जयपुर. राज्य सरकार से उम्मीद छोड़ चुका प्रदेश का युवा बेरोजगार राजस्थान से बाहर गुजरात में जाकर आंदोलनरत है. बेरोजगारों की दांडी यात्रा सातवें दिन अहमदाबाद पहुंची और यहां युवा बेरोजगार अहमदाबाद कांग्रेस कार्यालय पर सत्याग्रह कर रहे हैं. शनिवार को उन्होंने कांग्रेस भवन के बाहर करीब 200 से अधिक युवाओं ने कांग्रेस भवन को घेर लिया और बाहर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही बेरोजगार युवकों ने अशोक गहलोत के खिलाफ नारेबाजी भी की. इसके बाद पुलिस ने उपेन यादव सहित अन्य युवाओं को हिरासत में लेकर बाद में छोड़ दिया.
प्रदेश के युवा बेरोजगारों को एजेंट, भिखारी और युवाओं की दांडी यात्रा को बीजेपी का प्रायोजित आंदोलन बताने से आहत युवाओं ने कांग्रेस को तानाशाही और अंग्रेजवादी बताया है. साथ ही चेतावनी दी कि यदि युवा बेरोजगारों के दांडी यात्रा और सत्याग्रह से कांग्रेस सरकार नहीं जागती, और उनकी मुलाकात राहुल गांधी, अशोक गहलोत और गुजरात प्रभारी रघु शर्मा से नहीं होगी तो फिर राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra of Rahul Gandhi) को रोका जाएगा.
पालनपुर से अहमदाबाद तक दांडी यात्रा- महात्मा गांधी की जयंती पर उन्हीं के गृह राज्य गुजरात में बेरोजगारों ने कांग्रेस के खिलाफ हुंकार भरी. राजस्थान के बेरोजगारों ने पालनपुर से अहमदाबाद कांग्रेस कार्यालय के लिए दांडी यात्रा निकाली, जिसमें 1100 युवा बेरोजगार शामिल हुए हैं. इनमें कुछ ने सिर मुंडन कर महात्मा गांधी का भी रूप धारण किया है. वहीं बेरोजगार एकीकृत महासंघ के उपेन यादव ने अनशन करते हुए 150 किलोमीटर की इस पैदल दांडी यात्रा की अगुवाई की. आज युवा गुजरात प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर सत्याग्रह कर रहे हैं.
कभी तिरपाल बिछाकर सोए तो कभी उसी से ढका सिर- प्रदेश के युवा बेरोजगार दांडी यात्रा के दौरान कभी रोड पर तिरपाल बिछाकर सोए तो कभी उसी तिरपाल को बारिश में सिर ढकने के लिए इस्तेमाल किया. आंदोलन की अगुवाई कर रहे उपेन यादव ने कहा कि कांग्रेस सरकार की लापरवाही और तानाशाही के खिलाफ प्रदेश के बेरोजगारों ने 2 अक्टूबर को दांडी यात्रा शुरू की थी. सातवें दिन 150 किलोमीटर पैदल सफर कर पालनपुर से अहमदाबाद पहुंचे हैं और कांग्रेस कार्यालय के बाहर सत्याग्रह कर रहे हैं.
राजस्थान की गहलोत सरकार अपने आप को गांधीवादी सरकार बताती है, लेकिन ये सरकार हिटलरवादी-अंग्रेजवादी सरकार है, जो युवाओं का अपमान कर रही है. प्रदेश के युवाओं ने मुख्यमंत्री को अभिभावक समझा था, लेकिन उनके राज में प्रदेश का युवा सड़कों पर सोया, मंदिरों में सोया, बरसात में भीगा, कई युवाओं के हालात गंभीर बने, फिर भी उनकी सुध नहीं लेना तानाशाही है. लेकिन युवा अंतिम सांस तक ये लड़ाई लड़ेंगे. पहले सत्याग्रह करेंगे और फिर भी बात नहीं मानी तो भारत जोड़ो यात्रा को रोक कर युवाओं की ताकत का एहसास कराएंगे. उन्होंने कहा कि वो कमजोर नहीं हैं. युवा उन मांगों के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जो सरकार ने वादे किए थे, बजट में घोषणा की थी, लिखित में समझौते किए थे, उन मांगों को लेकर युवा अंतिम सांस तक संघर्ष करेंगे.
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ये हैं राजस्थान के बेरोजगारों की प्रमुख मांगें :
- 1500 पदों पर आईटीआई सरकारी कॉलेजों में कनिष्ठ अनुदेशक भर्ती और 2100 पदों पर पंचायती राज JEN भर्ती की विज्ञप्ति जारी करें.
- कनिष्ठ अनुदेशक और पंचायती राज JEN भर्ती की विज्ञप्ति जल्द से जल्द जारी की जाए.
- पशु चिकित्सक भर्ती 2019 को जल्द से जल्द पूरी की जाए.
- स्वास्थ्य विभाग, कॉलेज शिक्षा और जलदाय विभाग विभिन्न पदों पर में नई भर्तियां निकाली जाए.
- तत्काल ओबीसी आरक्षण की विसंगतियां दूर करके 2018 से लेकर 2022 तक ओबीसी के अभ्यर्थियों को जितने पदों का नुकसान हुआ है, उन पदों को वापस सर्जित करके सूची जारी की जाए.
- CET लागू करके भर्तियों को हटाया जा रहा है, सरकार जूनियर अकाउंटेंट भर्ती को CET से बाहर करके जल्द से जल्द विज्ञप्ति जारी करें.
- बजट में घोषणा की गई नई 1 लाख भर्तियों का वर्गीकरण किया जाए और जल्द से जल्द 1 लाख भर्तियों को विज्ञप्तिया जारी की जाए.
- युवा बेरोजगारों की समस्याओं का निस्तारण के लिए युवा बोर्ड का गठन किया जाए.
- सरकारी और प्राइवेट नौकरियों में प्रदेश के बेरोजगारों को प्राथमिकता दी जाए.
- फायरमैन भर्ती के प्रैक्टिकल में फिजिकल की तिथि जल्द से जल्द जारी की जाए.
- कंप्यूटर अनुदेशक भर्ती का परिणाम जल्द से जल्द जारी किया जाए और रिक्त रहने वाले सभी पदों पर सूची जारी की जाए, जिसमें 40% की बाध्यता में शिथिलता मिले.
- शिक्षक भर्ती 2012 में अभ्यर्थियों के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया जाए.
- बेरोजगारी भत्ते में अनिवार्य की गई इंटर्नशिप को रद्द की जाए.
- महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल में 10 हजार पदों पर बजट में शिक्षक भर्ती निकालने की घोषणा की गई थी, इसलिए भर्ती की विज्ञप्ति जल्द से जल्द निकाली जाए.
- फर्जी डिग्री, डिप्लोमा, खेल प्रमाण पत्र दिव्यांग सर्टिफिकेट के लिए भी सरकार सख्त कानून लेकर आए.
- 21 फरवरी 2021 को मंत्रियों से हुए लिखित समझौते की मांगों और 4 लखनऊ समझौते की मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए.
- संस्कृत विभाग रीट लेवल 1 भर्ती में पदों की संख्या बढ़ाई जाए.
- टेक्निकल हेल्पर भर्ती में हुए फर्जीवाड़े की निष्पक्ष जांच की जाए.
- दोषियों के खिलाफ नए कानून के तहत सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए और किसी भी युवा बेरोजगार के साथ अन्याय नहीं किया जाए .
- 2 वर्ष की आयु सीमा में शिथिलता देने का आदेश जल्द से जल्द जारी किया जाए.