जयपुर. राजस्थान निदेशालय एनसीसी की ओर से रविवार को गांधीनगर एनसीसी कॉम्प्लेक्स में 75वां राज्य स्तरीय एनसीसी स्थापना दिवस मनाया गया. समारोह के मुख्य अतिथि राजस्थान एनसीसी के उपमहानिदेशक एयर कमोडोर सत्येंद्र शर्मा रहे. उन्होंने कैडेट्स को देश सुरक्षा के लिए आगे आने को प्रेरित किया. साथ ही कहा कि सफलता के लिए मेहनत करना जरूरी है उसका कोई शॉर्टकट नहीं होता.
जयपुर ग्रुप मुख्यालय जयपुर के ग्रुप कमांडर कर्नल वीरेंद्र कुमार ने समारोह के मुख्य अतिथि एयर कमोडोर सत्येंद्र शर्मा का स्वागत किया. मीडिया कोऑर्डिनेटर नंदकिशोर शर्मा ने बताया कि प्रथम राजस्थान बटालियन एनसीसी के सीनियर डिवीजन कैडेट्स ने मुख्य अतिथि को गार्ड ऑफ ऑनर दिया. इसके बाद एनसीसी ध्वज फहराया गया और एनसीसी गीत प्रस्तुत किया गया. इस अवसर पर राजस्थान निदेशालय की आरडीसी टीम के चयन के लिए आयोजित इंटर ग्रुप प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित करने के लिए एक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया.
पढ़ें: एनसीसी डीजी गुरबीरपाल सिंह ने महिला कैडेट से करवाया एनसीसी राजस्थान के नए भवन का लोकार्पण
एनसीसी महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह का संदेश भी पढ़ा गया. एयर कमोडोर सत्येन्द्र शर्मा ने अपने भाषण में कैडेट्स को आगामी शिविरों में भी अच्छा प्रदर्शन करने और नई दिल्ली में आरडीसी परेड के दौरान राजस्थान राज्य का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित किया. सत्येन्द्र शर्मा ने भी आरडीसी कैंप के अपने दिनों को याद किया.
एयर कमोडोर सत्येन्द्र शर्मा ने जयपुर, जोधपुर, उदयपुर और कोटा ग्रुप के इंटर ग्रुप कंपटीशन शिविर मे आर्मी, एयर और नेवी विंग के कैडेट्स को संबोधित करते हुए उनके साहस, अनुशासन और एकता की प्रशंसा की. उन्होंने कैडेट्स को देश सुरक्षा के लिए आगे आने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि मैं स्वयं भी एनसीसी कैडेट्स रहते हुए इस मुकाम पर पहुंचा हूं और अपने आप को आप सबके बीच पाकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं.
पढ़ें: एयर कमोडोर सत्येन्द्र शर्मा ने संभाली एनसीसी निदेशालय राजस्थान के उपमहानिदेशक की कमान
एनसीसी कैंप में कैडेट्स की हौसला अफजाई: उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में भी इंसान अगर ठान लेता है, तो उसको आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता. सच्ची लगन और दुनिया की परवाह किए बिना निरंतर आगे बढ़ने की चाह से व्यक्ति जीवन के शिखर तक पहुंच सकता है, लेकिन लगन के साथ संघर्ष और प्रयास करना जरूरी है. सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता.