ETV Bharat / state

Ground Report : मिठाई से मोह भंग, गजक, ड्राई फ्रूट्स और बेकरी बिस्किट पर लोग जता रहे भरोसा

author img

By

Published : Oct 24, 2022, 2:24 PM IST

Updated : Oct 24, 2022, 3:51 PM IST

घरों में खुशियों का दीपक जलाने को तैयार शहरवासी इस बार गजक और ड्राई फ्रूट्स और बेकरी बिस्किट से अपना मुंह मीठा कर रहे (People buying alternate of sweets this Diwali) हैं. दीपावली पर अपनों की सेहत का ध्यान रखते हुए बाजार की मिठाई देने से बच रहे हैं. वजह है मिठाइयों में मिलावट को लेकर आ रही खबरें. बता दें कि शुद्ध के लिए युद्ध के दौरान ताबड़तोड़ कार्रवाईयों में बड़ी मात्रा में मिलावटी मिठाइयां जब्त की गई हैं.

People buying alternate of sweets this Diwali due to Adulteration in sweets
Ground Report: मिठाई से मोह भंग, गजक, ड्राई फ्रूट्स और बेकरी बिस्किट पर लोग जता रहे भरोसा

जयपुर. दीपावली खुशियों और उल्लास का पर्व है. इसी त्योहार में मिठास घोलने के लिए लोग बाजार से मिठाइयां घर लाते हैं. साथ ही अपनों को उपहार में मिठाई भेंट करते हैं. हालांकि इस बार शहरवासी मिलावट की खबरों के चलते बाजार में बनी मावे और दूसरी मिठाइयों से परहेज कर रहे हैं. विकल्प के रूप में गजक, ड्राई फ्रूट्स और बेकरी बिस्किट्स का लोगों ने रुख किया (People buying alternate of sweets this Diwali) है.

स्वास्थ्य विभाग की ओर से त्योहारी सीजन में मिठाइयों और मावे में मिलावट को रोकने के लिए शुद्ध के लिए युद्ध अभियान जारी है. जिसमें मिठाइयों और मावे की दुकानों पर विभाग की ओर से गठित टीम जांच कर लगातार कार्रवाई भी कर रही है. इसी के चलते अब शहरवासियों का मावे और मिठाइयों से मोहभंग हो गया है. साथ ही लोग अभी भी कोरोना को भूले नहीं है. नतीजन शहरवासी इस बार मिठाइयों को लेकर रिस्क नहीं लेना चाहते.

गजक, ड्राई फ्रूट्स और बेकरी बिस्किट पर लोग जता रहे भरोसा...

पढ़ें: दिवाली पर मिलावट का काला कारोबार, ऐसे करें मिलावटी सामान की जांच

मिठाइयों की जगह उनका रूझान गजक और ड्राई फ्रूट्स और दूसरे विकल्पों की ओर देखने को मिल रहा है. इसकी एक वजह मौसम में बदलाव को भी माना जा सकता है. शहरवासियों की मानें तो मिठाइयों में होने वाली मिलावट बीमारियों को न्योता देती है. जबकि गजक और ड्राई फ्रूट्स में मिलावट के चांस नहीं रहते और इन्हें लंबे समय तक घर में रख इस्तेमाल भी किया जा सकता है.

पढ़ें: दीपावली से पहले अलवर के मावे की डिमांड बढ़ी, मिलावटखोर कर रहे लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़

वहीं दीपावली को लेकर कुछ दुकानदारों ने नई और स्पेशल गजक भी बनवाई है. गजक विक्रेता रामकिशोर मीणा के अनुसार लोग अब मिठाइयों से उब चुके हैं और अपना टेस्ट चेंज करना चाहते हैं. इस टेस्ट के लिए इस बार 120 तरह की गजक तैयार की गई है. लेकिन प्रमुख रूप से मैंगो/चॉकलेट गजक, मलाई गजक, तिल सकरी, बटर पीनट चिक्की, क्रंची लड्डू जैसी गजक शहरवासियों को खासी पसंद आ रही है. इनमें गुड़, चीनी और तिल के अलावा कोई मिलावट नहीं होती. हालांकि इस बार पिछले सालों के तुलना में दामों में इजाफा हुआ है बाजार में 440 रुपए किलो से लेकर 1000 रुपए किलो तक की गजक मौजूद है.

वहीं बाजारों में गजक के अलावा भी मिठाइयों का विकल्प मौजूद है. ड्राई फ्रूट्स को भी लोग बतौर नजराना अपने सगे-संबंधियों के लिये ले रहे हैं. दीपावली को देखते हुए ये ड्राई फ्रूट्स विभिन्न पैकिंग में उपलब्ध है. ड्राई फ्रूट्स विक्रेता गिर्राज अग्रवाल ने बताया कि मिठाइयां जहां सेहत खराब कर रही हैं. वहीं ड्राई फ्रूट्स इम्यूनिटी बूस्टर का काम कर करते हैं. ऐसे में लोगों का रुझान ड्राई फ्रूट्स को लेकर ज्यादा देखने को मिल रहा है.

ड्राइफ्रूट्स के दाम :

  • काजू - 800 से 1300 रुपए किलो
  • बादाम - 700 से 1600 रुपए किलो
  • पिस्ता - 1000 से 1600 रुपए किलो
  • किसमिश - 300 से 1000 रुपए किलो
  • अंजीर - 1000 से 1700 रुपए किलो
  • अखरोट - 1000 से 2000 रुपए किलो

पढ़ें: शुद्ध के लिए युद्ध अभियान: 10 हजार दुकानों पर एक फूड इंस्पेक्टर, 9 पद खाली, कैसे कसेगा मिलावट पर शिकंजा

इसके अलावा लोग अपने परिजनों और सगे संबंधियों को गिफ्ट करने के लिए चॉकलेट और बैकरी बिस्किट भी लेना पसंद कर रहे हैं. बेकरी बिस्किट विक्रेता सुरेश आडवाणी ने बताया कि मावे से लोग परहेज कर रहे हैं. जब लोगों की मांग बेकरी बिस्किट को लेकर के है, तो उन्हें कई वैराइटीज में तैयार किया गया है. इनमें मावा बिस्किट, नान खटाई, सूजी बिस्किट, ड्राई फ्रूट बिस्किट शामिल हैं. जिन्हें तैयार कर सील पैक किए जा रहे हैं. ताकि आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान भेजा भी जा सके.

जयपुर. दीपावली खुशियों और उल्लास का पर्व है. इसी त्योहार में मिठास घोलने के लिए लोग बाजार से मिठाइयां घर लाते हैं. साथ ही अपनों को उपहार में मिठाई भेंट करते हैं. हालांकि इस बार शहरवासी मिलावट की खबरों के चलते बाजार में बनी मावे और दूसरी मिठाइयों से परहेज कर रहे हैं. विकल्प के रूप में गजक, ड्राई फ्रूट्स और बेकरी बिस्किट्स का लोगों ने रुख किया (People buying alternate of sweets this Diwali) है.

स्वास्थ्य विभाग की ओर से त्योहारी सीजन में मिठाइयों और मावे में मिलावट को रोकने के लिए शुद्ध के लिए युद्ध अभियान जारी है. जिसमें मिठाइयों और मावे की दुकानों पर विभाग की ओर से गठित टीम जांच कर लगातार कार्रवाई भी कर रही है. इसी के चलते अब शहरवासियों का मावे और मिठाइयों से मोहभंग हो गया है. साथ ही लोग अभी भी कोरोना को भूले नहीं है. नतीजन शहरवासी इस बार मिठाइयों को लेकर रिस्क नहीं लेना चाहते.

गजक, ड्राई फ्रूट्स और बेकरी बिस्किट पर लोग जता रहे भरोसा...

पढ़ें: दिवाली पर मिलावट का काला कारोबार, ऐसे करें मिलावटी सामान की जांच

मिठाइयों की जगह उनका रूझान गजक और ड्राई फ्रूट्स और दूसरे विकल्पों की ओर देखने को मिल रहा है. इसकी एक वजह मौसम में बदलाव को भी माना जा सकता है. शहरवासियों की मानें तो मिठाइयों में होने वाली मिलावट बीमारियों को न्योता देती है. जबकि गजक और ड्राई फ्रूट्स में मिलावट के चांस नहीं रहते और इन्हें लंबे समय तक घर में रख इस्तेमाल भी किया जा सकता है.

पढ़ें: दीपावली से पहले अलवर के मावे की डिमांड बढ़ी, मिलावटखोर कर रहे लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़

वहीं दीपावली को लेकर कुछ दुकानदारों ने नई और स्पेशल गजक भी बनवाई है. गजक विक्रेता रामकिशोर मीणा के अनुसार लोग अब मिठाइयों से उब चुके हैं और अपना टेस्ट चेंज करना चाहते हैं. इस टेस्ट के लिए इस बार 120 तरह की गजक तैयार की गई है. लेकिन प्रमुख रूप से मैंगो/चॉकलेट गजक, मलाई गजक, तिल सकरी, बटर पीनट चिक्की, क्रंची लड्डू जैसी गजक शहरवासियों को खासी पसंद आ रही है. इनमें गुड़, चीनी और तिल के अलावा कोई मिलावट नहीं होती. हालांकि इस बार पिछले सालों के तुलना में दामों में इजाफा हुआ है बाजार में 440 रुपए किलो से लेकर 1000 रुपए किलो तक की गजक मौजूद है.

वहीं बाजारों में गजक के अलावा भी मिठाइयों का विकल्प मौजूद है. ड्राई फ्रूट्स को भी लोग बतौर नजराना अपने सगे-संबंधियों के लिये ले रहे हैं. दीपावली को देखते हुए ये ड्राई फ्रूट्स विभिन्न पैकिंग में उपलब्ध है. ड्राई फ्रूट्स विक्रेता गिर्राज अग्रवाल ने बताया कि मिठाइयां जहां सेहत खराब कर रही हैं. वहीं ड्राई फ्रूट्स इम्यूनिटी बूस्टर का काम कर करते हैं. ऐसे में लोगों का रुझान ड्राई फ्रूट्स को लेकर ज्यादा देखने को मिल रहा है.

ड्राइफ्रूट्स के दाम :

  • काजू - 800 से 1300 रुपए किलो
  • बादाम - 700 से 1600 रुपए किलो
  • पिस्ता - 1000 से 1600 रुपए किलो
  • किसमिश - 300 से 1000 रुपए किलो
  • अंजीर - 1000 से 1700 रुपए किलो
  • अखरोट - 1000 से 2000 रुपए किलो

पढ़ें: शुद्ध के लिए युद्ध अभियान: 10 हजार दुकानों पर एक फूड इंस्पेक्टर, 9 पद खाली, कैसे कसेगा मिलावट पर शिकंजा

इसके अलावा लोग अपने परिजनों और सगे संबंधियों को गिफ्ट करने के लिए चॉकलेट और बैकरी बिस्किट भी लेना पसंद कर रहे हैं. बेकरी बिस्किट विक्रेता सुरेश आडवाणी ने बताया कि मावे से लोग परहेज कर रहे हैं. जब लोगों की मांग बेकरी बिस्किट को लेकर के है, तो उन्हें कई वैराइटीज में तैयार किया गया है. इनमें मावा बिस्किट, नान खटाई, सूजी बिस्किट, ड्राई फ्रूट बिस्किट शामिल हैं. जिन्हें तैयार कर सील पैक किए जा रहे हैं. ताकि आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान भेजा भी जा सके.

Last Updated : Oct 24, 2022, 3:51 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.