए जाने का प्रावधान है. इस matching grant की सीमा को बढ़ाकर एक करोड़ रुपये करने की घोषणा की गई.

प्रदेश में उच्च स्तरीय खेल सुविधायें उपलब्ध कराने के उद्देश्य से खेल स्टेडियम और खेल अकादमी स्थापित करने के साथ-साथ विभिन्न खेल सुविधायें विकसित की जायेंगी :

खेल स्टेडियम : अरणोद-प्रतापगढ़, कठूमर थानागाजी, कोटकासिम (किशनगढ़ बास) - अलवर, कुशलगढ़-बांसवाड़ा, अटरू-बारां, देई (हिण्डोली)- बूंदी, नदबई - भरतपुर, सरदारशहर -चूरू, मण्डावर (महुवा)- दौसा, बाड़ी, सैपऊ राजाखेड़ा- धौलपुर, जमवारामगढ़-जयपुर, मलसीसर (मंडावा)-झुंझुनूं, बिलाड़ा, पीपाड़, बालेसर-जोधपुर, डेगाना, लाडनूं नागौर, जैतारण, सुमेरपुर - पाली, बाटोदा (बामनवास)- सवाई माधोपुर, दांतारामगढ़-सीकर, रानीवाड़ा-जालोर, झौथरीपाल-डूंगरपुर और सिवाना - बाड़मेर.

भरतपुर में स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स बनाया जाएगा, साथ ही, सार्दुल स्पोर्ट्स स्कूल, बीकानेर में शूटिंग और तीरंदाजी की सुविधायें विकसित की जाएंगी. चौगान स्टेडियम, जयपुर का जीर्णोद्धार किया जाएगा. कोलिडा - सीकर और बांसवाड़ा में फुटबॉल, बीकानेर में साइकिलिंग, भीलवाड़ा में कुश्ती, राजगढ़ चूरू में एथलेटिक्स तथा बाड़मेर व सीकर में बास्केटबॉल अकादमी शुरू की जाएगी.

बचे हुए संभागीय मुख्यालयों-अजमेर, बीकानेर, भरतपुर और जोधपुर में भी सिन्थेटिक एथलेटिक्स ट्रैक का 40 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण किया जाएगा. जबकि धौलपुर, जालोर और नागौर में Multipurpose Indoor Halls बनाए जाएंगे. स्टेट स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट, जोधपुर में all weather swimming pool बनाया जाएगा.

किसने क्या कहा, सुनिए...

जयपुर. प्रदेश में युवाओं को अपना Startups स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करने और आवश्यक सहायता उपलब्ध करवाने की दृष्टि से आगामी वर्ष 75 करोड़ रुपये की लागत से ग्रामीणों और स्कूल के विद्यार्थियों के लिए चयनित विद्यालयों/महाविद्यालयों में I-Start लॉन्चपैड नेस्ट की स्थापना और संचालन किया जाएगा. Rajiv Gandhi Innovations Challenge के अन्तर्गत प्रथम Award की राशि को 2 करोड़ से बढ़ाकर 5 करोड़ रुपये करने के साथ ही 35 करोड़ रुपये राशि के कुल 100 पुरस्कार दिए जाने प्रस्तावित हैं.

इसके साथ ही जनजाति क्षेत्र के युवाओं के लिए गोविन्द गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय, बांसवाड़ा में Incubation and Innovation Centre स्थापित किया जाना प्रस्तावित है. वहीं, युवाओं में वैज्ञानिक सोच और Scientific Temper को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जयपुर, जोधपुर और उदयपुर के Science Parks/Centres का विकास करते हुए इनमें IT, Nuclear Energy, खनिज सम्पदा, वन और पर्यावरण विषयों पर नई Galleries शुरू की जाएगी. इन पर 30 करोड़ रुपये व्यय होंगे.

पढ़ें : Rajasthan Budget 2023: गहलोत सरकार के बजट में हर वर्ग के लिए कुछ खास, मिशन 2023 के लिए 7 करोड़ जनता को साधने का प्रयास

जबकि जोधपुर, कोटा और उदयपुर में लगभग 10-10 करोड़ रुपये की लागत से Planetariums का निर्माण करवाया जाएगा. सीएम अशोक गहलोत ने बजट में राजस्थान ILD Skills University का नाम विश्वकर्मा Skill University किया जाना प्रस्तावित है. इसके अलावा प्रदेश में उच्च शिक्षा के विस्तार के लिए राजकीय महाविद्यालय और कन्या महाविद्यालय खोले जाएगे.

राजकीय महाविद्यालय : नांद (पुष्कर), बड़ाखेड़ा (टाडगढ़), पीसांगन - अजमेर, परतापुर (गढ़ी)-बांसवाड़ा, सिसवाली-बारां, अंटाली (हुरड़ा), फूलिया कलां, हमीरगढ़-भीलवाड़ा. गोलिया जैतमाल (नौखड़ा). गिड़ा (बायतू)-बाड़मेर, मोमासर (श्रीडूंगरगढ़), गोडू (बज्जू)-बीकानेर, तालेड़ा-बूंदी, कल्लावास (लालसोट) - दौसा, बीरमाना (सूरतगढ़), लालगढ़ जाटान (सादुलशहर) - श्रीगंगानगर, संगरिया, पल्लू (नोहर)-हनुमानगढ़, जगतपुरा, जयसिंहपुरा खोर-जयपुर, मोहनगढ़, नाचना- जैसलमेर, असनावर झालावाड़. कैलाश नगर-सिरोही, बागोड़ा (भीनमाल) - जालोर और बड़गांव, वल्लभनगर-उदयपुर.

कन्या महाविद्यालय : बहादुरपुर, नारायणपुर-अलवर, रूदावल (रूपबास), नदबई, सीकरी (नगर), कामां, निठार (वैर)-भरतपुर, शाहपुरा-भीलवाड़ा, नापासर, मुरलीधर व्यास नगर-बीकानेर, गलियाकोट-डूंगरपुर, बुड्ढा जोहड़ (रायसिंहनगर), पदमपुर -श्रीगंगानगर, परसरामपुरा (नवलगढ़) - झुंझुनूं, लूणावास भाखर (लूणी)-जोधपुर, नादौती-करौली, डेगाना-नागौर, रानी (मारवाड़ जंक्शन) - पाली, अजीतगढ़- सीकर और पीलीबंगा - हनुमानगढ़.

वहीं, उच्च शिक्षा में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण और शोध संवर्द्धन की दिशा में राजकीय महाविद्यालयों के शिक्षकों को देश-विदेश के प्रतिष्ठित संस्थानों में Research और Training की सुविधा उपलब्ध कराने की दृष्टि से Teachers' Interface for Excellence (TIE) कार्यक्रम शुरू किया जाना प्रस्तावित है. इसके अंतर्गत आगामी वर्ष 500 शिक्षकों का चयन किया जाएगा.

उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शैक्षणिक सुधार एवं Orientation हेतु जयपुर में Faculty Development Academy स्थापित की जाएगी. इस पर 20 करोड़ रुपये खर्च किये जाएगे. इसके साथ ही राज्य में तकनीकी शिक्षा के विस्तार हेतु पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों में विभिन्न ब्रांच और पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे. वहीं, प्रदेश के युवाओं के शैक्षणिक विकास और उनको तकनीकी क्षेत्र में अधिक से अधिक आत्मनिर्भर, रोजगारोन्मुखी बनाने की दृष्टि से नवीन आईटीआई खोले जाने के साथ-साथ विभिन्न ट्रेड शुरू किए जाएंगे.

पॉलिटेक्निक महाविद्यालय : बारां एवं बीकानेर में केमिकल ब्रांच, महिला पॉलिटेक्निक महाविद्यालय, अजमेर और जोधपुर में फैशन डिजाइन, फाइन आर्ट्स विषयों में स्नातक पाठ्यक्रम, अलवर, बांसवाड़ा, बारां, बाड़मेर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, चूरू, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालोर, झालावाड़, झुंझुनू, करौली, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, राजसमंद, सीकर, सिरोही, श्रीगंगानगर, सवाई माधोपुर और टोंक के राजकीय सहशिक्षा (Co-Ed.) पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों में Non-Engineering शाखा शुरू की जाएगी.

नवीन आईटीआई : हरसोली (किशनगढ़ बास)-अलवर, पूगल (खाजूवाला) श्रीकोलायत बीकानेर, नैनवां (हिण्डोली) बूंदी रामसागड़ा-डूंगरपुर, अणवाणा (औसियां)- जोधपुर, नोहर -हनुमानगढ़, मोहनगढ़ - जैसलमेर, गंगापुर सिटी-सवाई माधोपुर, धोद, नीमकाथाना सीकर एवं भटेबर- उदयपुर में आईटीआई खोली जाएगी. भिवाड़ी- अलवर खेतड़ी-झुंझुनूं, शाहपुराजयपुर बालोतरा - बाड़मेर, नाथद्वारा - राजसमंद, रतनगढ़-चूरू और अनूपगढ़ -श्रीगंगानगर के साथ ही प्रत्येक जिला मुख्यालय पर भी एक ITI को सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जाएगा. इस पर लगभग 90 करोड़ रुपये का व्यय होगा.

संभागीय मुख्यालयों के ITIs में Remotely Piloted Aircraft और Drone Pilot ट्रेड शुरू किए जाएंगे. साथ ही, जिला मुख्यालयों पर संचालित ITIs में Solar Technician ट्रेड प्रारम्भ किया जाएगा. इस पर 25 करोड़ रुपये व्यय होंगे. ITI भीलवाड़ा, जालोर सिरोही, किशनगढ़-अजमेर और राजसमंद में माईनिंग ट्रेड तथा महिला ITI -अजमेर अलवर, भीलवाड़ा, उदयपुर, टोंक और आरआई केन्द्र, जयपुर, जबकि बेसिक ट्रेनिंग सेंटर, कोटा में इलेक्ट्रिक ट्रेड शुरू किए जाएंगे. इन पर लगभग 16 करोड़ रुपये खर्च होंगे. ITI - अलवर में मैकेनिक और प्लास्टिक प्रोसेसिंग ऑपरेटर, चित्तौड़गढ़ में ड्राफ्ट्समैन (सिविल), फायर टेक्नोलॉजी, इन्डस्ट्रियल सेफ्टी मैनेजमेंट और निवाड़ी- अलवर में रेफ्रिजरेशन- एवरकण्डीश्नर टेक्नीशियन और टर्नर के ट्रेड शुरू किए जाएंगे.

प्रदेश के मेधावी छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रोत्साहित करने की दृष्टि से National Talent Search Exam (NTSE) की तर्ज पर दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए Rajasthan Talent Search Exam (RTSE) Scholarship शुरू होगा. इसके अन्तर्गत 10 हजार मेधावी विद्यार्थियों को Scholarship दी जाएगी. वहीं, आगामी वर्ष में भी इस वर्ष की भांति प्रदेश के समस्त राजकीय विद्यालयों के कक्षा 8 तक के विद्यार्थियों को निःशुल्क school uniform दिए जाने की घोषणा की. इस पर लगभग 560 करोड़ रुपये व्यय होंगे.

प्रदेश में स्कूली विद्यार्थियों की अध्ययन सुविधा का विस्तार करने की दिशा में :

  1. प्रदेश में 100 नवीन प्राथमिक विद्यालय खोले जाने के साथ ही 300 विद्यालयों को क्रमोन्नत किया जाएगा और 300 विद्यालयों में नवीन विषय खोले जाएंगे.
  2. राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कम्प्यूटर विज्ञान को ऐच्छिक विषय के रूप में लिए जाने का विकल्प दिया जाएगा.
  3. प्रत्येक ब्लॉक मुख्यालय पर एक-एक उच्च माध्यमिक विद्यालय में चारों संकाय-कला, वाणिज्य, विज्ञान और कृषि की सुविधा उपलब्ध करवायी जानी प्रस्तावित है.
  4. राजकीय विद्यालयों में आधारभूत ढांचे के सुदृढ़ीकरण और सुविधाओं के विस्तार के लिए प्रदेश के 358 शैक्षणिक ब्लॉकों पर विशेष आवश्यकता वाले (Specially Abled) विद्यार्थियों के लिए Learning Aid सामग्री युक्त संदर्भ कक्षों का निर्माण करवाया जाएगा. इस के लिए 40 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
  5. विद्यालयों में आधारभूत संरचनाओं (classrooms, labs, शौचालयों) के निर्माण और जर्जर भवनों के repair आदि के 200. करोड़ रुपये की लागत से कार्य करवाये जाएंगे.
  6. आगामी वर्ष में शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में एक-एक हजार महात्मा गांधी English Medium स्कूल और खोले जाएंगे. साथ ही, जिन विद्यालयों में 200 से अधिक विद्यार्थी अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा प्राप्त करना चाहेंगे, वहां भी प्राथमिकता से English Medium Wing शुरू की जाएगी.

प्रदेश में विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के लिए छात्रावास और आवासीय विद्यालय खोले जाएंगे : ब्यावर-अजमेर, मालाखेड़ा-अलवर, भवानी मंडी-झालावाड़, गंगापुर सिटी सवाई माधोपुर सूरतगढ़ श्रीगंगानगर, रायपुर, पाली, प्रतापगढ़ व कानोड़-उदयपुर में सावित्री बाई फूले कन्या छात्रावास खोले जाएंगे. इन पर लगभग 20 करोड़ रुपये व्यय होंगे. उमरेण- अलवर, प्रतापनगर-जयपुर व निवाई- टोंक में देवनारायण बालक छात्रावास और मानसरोवर-जयपुर में बालिका छात्रावास खोले जाएंगे.

कल्याणपुर (पचपदरा )- बाड़मेर, जैतासर (सरदारशहर) - चूरू और श्रीगंगानगर में अनुसूचित जाति बालक छात्रावास, नारायणपुर -बांसवाड़ा, शाहबाद (किशनगंज)-बारां, हीगलाट प्रतापगढ़ व सरमथुरा (बसेड़ी) - धौलपुर में जनजाति छात्रावास तथा बिलिया बडगमा (सागवाड़ा)- डूंगरपुर में जनजाति बालिका छात्रावास खोले जाएंगे. साथ ही, श्रीपुरा (देवली)-टॉक, चिखली-डूंगरपुर एवं सवाई माधोपुर में अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय तथा रावतभाटा चित्तौड़गढ़ में अनुसूचित जाति आवासीय विद्यालय खोला जाएगा.

प्रदेश में संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बूंदी, बारां, झालावाड़, करौली, भीलवाड़ा, नागौर, टोंक, पाली, सिरोही जालोर जैसलमेर, बाड़मेर चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में संस्कृत महाविद्यालय शुरू किए जाएंगे. इससे समस्त जिलों में संस्कृत महाविद्यालय स्थापित हो जाएंगे. साबूवाना (टिब्बी)- हनुमानगढ़ में संस्कृत महाविद्यालय एवं मारवाड़ (मुण्डवा) नागौर में शास्त्री स्तर का राजकीय महाविद्यालय खोला जाएगा. साथ ही, राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय, हमीरगढ़-भीलवाड़ा को शास्त्री स्तर पर क्रमोन्नत किया जाएगा. संस्कृत महाविद्यालयों एवं विद्यालयों के नवीन भवन अतिरिक्त कक्षा कक्ष के निर्माण तथा जीर्णोद्धार के लिए लगभग 20 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.

वैदिक संस्कृति के प्रोत्साहन एवं संरक्षण के लिए राज्य के 19 जिलों में वेद विद्यालय खोले गए और वर्ष 2021-22 में बांसवाड़ा में वेद विद्यापीठ की स्थापना की गयी. इसी कड़ी में अब शेष जिलों-जोधपुर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, बाड़मेर, टोंक, सिरोही, पाली, प्रतापगढ़, अलवर, राजसमंद, बारां और जालोर में भी वेद विद्यालय खोले जाने प्रस्तावित हैं.

युवा खिलाड़ियों को ये मिला :

  1. प्रदेश के राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के पदक विजेताओं को out of turn policy के तहत अब तक 229 युवाओं को 7 विभागों में नियुक्तियां प्रदान की है. भविष्य में पदक विजेता अपने खेल विशेष में युवाओं को भी प्रशिक्षित कर सकें, इसके लिए इन्हें खेल विभाग में वरिष्ठता अनुरूप नियुक्ति दिया जाना प्रस्तावित है.
  2. मेजर ध्यानचंद योजना के तहत स्टेडियम निर्माण के लिए 25 लाख रुपये की राशि MLA फंड/CSR से दिए जाने पर 25 लाख रुपये की matching grant राज्य सरकार की ओर से दिए जाने का प्रावधान है. इस matching grant की सीमा को बढ़ाकर एक करोड़ रुपये करने की घोषणा की गई.

प्रदेश में उच्च स्तरीय खेल सुविधायें उपलब्ध कराने के उद्देश्य से खेल स्टेडियम और खेल अकादमी स्थापित करने के साथ-साथ विभिन्न खेल सुविधायें विकसित की जायेंगी :

खेल स्टेडियम : अरणोद-प्रतापगढ़, कठूमर थानागाजी, कोटकासिम (किशनगढ़ बास) - अलवर, कुशलगढ़-बांसवाड़ा, अटरू-बारां, देई (हिण्डोली)- बूंदी, नदबई - भरतपुर, सरदारशहर -चूरू, मण्डावर (महुवा)- दौसा, बाड़ी, सैपऊ राजाखेड़ा- धौलपुर, जमवारामगढ़-जयपुर, मलसीसर (मंडावा)-झुंझुनूं, बिलाड़ा, पीपाड़, बालेसर-जोधपुर, डेगाना, लाडनूं नागौर, जैतारण, सुमेरपुर - पाली, बाटोदा (बामनवास)- सवाई माधोपुर, दांतारामगढ़-सीकर, रानीवाड़ा-जालोर, झौथरीपाल-डूंगरपुर और सिवाना - बाड़मेर.

भरतपुर में स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स बनाया जाएगा, साथ ही, सार्दुल स्पोर्ट्स स्कूल, बीकानेर में शूटिंग और तीरंदाजी की सुविधायें विकसित की जाएंगी. चौगान स्टेडियम, जयपुर का जीर्णोद्धार किया जाएगा. कोलिडा - सीकर और बांसवाड़ा में फुटबॉल, बीकानेर में साइकिलिंग, भीलवाड़ा में कुश्ती, राजगढ़ चूरू में एथलेटिक्स तथा बाड़मेर व सीकर में बास्केटबॉल अकादमी शुरू की जाएगी.

बचे हुए संभागीय मुख्यालयों-अजमेर, बीकानेर, भरतपुर और जोधपुर में भी सिन्थेटिक एथलेटिक्स ट्रैक का 40 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण किया जाएगा. जबकि धौलपुर, जालोर और नागौर में Multipurpose Indoor Halls बनाए जाएंगे. स्टेट स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट, जोधपुर में all weather swimming pool बनाया जाएगा.

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