जयपुर. प्रदेश के राज्यपाल और कुलाधिपति कलराज मिश्र की पहल पर अब प्रदेश के सरकारी विश्वविद्यालयों में होने वाले समारोह में संविधान की प्रस्तावना और कर्तव्यों का भी वाचन होगा. इसकी जानकारी सोमवार को राज्यपाल कलराज मिश्र ने खुद दी.
राज्यपाल ने कहा कि इस पहल की शुरूआत मंगलवार को अजमेर के महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय से होगी जहां मैं खुद मौजूद रहूंगा. मंगलवार को अजमेर में विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह आयोजित किया जा रहा है. जिसमें बतौर मुख्य अतिथि और समारोह के अध्यक्ष के रूप में राज्यपाल कलराज मिश्रा भी मौजूद रहेंगे.
राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है और इस साल संविधान दिवस पर काफी जागरूकता भी देखी गयी है. लेकिन, क्या लोगों को पता है कि संविधान के क्या फंडामेंटल राइट्स और ड्यूटी है.
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उन्होंने कहा कि लोगों में जागरूकता आए, खासकर युवकों में तो इसके लिए दीक्षांत समारोह में इसकी शुरुवात की गई है. दीक्षांत समारोह में 1949 के समय जिस प्रस्तावना को प्रस्तुत किया गया था उसकी जानकारी दी जाएगी. राज्यपाल ने कहा की सभी यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में प्रस्तावना को पढ़ना अनिवार्य कर दिया है.