जयपुर. जिला निर्वाचन विभाग ने आरसीए, क्रीड़ा परिषद और राजस्थान रॉयल्स को आचार संहिता उल्लंघन का नोटिस जारी किया है. नोटिस देकर आईपीएल मैचों के दौरान दिए जाने वाले पास का पूरा विवरण मांगा है.
जिला निर्वाचन अधिकारी जगरूप सिंह यादव के अनुसार उन्हें शिकायत मिली थी कि आईपीएल के पास राजनीतिक आधार पर दिए जा रहे हैं. इसी के चलते नोटिस जारी किया गया है. नोटिस देकर आरसीए और क्रीड़ा परिषद को आने वाले मैचों के लिए दिए जाने वाले पास और पहले दिए जा चुके पासों का पूरा विवरण देने को कहा है.
यादव ने कहा कि आईपीएल और क्रीड़ा परिषद को पास संबंधित पूरी वस्तु स्थिति स्पष्ट करने को कहा था. लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया. इस कारण नोटिस दिया गया है. उन्होंने कहा कि आईपीएल के पास राजनीतिक प्रभाव डाल रहा है.
उन्होंने कहा कि यह जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 171 का खुला उल्लंघन है. इसके तहत किसी भी वस्तु को बांटने पर पर राजनीतिक प्रभाव पड़ता है तो दंडनीय अपराध है. नोटिस में पिछले मैचों में दिए गए सभी पास का विवरण और आने वाले मैचों में दिए जाने वाले पास का पूरा विवरण देने को कहा गया है. साथ ही शपथ पत्र देने को भी कहा गया है कि जो पास बांटे गए हैं, इनका कोई राजनीतिक प्रभाव नहीं पड़ेगा.
जिला निर्वाचन अधिकारी ने साफ किया कि यदि पास विवरण चुनाव को प्रभावित करने वाला होगा तो यह आचार संहिता का उल्लंघन माना जाएगा और इस पर कार्रवाई की जाएगी. आरसीए और क्रीड़ा परिषद को 24 घंटे में पूर्ण तथ्यात्मक पालना रिपोर्ट जिला निर्वाचन अधिकारी को पेश करने के लिए कहा गया है. यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1991 आईपीसी के तहत आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
दूसरी ओर आईपीएल मैच के दौरान बवंडर और तूफान जैसी स्थिति में जनता की जान बचाने के लिए कार्य योजना के संबंध में जिला प्रशासन को अब तक कोई जवाब नहीं मिला है. वह आपदा प्रबंधन कानून के तहत कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है. जिला प्रशासन ने आईपीएल मैच में लोगों की जान बचाने के लिए कार्य योजना मांगी थी. लेकिन आरसीए ने इसे गंभीरता से नहीं लिया है.