जयपुर. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सीएम गहलोत को महीने में एक बार कैबिनेट के साथ 15 किमी पैदल चलने का सुझाव दिया है. राहुल ने कहा कि आम जनता की समस्याओं को सही से समझने और निवारण के लिए महीने में एक बार पैदल चलें, राहुल की इस नसीहत पर बीजेपी ने निशाना साधा. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि राहुल गांधी यात्रा निकाल रहे हैं, वो ईमानदारी से बताएं कि इस लवाजमे में कितने आम लोग उनसे मिल कर अपनी समस्या बता पा रहे हैं. पैदल यात्रा निकालने से विकास नहीं होता. उन्होंने कहा कि पैदल चलने से विकास हो तो मैं भी उनके साथ पैदल चलूंगा.
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि राहुल गांधी को पहली बार पैदल चलने का आनंद (BJP Targets Rahul Gandhi) आया होगा. लेकिन इस भीड़ में कितने आम लोग राहुल गांधी तक अपनी समस्या लेकर पहुंचे होंगे. सरकारी लवाजमे के बीच जब कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता ही उनसे मिलने तक नहीं पहुंच पा रहे थे. ऐसे में आम जनता कैसे अपनी समस्या राहुल गांधी तक पहुंचा रही है, जरा राहुल गांधी बताएं ?.
कटारिया ने कहा कि राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अपनी कैबिनेट के साथ महीने में 15 दिन पैदल (Rahul Gandhi Suggestion to CM Gehlot) चलने के लिए कहा है. लेकिन क्या पैदल चलने से विकास होगा. आम जनता से मिलना है और अगर उनकी समस्या का समाधान करना है तो सीधे जनता से संवाद करने की जरूरत है. इस तरह से सरकार लवाजमे और लाखों के खर्चों के बीच यात्रा निकालने से आम जनता को कोई लाभ नहीं होगा और ना ही विकास होगा.
पैदल चलने से विकास हो तो में भी साथ चलूंः कटारिया ने कहा कि अगर पैदल चलने से विकास होता है तो मैं भी राहुल गांधी के साथ पैदल चलता हूं. यह सब बेकार की बातें हैं. अगर सच्चे मन से चलो जनता की समस्याओं को समझने के लिए तो फिर सरकारी लवाजमे को छोड़ो और बिना लवाजमे के चलो तो कई चीजों की जानकारी वास्विकता में सामने आती है. उन्होंने कहा कि यह तो सिर्फ एक तरह से दिखावा मात्र है और जहां पर सरकार है वहां तो सरकारी लवाजमे पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं. कार्पेट पर जरूर घुमा दिया, लेकिन इससे आम जनता की पीड़ा का समाधान नहीं हुआ. जिस अलवर में जहां पर राहुल गांधी ने यात्रा की वहां पर सबसे ज्यादा नाबालिग बच्चियों के साथ में दुष्कर्म की घटनाएं हुईं और वहां पर पुलिस ने FR लगाई. वहां पर कौन सा दुष्कर्म पीड़िता का पिता आकर राहुल गांधी से मिला और उनसे कह दिया कि मेरी बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ.
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गैस सिलेंडर की घोषणा दिखावाः सीएम गहलोत की 500 रुपए में रसोई गैस सिलेंडर देने की घोषणा पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि पहले गहलोत ये बताए जो घोषणा उन्होंने पहले की उनका क्या हुआ. ये सिर्फ सिर्फ चुनावी घोषणा है. सीएम अब तक 4 बजट पेश कर चुके हैं. ऐसी क्या मजबूरी रही है कि 4 वर्ष बाद चुनावी साल नजदीक आते ही अब जाकर गरीबों की चिंता सताई ?. क्या ये फैसला दो साल पहले नही लिया जा सकता था. वहीं, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि पिछले 4 साल में गहलोत लगातार ऐसी घोषणाएं कर रहे हैं. इसी क्रम में 500 रुपए में बीपीएल परिवारो को सिलेंडर देने की घोषणा की. जनता इन 4 सालों में गहलोत की टेक्निक को भी पहचान गई है. इसमें यह स्पष्ट नहीं किया गया की केंद्र की 200 रुपए की सब्सिडी शामिल है या इसके अतिरिक्त है.
राहुल ने ये कहा थाः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को अलवर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान मंत्रिमंडल के मंत्रियों को सड़कों पर देखा जाना चाहिए. उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से यह सुनिश्चित करने करने के लिए कहा कि उनके मंत्रिमंडल के सदस्य लोगों की समस्याओं को बेहतर ढंग से समझने और उनकी शिकायतों के निवारण के लिए राज्य के 33 जिलों में महीने में एक बार कम से कम 15 किमी पैदल चलें.
उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा महज (Rahul Gandhi Bharat Jodo Yatra) यात्रा नहीं है, यह एक विचार प्रक्रिया है. उन्होंने राजस्थान सरकार से इसका अनुकरण करने का आग्रह किया. 'महीने में एक बार पूरे मंत्रिमंडल को राजस्थान की सड़कों पर चलना चाहिए. आप सभी ने दिखा दिया है कि आप एक दिन में 25 किमी तक चल सकते हैं. 25 किमी नहीं, कम से कम 15 किमी पैदल चलें, तभी आप जनता की समस्याओं और मुद्दों से रू-ब-रू होंगे.