जयपुर. कर्नाटक में कांग्रेस की घोषणा पत्र में बजरंग दल को बैन करने का वादा किया गया. कांग्रेस के घोषणा पत्र की जारी होने के साथ देशभर में अब तीखी प्रतिक्रियाओं के साथ-साथ विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया है. राजधानी जयपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के खिलाफ मार्च निकाला और अपना विरोध दर्ज कराया. सड़क पर उतरे बजरंग दल के नेताओं ने कहा कि कांग्रेस जिस तरह की तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है, उससे वह पहले ही भारत के नक्शे से लगभग खत्म सी हो गई है. अब इस तरह की फिर हिंदू विरोधी घोषणा करके अपना बचा जनाधार भी खो रही है.
सड़कों पर 'बजरंगी' : बजरंग दल महानगर संयोजक खंडेलवाल ने बताया कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को सड़कों पर आने की जरूरत इसलिए पड़ी, क्योंकि कांग्रेस पार्टी ने अपनी मंशा साफ कर दी है. जो भी हिंदू हित की बात करेगा, जो भगवा पताका उठाएगा, जो जय श्री राम का नारा लगाएगा, उसका मुंह बंद कर दें. इसलिए कांग्रेस वालों ने कर्नाटक में इस तरह के वायदे अपने घोषणा पात्र में किए. लेकिन बजरंग दल जैसे संगठन जिसकी जड़ें भारत में ही नहीं, बल्कि विदेश में भी फैली हुई हैं, उसे इतनी आसानी से कांग्रेस बंद नहीं कर सकती. बंद करने की बात तो, दूर कांग्रेस एक व्यक्ति के मन से भी बजरंग दल की भावना को नहीं निकाल सकती. बजरंग दल का कार्यकर्ता सदैव धर्म के लिए तैयार है. देश की संस्कृति और हिंदुत्व को बचाने के लिए काम करता है. उन्होंने कहा कि आज जो लोगों में रोष है, वह इसी बात का है कि कांग्रेस हमेशा हिंदू विरोधी नीतियों को ही समर्थन करती रही है. तुष्टिकरण की राजनीति कांग्रेस कर रही है, लेकिन अब ये बरजंगी सड़कों पर हैं, जो कांग्रेस को उसकी असली जगह पहुंचा कर ही दम लेंगे.
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भारत के नक्शे से गायब : बजरंग दल के प्रांत संयोजक राकेश कुमार ने कहा कि राजस्थान में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में इस हिंदू विरोधी निर्णय पर कांग्रेस के खिलाफ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. ये बजरंग दल या अन्य हिंदू संगठनों का कांग्रेस को मुंहतोड़ जवाब है. आज जो आक्रोश है, यह पूरे देश में हो रहा है. आने वाले विधानसभा या लोकसभा चुनाव में इसका असर दिखेगा.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से हिंदू विरोध की बात करती रही है. 138 साल पुरानी कांग्रेस की स्थिति यह हो गई कि आज वह धीरे-धीरे भारत के नक्शे से समाप्त होती जा रही है. यह समझ से परे है कि देश की सवा करोड़ हिंदू आबादी की भावनाओं के साथ वह हमेशा क्यों खिलवाड़ करती है. तुष्टिकरण की राजनीति की वजह से कांग्रेस सत्ता से बाहर होती जा रही है. राकेश ने मंत्री गोविंद राम मेघवाल के बयान पर कहा कि जो मंत्री ने बयान दिया है, वही पहले बीजेपी की नीतियों का राग गाते थे. अब कांग्रेस में अपना नंबर बढ़ने के लिए इस तरह की तुष्टिकरण की बात कर करे हैं. लेकिन राजस्थान और देश की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी. चुनाव में ज्यादा दिन का वक्त नहीं बचा है, इसका परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा.
भीलवाड़ा में भी प्रदर्शन : राजस्थान के भीलवाड़ा में जिला कांग्रेस कार्यालय पर गुरुवार को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा का पाठ कर कांग्रेस का विरोध किया. बजरंग दल के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में बजरंग दल को बैन करने का वादा बिल्कुल गलत है. इस दौरान बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट से कांग्रेस कार्यालय तक पैदल मार्च निकालकर कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी की.