जयपुर. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार की ओर से 2013 में नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड के तहत चिकित्सा संस्थानों को सर्टिफाइड करना शुरू किया गया. राजस्थान के अब तक 147 चिकित्सा संस्थानों को सर्टिफाइड कर इंसेंटिव दिया गया था. इस कड़ी में अब प्रदेश के तीन हेल्थ वेलनेस सेंटर, दो पीएचसी और एक अरबन पीएचसी स्वास्थ्य केन्द्रों का नाम और शुमार हो गया है.
इस तरह 2013 से अब तक राजस्थान के 153 चिकित्सा संस्थान ये नेशनल क्वालिटी पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं. इस संबंध में मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने बताया कि क्वालिटी एश्योरेंस प्रोग्राम के तहत राजसमंद जिले की पीएचसी ताल, बूंदी जिले की पीएचसी बांसी और जालोर जिले की अरबन पीएचसी लाल पोल स्वास्थ्य केन्द्रों को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट प्राप्त हुआ है.
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इसके साथ ही प्रदेश में पहली बार बीकानेर जिले के तीनों हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर उत्तमदेसर, ग्रांधी, डूडीवाली को चुना गया है. उन्होंने बताया कि हर साल नेशनल लेवल के एक्सटर्नल असेसमेंट मॉनिटर की ओर से भी स्वास्थ्य केन्द्रों का सघन निरीक्षण किया जाता है. साथ ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से निर्धारित मापदंडों के अनुसार विभिन्न पैरामीटर्स की जांच कर श्रेष्ठ अंक प्राप्त करने वाले संस्थानों को ये सर्टिफिकेट और निर्धारित इंसेंटिव राशि दी जाती है.
आपको बता दें कि नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड के तहत स्वास्थ्य केंद्रों पर सर्विस प्रोविजन, सपोर्ट सर्विसेज, मरीजों के अधिकार, क्लीनिकल देखभाल, इनफेक्शन कंट्रोल क्वालिटी, मैनेजमेंट इनपुट्स और आउटकम्स जैसी सेवाओं का आकलन किया जाता है.