जयपुर. राजधानी में कोरोना वायरस से बचाव के लिए नगर-निगम द्वारा फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव किया जा रहा है. करीब 2 महीने से इस केमिकल के इस्तेमाल से अब इन गाड़ियों में जंग लगती जा रही है. यही वजह है कि निगम दूसरा विकल्प तलाश रहा है. इस संबंध में निगम कमिश्नर विजय पाल सिंह ने कहा कि आने वाले समय को देखते हुए नगर निगम का ये प्रयास रहेगा कि शहर को साफ सुथरा रखने के साथ-साथ रेगुलर बेसिस पर सैनिटाइज भी करना होगा.
उन्होंने कहा, वर्तमान में फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से ये काम किया जा रहा है. चूंकि रूटीन में फायर ब्रिगेड का ये काम नहीं है और इतनी महंगी गाड़ियों का रखरखाव करने में भी दिक्कत आती है. ऐसे में सैनिटाइजेशन के लिए स्पेसिफिक व्हीकल का प्लान किया जा रहा है. यही वजह है कि गुरुग्राम से एक व्हीकल मंगवाकर उसका डेमो देखा गया है.
गुरूग्राम से मंगवाई गई इन बूस्टर स्प्रे मशीन को निगम जल्द खरीदने की तैयारी कर रहा है. हालांकि जानकारी के अनुसार इन बूस्टर मशीनों के द्वारा महज D-125 केमिकल का ही छिड़काव किया जा सकता है. ना तो इन गाड़ियों से फागिंग हो सकती है और ना ही इन गाड़ियों में सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव किया जा सकता है.
कमेटी की राय के बाद गाड़ियां क्रय की जाएंगी:
इस पर आयुक्त ने कहा कि इस संबंध में कमेटी बनाई गई है. जिसकी राय पर ही यह गाड़ियां क्रय की जाएंगी. उन्होंने माना कि सोडियम हाइपोक्लोराइट केमिकल से मशीनें खराब होती हैं. ऐसे में टेक्निकल राय लेने के बाद ही प्लान किया जाएगा कि किस तरह की गाड़ियां खरीदी जाए.
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राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार सार्वजनिक स्थान हो या व्हीकल सभी को सोडियम हाइपोक्लोराइट से ही सैनिटाइज किया जाना है. ऐसे में अगर निगम प्रशासन गुरुग्राम से आई बूस्टर स्प्रे मशीन को खरीदता है तो इसे राजस्व का दुरुपयोग ही माना जाएगा.