ETV Bharat / state

एनजीटी स्वच्छता सर्वेक्षण, सफाई और ड्रेनेज व्यवस्था की समीक्षा बैठक...शिकायतों का एक हफ्ते में निराकरण के आदेश - Cleanliness Survey Meeting

जयपुर में शुक्रवार को एनजीटी स्वच्छता सर्वेक्षण, सफाई और ड्रेनेज व्यवस्था की समीक्षा के लिए नगर निगम में बैठक हुई. जिसमें संपर्क पोर्टल और कॉल सेंटर पर दर्ज शिकायतों का निस्तारण एक सप्ताह में करने का आदेश दिया गया.

स्वच्छता सर्वेक्षण की बैठक, Cleanliness Survey Meeting
author img

By

Published : Aug 30, 2019, 9:11 PM IST

जयपुर. स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 का दूसरा चरण अपने अंतिम दौर में चल रहा है. ऐसे में नगर निगम प्रशासन अब जयपुर शहर की सफाई व्यवस्था और खासकर डोर टू डोर कचरा संग्रहण को लेकर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुट गया है. जिसे लेकर शुक्रवार को सफाई और ड्रेनेज सिस्टम की समीक्षा की गई.

एनजीटी स्वच्छता सर्वेक्षण की बैठक

साथ ही संपर्क पोर्टल और कॉल सेंटर पर दर्ज शिकायतों का एक सप्ताह के अंदर निस्तारण करने को लेकर निर्देश दिए गए. वहीं इस दौरान बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि मौजूद रहे जिन्हें हुपर में गीला और सूखा कचरा अलग-अलग करने के लिए कंपार्टमेंट लगाए जाने के निर्देश दिए गए है.

पढ़ें- ममता शर्मसारः डूंगरपुर में जन्म के बाद नवजात बच्ची को झाड़ियो में फेंक गई मां

इस संबंध में अतिरिक्त आयुक्त अरुण गर्ग ने बताया कि अभी संपर्क पोर्टल पर 4000 और कॉल सेंटर पर 8000 शिकायतें आई हुई है जिनका निस्तारण अगले शुक्रवार तक करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही बैठक में डोर टू डोर कचरा संग्रहण को लेकर अधिकारियों और बीवीजी कंपनी को निर्देश दिए हैं. इसके अलावा जयपुर शहर की सफाई व्यवस्था, ड्रेनेज सिस्टम को सुधारने और संस्थानों में कंपोस्ट मशीन लगाने को लेकर भी दिशा निर्देश दिए गए हैं.

बीते दिनों मानसून ने शहर की सफाई और ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल कर सामने रख दी थी. जिसके बाद अब मानसून का दबाव कम होने पर निगम के अधिकारियों को भी स्वच्छता सर्वेक्षण की याद आई है. जिसके बाद मीटिंग का दौर शुरू हो गया है. अब देखना होगा कि धरातल पर इन निर्देशों को कब अमलीजामा पहनाया जाता है.

जयपुर. स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 का दूसरा चरण अपने अंतिम दौर में चल रहा है. ऐसे में नगर निगम प्रशासन अब जयपुर शहर की सफाई व्यवस्था और खासकर डोर टू डोर कचरा संग्रहण को लेकर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुट गया है. जिसे लेकर शुक्रवार को सफाई और ड्रेनेज सिस्टम की समीक्षा की गई.

एनजीटी स्वच्छता सर्वेक्षण की बैठक

साथ ही संपर्क पोर्टल और कॉल सेंटर पर दर्ज शिकायतों का एक सप्ताह के अंदर निस्तारण करने को लेकर निर्देश दिए गए. वहीं इस दौरान बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि मौजूद रहे जिन्हें हुपर में गीला और सूखा कचरा अलग-अलग करने के लिए कंपार्टमेंट लगाए जाने के निर्देश दिए गए है.

पढ़ें- ममता शर्मसारः डूंगरपुर में जन्म के बाद नवजात बच्ची को झाड़ियो में फेंक गई मां

इस संबंध में अतिरिक्त आयुक्त अरुण गर्ग ने बताया कि अभी संपर्क पोर्टल पर 4000 और कॉल सेंटर पर 8000 शिकायतें आई हुई है जिनका निस्तारण अगले शुक्रवार तक करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही बैठक में डोर टू डोर कचरा संग्रहण को लेकर अधिकारियों और बीवीजी कंपनी को निर्देश दिए हैं. इसके अलावा जयपुर शहर की सफाई व्यवस्था, ड्रेनेज सिस्टम को सुधारने और संस्थानों में कंपोस्ट मशीन लगाने को लेकर भी दिशा निर्देश दिए गए हैं.

बीते दिनों मानसून ने शहर की सफाई और ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल कर सामने रख दी थी. जिसके बाद अब मानसून का दबाव कम होने पर निगम के अधिकारियों को भी स्वच्छता सर्वेक्षण की याद आई है. जिसके बाद मीटिंग का दौर शुरू हो गया है. अब देखना होगा कि धरातल पर इन निर्देशों को कब अमलीजामा पहनाया जाता है.

Intro:जयपुर - एनजीटी स्वच्छता सर्वेक्षण, सफाई और ड्रेनेज व्यवस्था की समीक्षा के लिए शुक्रवार को नगर निगम में बैठक हुई। जिसमें संपर्क पोर्टल और कॉल सेंटर पर दर्ज शिकायतों का निस्तारण एक सप्ताह में करने साथ ही, बीवीजी कंपनी को हुपर में सैग्रीगेशन की व्यवस्था करने को लेकर निर्देश दिए गए।


Body:स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 का दूसरा चरण अपने अंतिम दौर में चल रहा है। ऐसे में नगर निगम प्रशासन अब जयपुर शहर की सफाई व्यवस्था और खासकर डोर टू डोर कचरा संग्रहण को लेकर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुट गया है। इस क्रम में आज सफाई और ड्रेनेज सिस्टम की समीक्षा की गई। साथ ही संपर्क पोर्टल और कॉल सेंटर पर दर्ज शिकायतों का 1 सप्ताह के अंदर निस्तारण करने को लेकर निर्देश दिए गए। इस दौरान बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। जिन्हें हुपर में गीला और सूखा कचरा अलग-अलग करने के लिए कंपार्टमेंट लगाए जाने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में अतिरिक्त आयुक्त अरुण गर्ग ने बताया कि अभी संपर्क पोर्टल पर 4000 और कॉल सेंटर पर 8000 शिकायतें आई हुई है। जिनका निस्तारण अगले शुक्रवार तक करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही बैठक में डोर टू डोर कचरा संग्रहण को लेकर अधिकारियों और बीवीजी कंपनी को निर्देश दिए हैं। इसके अलावा जयपुर शहर की सफाई व्यवस्था, ड्रेनेज सिस्टम को सुधारने और संस्थानों में कंपोस्ट मशीन लगाने को लेकर भी दिशा निर्देश दिए गए हैं।
बाईट - अरुण गर्ग, अतिरिक्त कमिश्नर, नगर निगम


Conclusion:बहरहाल, बीते दिनों मानसून ने शहर की सफाई और ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल कर सामने रख दी थी। अब मानसून का दबाव कम हुआ है। और अब जाकर निगम के अधिकारियों को भी स्वच्छता सर्वेक्षण की याद आई है। ऐसे में एसी हॉल में तो मीटिंग का दौर शुरू हो गया है। देखना होगा कि धरातल पर इन निर्देशों को कब अमलीजामा पहनाया जाता है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.