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7 लाख से अधिक छात्रों ने किया नीट क्वालीफाई

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की नीट परीक्षा में क्वालीफाई करने वाले छात्रों को अब अच्छे मेडिकल कॉलेज में दाखिले का इंतजार है.  इस बार 7 लाख 97 हजार 42 छात्रों ने नीट क्वालीफाई किया है, लेकिन देश में महज 70 हजार 878 सीट ही मौजूद है.

छात्रों ने किया नीट क्वालीफाई
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Published : Jun 23, 2019, 2:59 AM IST

जयपुर. देश की कठिनतम परीक्षाओं में शामिल नीट का परीक्षा परिणाम हाल ही में जारी हुआ. जिसमें देश के लाखों होनहारों ने क्वालीफाई करते हुए डॉक्टर बनने की एक और सीढ़ी चढ़ी. देश के 7 लाख 97 हजार 42 छात्र मेडिकल कॉलेज की काउंसलिंग का इंतजार कर रहे हैं.लेकिन यह काउंसलिंग देश की 70 हजार 878 सीट पर होगी.

छात्रों ने किया नीट क्वालीफाई

राजस्थान की बात करें तो यहां तकरीबन 3 हजार सीट पर छात्रों को मेडिकल या डेंटल कॉलेज में एडमिशन मिलेगा. एस.एम.एस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ सुधीर भंडारी ने बताया कि अभी रजिस्ट्रेशन का दौर चल रहा है. इसके बाद मेरिट लिस्ट बनेगी और वेरिफिकेशन होगा. जिसके बाद छात्र ऑनलाइन अपनी चॉइस भर सकेंगे. इसका रिजल्ट 5 जुलाई को जारी होगा.

वहीं 6 से 9 जुलाई तक एसएमएस मेडिकल कॉलेज में काउंसलिंग के बाद कॉलेज अलॉट कर दिए जाएंगे. उन्होंने ये साफ किया कि नीट एक एंट्रेंस एग्जाम है. ऐसे में इस रैंक के आधार पर छात्रों को दूसरा मौका नहीं मिल सकता. दूसरे मौके के लिए छात्र को दोबारा नीट का एग्जाम देना होगा.

नीट क्वालीफाई करने वाली छात्रा ने बताया उन्हें मेडिकल कॉलेज मिलने की उम्मीद है. यदि इस बार उन्हें मौका नहीं मिलता तो वो नीट की परीक्षा दोबारा देंगी. वहीं एक अन्य छात्र ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में मौका नहीं मिलने की स्थिति में उनके पास प्लान बी है. जिसके तहत वो मेडिकल से जुड़े दूसरे स्ट्रीम में भी अपना भाग्य आजमाएंगे.

वहीं एक्सपर्ट्स ने बताया साइंस बायोलॉजी लेकर नीट का एग्जाम देने वाले छात्रों के पास रिअटेम्प्ट का ऑप्शन होता है. साथ ही मेडिकल लाइन में जाने के लिए ऐम्स, डीम्ड यूनिवर्सिटी जैसे रास्ते भी खुले रहते हैं. इसके अलावा दूसरी स्ट्रीम में छात्र बेसिक साइंस, पैरामेडिकल साइंस, फिजियोथैरेपी, फार्मा, रेडियोलॉजी, नर्सिंग, एग्रीकल्चरल रिसर्च, एजुकेशन रिसर्च, हॉस्पिटल मैनेजमेंट जैसे कोर्स भी कर सकता है.

आपको बता दें कि इस साल नीट परीक्षा में 720 में से मात्र 107 अंक लाने वाले परीक्षार्थी भी क्वालीफाई घोषित किए गए हैं. यही वजह है कि इस बार पास होने वाले छात्रों का आंकड़ा 7 लाख के भी पार जा पहुंचा है.

12वीं साइंस बायोलॉजी पास छात्र के लिए ये हैं ऑप्शन

- NEET, AIIMS, JIPMER, DEEMED UNIVERSITY, AFMC, BHU, AMU, ESIC
- PHYSIOTHERAPY
- PARAMEDICAL SCIENCE
- PHARMA SECTOR
- NURSING
- LAB TECHNICIAN
- RADIOLOGY
- ACADEMICS
- HOSPITAL MANAGEMENT
- AGRICULTURE RESEARCH
- EDUCATION RESEARCH

जयपुर. देश की कठिनतम परीक्षाओं में शामिल नीट का परीक्षा परिणाम हाल ही में जारी हुआ. जिसमें देश के लाखों होनहारों ने क्वालीफाई करते हुए डॉक्टर बनने की एक और सीढ़ी चढ़ी. देश के 7 लाख 97 हजार 42 छात्र मेडिकल कॉलेज की काउंसलिंग का इंतजार कर रहे हैं.लेकिन यह काउंसलिंग देश की 70 हजार 878 सीट पर होगी.

छात्रों ने किया नीट क्वालीफाई

राजस्थान की बात करें तो यहां तकरीबन 3 हजार सीट पर छात्रों को मेडिकल या डेंटल कॉलेज में एडमिशन मिलेगा. एस.एम.एस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ सुधीर भंडारी ने बताया कि अभी रजिस्ट्रेशन का दौर चल रहा है. इसके बाद मेरिट लिस्ट बनेगी और वेरिफिकेशन होगा. जिसके बाद छात्र ऑनलाइन अपनी चॉइस भर सकेंगे. इसका रिजल्ट 5 जुलाई को जारी होगा.

वहीं 6 से 9 जुलाई तक एसएमएस मेडिकल कॉलेज में काउंसलिंग के बाद कॉलेज अलॉट कर दिए जाएंगे. उन्होंने ये साफ किया कि नीट एक एंट्रेंस एग्जाम है. ऐसे में इस रैंक के आधार पर छात्रों को दूसरा मौका नहीं मिल सकता. दूसरे मौके के लिए छात्र को दोबारा नीट का एग्जाम देना होगा.

नीट क्वालीफाई करने वाली छात्रा ने बताया उन्हें मेडिकल कॉलेज मिलने की उम्मीद है. यदि इस बार उन्हें मौका नहीं मिलता तो वो नीट की परीक्षा दोबारा देंगी. वहीं एक अन्य छात्र ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में मौका नहीं मिलने की स्थिति में उनके पास प्लान बी है. जिसके तहत वो मेडिकल से जुड़े दूसरे स्ट्रीम में भी अपना भाग्य आजमाएंगे.

वहीं एक्सपर्ट्स ने बताया साइंस बायोलॉजी लेकर नीट का एग्जाम देने वाले छात्रों के पास रिअटेम्प्ट का ऑप्शन होता है. साथ ही मेडिकल लाइन में जाने के लिए ऐम्स, डीम्ड यूनिवर्सिटी जैसे रास्ते भी खुले रहते हैं. इसके अलावा दूसरी स्ट्रीम में छात्र बेसिक साइंस, पैरामेडिकल साइंस, फिजियोथैरेपी, फार्मा, रेडियोलॉजी, नर्सिंग, एग्रीकल्चरल रिसर्च, एजुकेशन रिसर्च, हॉस्पिटल मैनेजमेंट जैसे कोर्स भी कर सकता है.

आपको बता दें कि इस साल नीट परीक्षा में 720 में से मात्र 107 अंक लाने वाले परीक्षार्थी भी क्वालीफाई घोषित किए गए हैं. यही वजह है कि इस बार पास होने वाले छात्रों का आंकड़ा 7 लाख के भी पार जा पहुंचा है.

12वीं साइंस बायोलॉजी पास छात्र के लिए ये हैं ऑप्शन

- NEET, AIIMS, JIPMER, DEEMED UNIVERSITY, AFMC, BHU, AMU, ESIC
- PHYSIOTHERAPY
- PARAMEDICAL SCIENCE
- PHARMA SECTOR
- NURSING
- LAB TECHNICIAN
- RADIOLOGY
- ACADEMICS
- HOSPITAL MANAGEMENT
- AGRICULTURE RESEARCH
- EDUCATION RESEARCH

Intro:जयपुर - नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की नीट परीक्षा में क्वालीफाई करने वाले छात्रों को अब अच्छे मेडिकल कॉलेज में दाखिले का इंतजार है। इस बार 7 लाख 97 हजार 42 छात्रों ने नीट क्वालीफाई किया है। लेकिन देश में महज 70 हजार 878 सीट ही मौजूद है। ऐसे में 90 फ़ीसदी से ज्यादा छात्रों का इस साल डॉक्टर की पढ़ाई करने का सपने पर पानी फिर जायेगा। लेकिन ऐसा नहीं है कि उनके लिए सभी दरवाजे बंद हो गए हैं। 12वीं कक्षा में बायोलॉजी लेकर जिन छात्रों ने डॉक्टर बनने का सपना देखा, वो या तो नीट की परीक्षा कि दोबारा तैयारी कर सकते हैं। या फिर मेडिकल के क्षेत्र में ही ऐसे कई कोर्स है, जिन्हें करके वो अपना भविष्य संवार सकते हैं।


Body:देश की कठिनतम परीक्षाओं में शामिल नीट का परीक्षा परिणाम हाल ही में जारी हुआ। जिसमें देश के लाखों होनहारों ने क्वालीफाई करते हुए डॉक्टर बनने की एक और सीढ़ी चढ़ी। देश के 7 लाख 97 हजार 42 छात्र मेडिकल कॉलेज की काउंसलिंग का इंतजार कर रहे हैं। ये काउंसलिंग देश की 70 हजार 878 सीट पर होगी। राजस्थान की बात करें तो यहां तकरीबन 3 हज़ार सीट पर छात्रों को मेडिकल या डेंटल कॉलेज में एडमिशन मिलेगा। s.m.s. मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ सुधीर भंडारी ने बताया कि अभी रजिस्ट्रेशन का दौर चल रहा है। इसके बाद मेरिट लिस्ट बनेगी और वेरिफिकेशन होगा। जिसके बाद छात्र ऑनलाइन अपनी चॉइस भर सकेंगे। इसका रिजल्ट 5 जुलाई को जारी होगा। और 6 जुलाई से 9 जुलाई तक एसएमएस मेडिकल कॉलेज में काउंसलिंग के बाद कॉलेज अलॉट कर दिए जाएंगे। उन्होंने ये साफ किया कि नीट एक एंट्रेंस एग्जाम है। ऐसे में इस रैंक के आधार पर छात्रों को दूसरा मौका नहीं मिल सकता। दूसरे मौके के लिए छात्र को दोबारा नीट का एग्जाम देना होगा।
बाईट - डॉ सुधीर भंडारी, प्रिंसिपल, एसएमएस मेडिकल कॉलेज
बाईट - डॉ दीपक माथुर, एडिशनल प्रिंसिपल, एसएमएस मेडिकल कॉलेज

देश के गवर्नमेंट और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सीट कम होने के चलते लाखों छात्रों को नीट क्वालीफाई करने के बाद भी इस सीढ़ी से उतरना पड़ेगा। इस संबंध में ईटीवी भारत ने कुछ छात्रों से भी बात की जिन्हें मेडिकल कॉलेज में काउंसलिंग का इंतजार है। नीट क्वालीफाई करने वाली छात्रा ने बताया उन्हें मेडिकल कॉलेज मिलने की उम्मीद है। और यदि इस बार उन्हें मौका नहीं मिलता तो वो नीट की परीक्षा दोबारा देंगी। वहीं एक अन्य छात्र ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में मौका नहीं मिलने की स्थिति में उनके पास प्लान बी है। जिसके तहत वो मेडिकल से जुड़े दूसरे स्ट्रीम में भी अपना भाग्य आजमाएंगे।
बाईट - किरण गुर्जर, छात्रा
बाईट - विकास यादव, छात्र

वहीं एक्सपर्ट्स ने बताया साइंस बायोलॉजी लेकर नीट का एग्जाम देने वाले छात्रों के पास रिअटेम्प्ट का ऑप्शन होता है। वहीं मेडिकल लाइन में जाने के लिए ऐम्स, डीम्ड यूनिवर्सिटी जैसे रास्ते भी खुले रहते हैं। इसके अलावा दूसरी स्ट्रीम में छात्र बेसिक साइंस, पैरामेडिकल साइंस, फिजियोथैरेपी, फार्मा, रेडियोलॉजी, नर्सिंग, एग्रीकल्चरल रिसर्च, एजुकेशन रिसर्च, हॉस्पिटल मैनेजमेंट जैसे कोर्स भी कर सकता है।
बाईट - डॉ सतीश कुमार गुप्ता, एक्सपर्ट, नीट
बाईट - रामविलास दाधीच, शिक्षक, नीट

12वीं साइंस बायोलॉजी पास छात्र के लिए ऑप्शन -
- NEET, AIIMS, JIPMER, DEEMED UNIVERSITY, AFMC, BHU, AMU, ESIC
- PHYSIOTHERAPY
- PARAMEDICAL SCIENCE
- PHARMA SECTOR
- NURSING
- LAB TECHNICIAN
- RADIOLOGY
- ACADEMICS
- HOSPITAL MANAGEMENT
- AGRICULTURE RESEARCH
- EDUCATION RESEARCH


Conclusion:आपको बता दें कि इस साल नीट परीक्षा में 720 में से मात्र 107 अंक लाने वाले परीक्षार्थी भी क्वालीफाई घोषित किए गए हैं। यही वजह है कि इस बार पास होने वाले छात्रों का आंकड़ा 7 लाख के भी पार जा पहुंचा है। ऐसे में ये तो तय है कि उन्हें मेडिकल कॉलेज में सीट नहीं मिलेगी। लेकिन उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं। क्योंकि मेडिकल लाइन में ही जाने के लिए उनके पास और भी कई द्वार खुले हुए हैं।
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