जयपुर. राजस्थान के खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का टिकट भी दूसरी लिस्ट में सिविल लाइंस से शामिल है. मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने टिकट मिलने के बाद ईटीवी भारत से खास बात करते हुए कहा कि जातिगत आधार नहीं होने के बावजूद, कांग्रेस ने मुझे सिविल लाइंस से टिकट दिया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस बड़े दिल वाली पार्टी है, जो उन्हें बर्दाश्त कर रही है. वहीं उन्होंने कहा कि बीजेपी भैरों सिंह शेखावत के भूत से भी डरती है.
उन्होंने कहा कि सिविल लाइंस में हर जाति के लोग रहते हैं और मैं यूनिवर्सिटी की पॉलिटिक्स से निकला हूं, जब राजस्थान विश्वविद्यालय का अध्यक्ष रहा, तो भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों को मैंने हराया. उन्होंने कहा कि राजस्थान में ऐसी कोई सड़क नहीं है जहां कांग्रेस या भाजपा की सरकार के खिलाफ मैंने लड़ाई नहीं लड़ी और जितना कांग्रेस की सरकारों के खिलाफ मैंने लड़ाई लड़ी, उतना तो भाजपा के नेता नहीं लड़ सकते.
प्रताप सिंह ने कहा कि कैबिनेट मंत्री बनने के बाद भी जयपुर के जब दो टुकड़े हो रहे थे, तो मैंने इस बात का विरोध किया और सरकार से बात कर इस फैसले को बदलवाया, जबकि भाजपा के नेता इस मुद्दे पर केवल मीटिंग के करते रह गए. प्रताप सिंह ने कहा कि मेरे जैसे चुप नहीं रहने वाले नेता जो कभी किसी से टिकट मांगने किसी के घर पर नहीं गया, उसे बर्दाश्त करना कांग्रेस का बड़ा दिल है. यह काम केवल कांग्रेस पार्टी ही कर सकती है.
भाजपा के नेता अपनी बाइक नहीं छुड़वा सकते, मैंने हटवाई हाईटेंशन लाइन: खाचरियावास ने कहा कि सिविल लाइंस पूरे देश में एकमात्र विधानसभा है, जहां 6 किलोमीटर हाईटेंशन हटाने का काम चल रहा है और 8 किलोमीटर हाईटेंशन हटाने के आर्डर हो चुके हैं, जबकि भाजपा के नेता अपने घर के बाहर लगा खंबा नहीं हटवा सकते. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, उन्हें अपना घर संभालना चाहिए.
उन्होंने कहा कि मेरे सामने जो विधायक बनकर मंत्री बने, वह खुद की बाइक नहीं छुड़वा सकते थे, लोगों का क्या करते. उन्होंने कहा कि चाहे बीजेपी हो या कांग्रेस, जनता को उसे चुनाव जीताना चाहिए जो उसके लिए काम करे. अगर जनता को लगे कि प्रताप सिंह ने काम नहीं किया, तो वह प्रताप सिंह को भी वोट नहीं दे. लेकिन अगर जनता को लगता है कि मैंने अच्छा काम किया, उसके बावजूद भी अगर मुझे वोट नहीं दिया तो फिर उसे भी पाप लगेगा.
मैं और भैरों सिंह शेखावत दोनों राम के वंशज: प्रताप सिंह के नाम के साथ श्री राम के पोस्टर लगाए जाने पर उन्होंने कहा कि देश में रंग का झगड़ा नहीं है, वोट का झगड़ा है. भाजपा के फर्जी नेता इतना डर गए हैं कि वह इस बात पर कमेंट कर रहे हैं कि मैं खुद को राम का वंशज बताता हूं. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता मुझे चैलेंज कर रहे हैं, वह जिन भैरों सिंह शेखावत के पांव की मिट्टी उठाकर राजनीति में आए वह भी राम के वंशज थे. अगर भाजपा में इतना दम है, तो वह कह दे की भैरों सिंह शेखावत राम के वंशज नहीं थे. उनका निधन हो गया, लेकिन आज भी भाजपा के नेता भैर सिंह शेखावत के नाम की खा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि भैरों सिंह शेखावत के नाम का ही डर था, जो भाजपा को भैरों सिंह शेखावत के जंवाई को एक बेचारे विधायक का टिकट काटकर वापस टिकट देना पड़ा. उन्होंने कहा कि भैरों सिंह शेखावत ऊपर जाने के बावजूद भी इन पर भारी पड़ गए. क्या इनको भैरों सिंह जी के भूत से भी डर लगता है कि ठाकर साहब रात को आकर पकड़ लेंगे हमको. उन्होंने कहा कि भैरों सिंह जी भी राम के वंशज थे और मैं भी राम का वंशज हूं. अगर हम यह कहते हैं तो किसी के पेट में दर्द नहीं होना चाहिए और अगर किसी को गलतफहमी है और अगर उसकी मां ने दूध पिलाया, तो वह मुझे चैलेंज करें. मैंने यूनिवर्सिटी में भी इन बीजेपी के नेताओं का इलाज किया और इनका इलाज करते हुए ही में कैबिनेट मंत्री पर तक पहुंचा हूं, आगे भी करूंगा.
भाजपा की कानून-व्यवस्था हुई खराब: टिकट वितरण के बाद भाजपा में हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर प्रताप सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की कानून व्यवस्था खराब हो गई है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चित्तौड़गढ़ जाने से डर रहे हैं क्योंकि जिन चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट कटा है, वह लठ लेकर सीपी जोशी का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं चित्तौड़गढ़ का प्रभारी मंत्री हूं, इसलिए मैंने कलेक्टर और एसपी से कहा है कि भाजपा के कार्यकर्ता आक्रोशित हैं. कहीं कानून व्यवस्था खराब ना हो जाए. प्रताप सिंह ने कहा कि भाजपा ने चंद्रभान सिंह का टिकट काटकर राजवी को टिकट दिया. राजवी का टिकट काटकर दिया कुमारी को दिया और राजपाल सिंह का टिकट काटकर राज्यवर्धन को दिया.
उन्होंने कहा कि भाजपा कहती है कि हमारा कमल का चिन्ह चलता है, अगर ऐसा है तो उन्हें कसम है कि वह टिकट न बदले. प्रताप सिंह ने कहा कि बीजेपी कमल के नाम पर नहीं कार्यकर्ताओं के दम पर चुनाव जीतती है, लेकिन भाजपा के नेता अक्सर यह कहते हैं कि वोट मुझे नहीं भाजपा को दिया है. प्रताप सिंह ने कहा कि यही बीजेपी और कांग्रेस में अंतर है कि कांग्रेस का नेता कहता है कि जनता ने मुझे वोट दिया और जनता मेरी जिम्मेदारी है. जबकि भाजपा के नेता कहते हैं कि उन्होंने भाजपा को वोट दिया है, अगर बीजेपी टिकट नहीं देती तो जनता भी वोट नहीं देती.
सीएम पद के सवाल पर बोले-अभी चुनाव जीतने दो: कांग्रेस पार्टी में मंत्री महेश जोशी, मंत्री शांति धारीवाल और आरटीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ के टिकट नहीं होने के सवाल पर प्रताप सिंह ने कहा कि इन तीन नेताओं के टिकट ना तो मैंने रोके, ना यह मेरे हाथ में हैं. उनका मामला दिल्ली में चल रहा है और दिल्ली ही उनके टिकट डिसाइड करेगी, तो वही जब प्रताप सिंह से यह सवाल किया गया कि क्या सिविल लाइंस से जीतने के बाद अब मंत्री पद से आगे कोई भूमिका (मुख्यमंत्री) में वह खुद को देखते हैं, तो उन्होंने हाथ जोड़ते हुए कहा कि 'अभी तो चुनाव जीत लेने दो 'मेरे पीछे क्यों पड़े हो' अभी 40000 से चुनाव जीतना है, उसके बाद सब हो जाएगा.