ETV Bharat / state

जयपुर में फिर शुरू हुआ अनूठा 'सत्याग्रह', शरीर जमीन में दबाकर किसान कर रहे प्रदर्शन

राजधानी के हरमाड़ा में प्रस्तावित नींदड़ आवासीय योजना के तहत जेडीए ने अपना कब्जा लेना शुरू कर दिया तो वहीं किसानों ने इसके विरोध में अब आंदोलन की तैयारी शुरू कर ली है. बड़ी संख्या में किसान नींदड़ में एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों ने फिर से जमीन समाधि सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत कर दी है. कंधों तक का शरीर जमीन में दबाकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं.

Chomu news, jaipur news, जयपुर की खबर, चौमू की खबर
नींदड़ में फिर शुरू हुआ अनूठा सत्याग्रह आंदोलन
author img

By

Published : Jan 7, 2020, 2:09 PM IST

Updated : Jan 7, 2020, 2:46 PM IST

चौमू (जयपुर). नींदड़ बचाओ युवा संघर्ष समिति के बैनर तले किसानों ने आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है. जमीन में गड्ढों की खुदाई का काम चल रहा है. धरने की अगुवाई डॉ. नागेंद्र सिंह शेखावत कर रहे हैं.

नींदड़ में फिर शुरू हुआ अनूठा सत्याग्रह आंदोलन

शेखावत ने बताया कि JDA के अधिकारी नए साल पर किसानों को बिना बताए जमीन पर कब्जा कर करने के लिए आ गए. सरकार यदि जनवरी 2014 में लागू हुए नए भूमि अधिग्रहण कानून के तहत सरकार यदि किसानों की भूमि को अवाप्त करती है, तो हम भूमि देने को तैयार हैं. नहीं तो पुराने भूमि अधिग्रहण कानून के तहत सरकार को 1 इंच भी भूमि नहीं देंगे.

यह भी पढ़ेंः बीजेपी वाले एक धर्म का देश बनाना चाहते हैं : अमीन खान

बता दें कि साल 2017 में भी तकरीबन डेढ़ महीने तक किसानों ने जमीन समाधि सत्याग्रह आंदोलन का किया था, जिसमें कई किसानों को जेल भी जाना पड़ा था. किसान डेढ़ महीने तक जमीन समाधि सत्याग्रह पर बैठे थे. उस समय सरकार से बातचीत हुई थी, लेकिन कोई ठोस हल नहीं निकला और अब फिर से किसानों ने बड़े आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है.

गौरतलब है कि किसानों का अनूठे तरीके से किया गया सत्याग्रह भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर के मीडिया की सुर्खियां बना था. लेकिन किसानों को उनका हक नहीं मिला था. तत्कालीन सरकार और जेडीए प्रशासन ने किसानों को उनकी मांगे मानने का भरोसा दिलाकर सत्याग्रह खत्म करवाया था. परंतु सरकार और जेडीए दोनों ही अब किसानों की मांगे पूरी करने के वादे से मुकर गए हैं.

चौमू (जयपुर). नींदड़ बचाओ युवा संघर्ष समिति के बैनर तले किसानों ने आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है. जमीन में गड्ढों की खुदाई का काम चल रहा है. धरने की अगुवाई डॉ. नागेंद्र सिंह शेखावत कर रहे हैं.

नींदड़ में फिर शुरू हुआ अनूठा सत्याग्रह आंदोलन

शेखावत ने बताया कि JDA के अधिकारी नए साल पर किसानों को बिना बताए जमीन पर कब्जा कर करने के लिए आ गए. सरकार यदि जनवरी 2014 में लागू हुए नए भूमि अधिग्रहण कानून के तहत सरकार यदि किसानों की भूमि को अवाप्त करती है, तो हम भूमि देने को तैयार हैं. नहीं तो पुराने भूमि अधिग्रहण कानून के तहत सरकार को 1 इंच भी भूमि नहीं देंगे.

यह भी पढ़ेंः बीजेपी वाले एक धर्म का देश बनाना चाहते हैं : अमीन खान

बता दें कि साल 2017 में भी तकरीबन डेढ़ महीने तक किसानों ने जमीन समाधि सत्याग्रह आंदोलन का किया था, जिसमें कई किसानों को जेल भी जाना पड़ा था. किसान डेढ़ महीने तक जमीन समाधि सत्याग्रह पर बैठे थे. उस समय सरकार से बातचीत हुई थी, लेकिन कोई ठोस हल नहीं निकला और अब फिर से किसानों ने बड़े आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है.

गौरतलब है कि किसानों का अनूठे तरीके से किया गया सत्याग्रह भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर के मीडिया की सुर्खियां बना था. लेकिन किसानों को उनका हक नहीं मिला था. तत्कालीन सरकार और जेडीए प्रशासन ने किसानों को उनकी मांगे मानने का भरोसा दिलाकर सत्याग्रह खत्म करवाया था. परंतु सरकार और जेडीए दोनों ही अब किसानों की मांगे पूरी करने के वादे से मुकर गए हैं.

Intro:एंकर-राजधानी जयपुर के हरमाड़ा में प्रस्तावित नींदड़ आवासीय योजना के तहत जेडीए ने अपना कब्जा लेना शुरू कर दिया तो वही किसानों ने इसके विरोध में अब आंदोलन की तैयारी शुरू कर ली है। Body:बड़ी संख्या में किसान नींदड़ में एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों ने फिर से जमीन समाधि सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत करने की तैयारी कर रहे है। नींदड़ बचाओ युवा संघर्ष समिति के बैनर तले किसानों ने आंदोलन की तैयारी कर ली है। जमीन में गड्ढों की खुदाई का काम चल रहा है ।धरने की अगुवाई डॉ नागेंद्र सिंह शेखावत कर रहे हैं। डॉ नागेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि JDA के अधिकारी नए साल पर किसानों को बिना बताए जमीन पर कब्जा कर करने के लिए आ गए।सरकार यदि जनवरी 2014 में लागू हुए नए भूमि अधिग्रहण कानून के तहत सरकार यदि किसानों की भूमि को अवाप्त करती है तो हम भूमि देने को तैयार है ।अन्यथा पुराने भूमि अधिग्रहण कानून के तहत सरकार को 1 इंच भी भूमि नहीं देंगे। हम आपको बता दें कि वर्ष 2017 में भी तकरीबन 1 महीने तक किसानों ने जमीन समाधि सत्याग्रह आंदोलन का किया था जिसमें कई किसानों को जेल भी जाना पड़ा था ।उस समय सरकार से बातचीत हुई थी लेकिन कोई ठोस हल नहीं निकला और अब फिर से किसानों ने बड़े आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है।

बाइट डॉ नागेंद्र सिंह शेखावत समिति अध्यक्ष
जयपुर से राम कृष्ण की रिपोर्ट
Conclusion:
Last Updated : Jan 7, 2020, 2:46 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.