जयपुर. राजस्थान की विधानसभा के बाद अब दिल्ली लोकसभा में भी लाल डायरी का मुद्दा जमकर गूंजा. गहलोत सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र गुढ़ा ने 2 दिन पहले विधानसभा में लाल डायरी लेकर जमकर हंगामा किया था, लेकिन अब मामला लोकसभा तक पहुंच गया है. सांसद दीया कुमारी ने लोकसभा में लाल डायरी का मुद्दा उठाया और उसकी उच्च स्तरीय केंद्रीय जांच एजेंसी से जांच की मांग की.
क्या छिपा है लाल डायरी में ? : सांसद दीया कुमारी ने कहा कि जिस लाल डायरी को लेकर राजस्थान में राजनीतिक बवाल मचा हुआ है, उसके बारे में देश और प्रदेश का हर नागरिक जानना चाहता है. आखिर उस लाल डायरी में ऐसा क्या है, जिसे गहलोत सरकार छुपाना चाह रही है. दीया कुमारी ने लोकसभा में लाल डायरी को लहराते हुए केंद्रीय उच्च स्तरीय जांच एजेंसी से इसकी जांच कराने की मांग की ताकि सच सबके सामने आ सके.
500 करोड़ से ज्यादा का हिसाब : उन्होंने कहा कि जिस तरह से राजस्थान में भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है, उससे यह साफ है कि उस लाल डायरी में भ्रष्टाचार के कई राज दबे हुए हैं जो अगर सामने आ जाएं तो गहलोत सरकार संकट में आ सकती है. दीया कुमारी ने कहा कि राजेंद्र गुढ़ा ने दावा किया है कि लाल डायरी में 500 करोड़ से ज्यादा का हिसाब किताब लिखा हुआ है. उनके बयान और जिस तरह से विधानसभा में सत्ताधारी दल के सदस्यों ने उनसे जबरन डायरी छीनी, ये इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि प्रदेश की गहलोत सरकार नहीं चाहती की लाल डायरी का राज सबके सामने आए.
राज दबाने के लिए दबाव : सांसद दीया कुमारी ने कहा कि संसद के बाहर प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह के नेतृत्व में राजस्थान के सांसदों ने कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ और लाल डायरी के राज उजागर करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया है. ऐसे कौन से राज है जिन्हें छिपाने के लिए राजेंद्र गुढ़ा को बर्खास्त करने के बाद भी उनपर दबाव बनाया जा रहा है?. गुढ़ा और उनके समर्थकों पर भी पुराने मामले निकालकर कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि गहलोत सरकार राजनीतिक द्वेष के कारण कानून का दुरुपयोग कर रही है.