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भाजपा ने निर्वाचन विभाग से की सरकारी कर्मचारियों की लापरवाही की शिकायत, लगाए ये आरोप

Rajasthan Assembly Election 2023, राजस्थान में विधानसभा 2023 के लिए हुए मतदान में निर्वाचन विभाग से जुड़े अधिकारियों की लापरवाही सामने आई. वहीं, भाजपा ने ईवीएम मशीन की धीमी गति और कर्मचारियों की लापरवाही को लेकर निर्वाचन विभाग से इसकी शिकायत की.

Rajasthan Assembly Election 2023
Rajasthan Assembly Election 2023
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 25, 2023, 8:26 PM IST

जयपुर. प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को मतदान हुआ. 199 विधानसभा सीटों पर हुए मतदान में मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, लेकिन इन सब के बीच निर्वाचन विभाग के कर्मचारियों पर लापरवाही के आरोप लगे हैं. भाजपा की ओर से प्रदेश कार्यालय में बनाए गए कंट्रोल रूम में सबसे ज्यादा ईवीएम मशीन की धीमी गति और निर्वाचन कर्मचारियों की ओर से मतदान में हुए विलंब को लेकर शिकायतें आई. वहीं, भाजपा ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता से मुलाकात कर इन सभी मामलों की शिकायत दर्ज कराई है.

भाजपा ने निर्वाचन विभाग से की शिकायत : भाजपा की ओर से प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नारायण पंचारिया ने निर्वाचन विभाग के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता से मुलाकात कर उन्हें शिकायतों की सूची सौंपी. वहीं, शिकायत में कहा गया कि प्रदेश भाजपा कार्यालय में विधानसभा चुनाव 2023 की मॉनिटरिंग के लिए मॉनिटरिंग कमेटी को प्रशासन के अव्यवस्थाओं की शिकायतें प्राप्त हुई हैं. जिसमें ईवीएम मशीन की धीमी गति से मतदान और सरकारी कर्मचारियों की ओर से मतदान करवाने में हुए विलंब की शिकायत सबसे ज्यादा में प्राप्त हुई हैं.

इसे भी पढ़ें - राजस्थान में लोकतंत्र का महापर्व संपन्न, अब तक 68.24 फीसदी हुआ मतदान

भाजपा कमेटी की ओर से आरोप लगाया गया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हार के डर से सरकारी पद का दुरुपयोग किया और मतदान की गति को धीमा कराया. हालांकि, भाजपा की शिकायतों पर मुख्य चुनाव अधिकारी की कमेटी ने आश्वस्त किया गया कि वो तुरंत सभी जिलों के कलेक्टरों और प्रशासनिक अधिकारियों को मतदान सुचारू रूप से कराने का निर्देश दिए थे.

सामने आई प्रशासन की लापरवाही : बता दें कि प्रदेश में करीब एक दर्जन से ज्यादा जिलों में EVM खराबी की शिकायत लगातार सामने आती रही. वहीं, कई जगहों पर EVM मशीन के खराब होने के चलते आधा घंटे तक मतदान प्रक्रिया को रोकना पड़ा. इसके साथ ही जयपुर की झोटवाड़ा सहित कई विधानसभाओं में फर्जी मतदान की भी शिकायतें सामने आई. इतना ही नहीं निर्वाचन विभाग के अधिकारियों की ओर से जानबूझकर मतदान प्रक्रिया को धीमा करने के आरोप लगे.

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फर्जी मतदान के आरोप : झोटवाड़ा विधानसभा में फर्जी मतदान का मामला सामने आया. भाजपा प्रत्याशी कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने प्रशासन पर मिलीभगत कर फर्जी मतदान करने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने इसकी शिकायत निर्वाचन आयोग से की और बूथ पर हुए मतदान को निरस्त करने की मांग की.

शिवाड़ गांव में फर्जी मतदान का आरोप : झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाले शिवाड़ गांव के पोलिंग बूथ पर फर्जी मतदान की सूचना पर भाजपा प्रत्याशी कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ मौके पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों पर मूकदर्शक बनकर फर्जी मतदान को देखने का आरोप लगाया. राठौड़ ने आरोप लगाया कि प्रशासन की मिलीभगत से इस पोलिंग बूथ पर फर्जी मतदान हुआ है. ऐसे में फर्जी मतदान वाले बूथ पर वोटिंग को निरस्त किया जाना चाहिए. राठौड़ ने आगे निर्वाचन आयोग से इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की भी मांग की.

जयपुर. प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को मतदान हुआ. 199 विधानसभा सीटों पर हुए मतदान में मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, लेकिन इन सब के बीच निर्वाचन विभाग के कर्मचारियों पर लापरवाही के आरोप लगे हैं. भाजपा की ओर से प्रदेश कार्यालय में बनाए गए कंट्रोल रूम में सबसे ज्यादा ईवीएम मशीन की धीमी गति और निर्वाचन कर्मचारियों की ओर से मतदान में हुए विलंब को लेकर शिकायतें आई. वहीं, भाजपा ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता से मुलाकात कर इन सभी मामलों की शिकायत दर्ज कराई है.

भाजपा ने निर्वाचन विभाग से की शिकायत : भाजपा की ओर से प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नारायण पंचारिया ने निर्वाचन विभाग के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता से मुलाकात कर उन्हें शिकायतों की सूची सौंपी. वहीं, शिकायत में कहा गया कि प्रदेश भाजपा कार्यालय में विधानसभा चुनाव 2023 की मॉनिटरिंग के लिए मॉनिटरिंग कमेटी को प्रशासन के अव्यवस्थाओं की शिकायतें प्राप्त हुई हैं. जिसमें ईवीएम मशीन की धीमी गति से मतदान और सरकारी कर्मचारियों की ओर से मतदान करवाने में हुए विलंब की शिकायत सबसे ज्यादा में प्राप्त हुई हैं.

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भाजपा कमेटी की ओर से आरोप लगाया गया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हार के डर से सरकारी पद का दुरुपयोग किया और मतदान की गति को धीमा कराया. हालांकि, भाजपा की शिकायतों पर मुख्य चुनाव अधिकारी की कमेटी ने आश्वस्त किया गया कि वो तुरंत सभी जिलों के कलेक्टरों और प्रशासनिक अधिकारियों को मतदान सुचारू रूप से कराने का निर्देश दिए थे.

सामने आई प्रशासन की लापरवाही : बता दें कि प्रदेश में करीब एक दर्जन से ज्यादा जिलों में EVM खराबी की शिकायत लगातार सामने आती रही. वहीं, कई जगहों पर EVM मशीन के खराब होने के चलते आधा घंटे तक मतदान प्रक्रिया को रोकना पड़ा. इसके साथ ही जयपुर की झोटवाड़ा सहित कई विधानसभाओं में फर्जी मतदान की भी शिकायतें सामने आई. इतना ही नहीं निर्वाचन विभाग के अधिकारियों की ओर से जानबूझकर मतदान प्रक्रिया को धीमा करने के आरोप लगे.

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फर्जी मतदान के आरोप : झोटवाड़ा विधानसभा में फर्जी मतदान का मामला सामने आया. भाजपा प्रत्याशी कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने प्रशासन पर मिलीभगत कर फर्जी मतदान करने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने इसकी शिकायत निर्वाचन आयोग से की और बूथ पर हुए मतदान को निरस्त करने की मांग की.

शिवाड़ गांव में फर्जी मतदान का आरोप : झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाले शिवाड़ गांव के पोलिंग बूथ पर फर्जी मतदान की सूचना पर भाजपा प्रत्याशी कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ मौके पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों पर मूकदर्शक बनकर फर्जी मतदान को देखने का आरोप लगाया. राठौड़ ने आरोप लगाया कि प्रशासन की मिलीभगत से इस पोलिंग बूथ पर फर्जी मतदान हुआ है. ऐसे में फर्जी मतदान वाले बूथ पर वोटिंग को निरस्त किया जाना चाहिए. राठौड़ ने आगे निर्वाचन आयोग से इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की भी मांग की.

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