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लोक अदालत में 46.96 लाख मुकदमों का हुआ निस्तारण, 1263 करोड़ रुपए का मुआवजा दिलवाया

लोक अदालत में कुल 46 लाख 96 हजार 419 मुकदमों का निस्तारण किया गया. वहीं 1263 करोड़ रुपए के नकद मुआवजा भी दिलवाई गई. इसकी जानकारी जस्टिस एमएम श्रीवास्तव ने तीसरी राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन के अवसर पर बताया.

National Public Court
राष्ट्रीय लोक अदालत
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Sep 10, 2023, 6:48 AM IST

Updated : Sep 10, 2023, 8:00 AM IST

जयपुर. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से शनिवार को साल की तीसरी राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष न्यायाधीश एमएम श्रीवास्तव ने हाई कोर्ट में लोक अदालत का विधिवत शुभारंभ किया. इस मौके पर जस्टिस अनिल उपमन और जस्टिस गणेश मीणा सहित अन्य न्यायिक अधिकारी मौजूद रहे.

लोक अदालत में कुल 46 लाख 96 हजार 419 मुकदमों का निस्तारण किया गया. वहीं 12 अरब 63 करोड़ 38 लाख 25 हजार 647 रुपए के नकद अवार्ड जारी किए गए. इस अवसर पर जस्टिस एमएम श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय संविधान में प्रत्येक नागरिक को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय उपलब्ध कराने का उद्देश्य शामिल किया गया है. ऐसे में न्याय प्रणाली को इस तरह का रूप दिया गया है कि वह मुकदमे की प्रकृति के अनुसार उसके पक्षकारों को न्याय प्रदान करे. कई पक्षकारों के बीच ऐसे सिविल व छोटे आपराधिक प्रकृति के मामले होते हैं, जिन्हें आपसी सहमति से ही सुलझाया जा सकता है. ऐसे में लोक अदालत के माध्यम से ऐसे प्रकरणों को तय किया जाता है, जिससे पक्षकार को सालों तक अदालतों में समय और पैसा खर्च ना करना पड़े.

पढ़ें National Lok Adalat : हाईकोर्ट सहित प्रदेश की अधीनस्थ अदालतों में आयोजन, राजीनामे से लाखों मुकदमों का निस्तारण

लोक अदालत में मुकदमों का निस्तारण करने के लिए प्रदेश भर की अधीनस्थ अदालतों में 494 पीठों का गठन किया गया था. वहीं हाई कोर्ट की जोधपुर स्थित मुख्यपीठ व जयपुर पीठ में कुल नौ पीठ सुनवाई के लिए गठित की गई थी. प्राधिकरण के सदस्य सचिव प्रमिल कुमार माथुर ने बताया कि लोक अदालत में राजीनामा हो सकने वाले फौजदारी प्रकरणों के अलावा चेक अनादरण, धन वसूली, बिजली-पानी, तलाक को छोडकर अन्य पारिवारिक प्रकरण, भूमि मुआवजा और सेवा संबंधी मामलों को सूचीबद्ध किया गया था. लोक अदालत के तहत एमएसीटी कोर्ट जयपुर के पीठासीन अधिकारी शंकर लाल गुप्ता ने मर्चेंट नेवी में कैप्टन की मौत के मामले में करीब तीन करोड पचास लाख रुपए का धनराशि अवार्ड जारी किया.

पढ़ें राष्ट्रीय लोक अदालत कल, ऑनलाइन भी हो सकते हैं शामिल

जयपुर. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से शनिवार को साल की तीसरी राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष न्यायाधीश एमएम श्रीवास्तव ने हाई कोर्ट में लोक अदालत का विधिवत शुभारंभ किया. इस मौके पर जस्टिस अनिल उपमन और जस्टिस गणेश मीणा सहित अन्य न्यायिक अधिकारी मौजूद रहे.

लोक अदालत में कुल 46 लाख 96 हजार 419 मुकदमों का निस्तारण किया गया. वहीं 12 अरब 63 करोड़ 38 लाख 25 हजार 647 रुपए के नकद अवार्ड जारी किए गए. इस अवसर पर जस्टिस एमएम श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय संविधान में प्रत्येक नागरिक को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय उपलब्ध कराने का उद्देश्य शामिल किया गया है. ऐसे में न्याय प्रणाली को इस तरह का रूप दिया गया है कि वह मुकदमे की प्रकृति के अनुसार उसके पक्षकारों को न्याय प्रदान करे. कई पक्षकारों के बीच ऐसे सिविल व छोटे आपराधिक प्रकृति के मामले होते हैं, जिन्हें आपसी सहमति से ही सुलझाया जा सकता है. ऐसे में लोक अदालत के माध्यम से ऐसे प्रकरणों को तय किया जाता है, जिससे पक्षकार को सालों तक अदालतों में समय और पैसा खर्च ना करना पड़े.

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लोक अदालत में मुकदमों का निस्तारण करने के लिए प्रदेश भर की अधीनस्थ अदालतों में 494 पीठों का गठन किया गया था. वहीं हाई कोर्ट की जोधपुर स्थित मुख्यपीठ व जयपुर पीठ में कुल नौ पीठ सुनवाई के लिए गठित की गई थी. प्राधिकरण के सदस्य सचिव प्रमिल कुमार माथुर ने बताया कि लोक अदालत में राजीनामा हो सकने वाले फौजदारी प्रकरणों के अलावा चेक अनादरण, धन वसूली, बिजली-पानी, तलाक को छोडकर अन्य पारिवारिक प्रकरण, भूमि मुआवजा और सेवा संबंधी मामलों को सूचीबद्ध किया गया था. लोक अदालत के तहत एमएसीटी कोर्ट जयपुर के पीठासीन अधिकारी शंकर लाल गुप्ता ने मर्चेंट नेवी में कैप्टन की मौत के मामले में करीब तीन करोड पचास लाख रुपए का धनराशि अवार्ड जारी किया.

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Last Updated : Sep 10, 2023, 8:00 AM IST
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