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जयपुर में गूगल मैप के जरिए हो रही ट्रैफिक मॉनीटरिंग...कंट्रोल रूम 700 सीसीटीवी कैमरों से लैस

राजधानी में शुरू किए गए अत्याधुनिक ट्रैफिक कंट्रोल रूम के जरिए पूरे जयपुर के ट्रैफिक पर निगरानी रखी जा रही है. इसके लिए ट्रैफिक कंट्रोल रूम को 700 सीसीटीवी कैमरों से भी जोड़ा गया है.

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Published : May 30, 2019, 9:50 PM IST

राहुल प्रकाश, डीसीपी, जयपुर

जयपुर. राजधानी में शुरू किए गए अत्याधुनिक ट्रेफिक कंट्रोल रूम के जरिए पूरे जयपुर के ट्रैफिक पर निगरानी रखी जा रही है. इसके लिए ट्रैफिक कंट्रोल रूम को 700 सीसीटीवी कैमरों से भी जोड़ा गया है. ये कैमरे जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के अभय कमांड सेंटर द्वारा संचालित किए जा रहे हैं.

जयपुर में गूगल मैप के जरिए हो रही ट्रैफिक की मॉनीटरिंग

राजधानी जयपुर के मुख्य चौराहों से लेकर परकोटे की गलियां पर अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है. इस स्थानों पर ट्रैफिक की सुचारू करने के लिए ट्रैफिक कंट्रोल रूम द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जाती है. वहीं राजधानी में पहली बार ट्रैफिक पुलिस गूगल मैप के जरिए भी ट्रैफिक मैनेजमेंट में लगी है.

जयपुर में गूगल मैप में जिन स्थानों पर ट्रैफिक लोड ज्यादा शो होता है या फिर जाम की स्थिति के बारे में पता चलता है उन क्षेत्रों पर विशेष निगरानी ट्रेफिक कंट्रोल रूम द्वारा रखी जा रही है. इसके साथ ही यदि राजधानी में किसी स्थान पर सड़क दुर्घटना होती है तो उसकी जानकारी भी ट्रैफिक कंट्रोल रूम के द्वारा 108 एंबुलेंस और पुलिसकर्मियों को दी जा रही है. वहीं ट्रैफिक कंट्रोल रूम को यदि किसी स्थान पर जाम की स्थिति नजर आती है तो उस संबंधित पॉइंट पर तैनात पुलिसकर्मियों को जाम को खुलवा कर यातायात सुचारू करवाने के लिए विशेष दिशा-निर्देश भी दिए जा रहे हैं.

जयपुर. राजधानी में शुरू किए गए अत्याधुनिक ट्रेफिक कंट्रोल रूम के जरिए पूरे जयपुर के ट्रैफिक पर निगरानी रखी जा रही है. इसके लिए ट्रैफिक कंट्रोल रूम को 700 सीसीटीवी कैमरों से भी जोड़ा गया है. ये कैमरे जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के अभय कमांड सेंटर द्वारा संचालित किए जा रहे हैं.

जयपुर में गूगल मैप के जरिए हो रही ट्रैफिक की मॉनीटरिंग

राजधानी जयपुर के मुख्य चौराहों से लेकर परकोटे की गलियां पर अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है. इस स्थानों पर ट्रैफिक की सुचारू करने के लिए ट्रैफिक कंट्रोल रूम द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जाती है. वहीं राजधानी में पहली बार ट्रैफिक पुलिस गूगल मैप के जरिए भी ट्रैफिक मैनेजमेंट में लगी है.

जयपुर में गूगल मैप में जिन स्थानों पर ट्रैफिक लोड ज्यादा शो होता है या फिर जाम की स्थिति के बारे में पता चलता है उन क्षेत्रों पर विशेष निगरानी ट्रेफिक कंट्रोल रूम द्वारा रखी जा रही है. इसके साथ ही यदि राजधानी में किसी स्थान पर सड़क दुर्घटना होती है तो उसकी जानकारी भी ट्रैफिक कंट्रोल रूम के द्वारा 108 एंबुलेंस और पुलिसकर्मियों को दी जा रही है. वहीं ट्रैफिक कंट्रोल रूम को यदि किसी स्थान पर जाम की स्थिति नजर आती है तो उस संबंधित पॉइंट पर तैनात पुलिसकर्मियों को जाम को खुलवा कर यातायात सुचारू करवाने के लिए विशेष दिशा-निर्देश भी दिए जा रहे हैं.

Intro:जयपुर
एंकर- राजधानी जयपुर में शुरू किए गए अत्याधुनिक ट्रेफिक कंट्रोल रूम के जरिए पूरे जयपुर के ट्रैफिक पर निगरानी रखी जा रही है। इसके लिए बकायदा ट्रेफिक कंट्रोल रूम को जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के अभय कमांड सेंटर द्वारा संचालित किए जा रहे 700 सीसीटीवी कैमरों से भी जोड़ा गया है। राजधानी के तमाम मुख्य चौराहों से लेकर परकोटे कि वह गलियां जहां पर जाम की स्थिति ज्यादा बनी रहती है उन पर निगरानी रखने के लिए और ट्रैफिक की सुचारू व्यवस्था के लिए ट्रैफिक कंट्रोल रूम द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जाती है।


Body:वीओ- वहीं राजधानी में पहली बार ट्रैफिक पुलिस गूगल मैप के जरिए भी ट्रेफिक मैनेजमेंट में लगी है। गूगल मैप में शहर के जिन स्थानों पर ट्रैफिक लोड ज्यादा शो होता है या फिर जाम की स्थिति के बारे में पता चलता है। उन क्षेत्रों पर विशेष निगरानी ट्रेफिक कंट्रोल रूम द्वारा रखी जा रही है। इसके साथ ही यदि राजधानी में किसी स्थान पर सड़क दुर्घटना होती है तो उसकी जानकारी भी ट्रैफिक कंट्रोल रूम के द्वारा 108 एंबुलेंस और पुलिसकर्मियों को दी जा रही है। वहीं ट्रैफिक कंट्रोल रूम को यदि किसी स्थान पर जाम की स्थिति नजर आती है तो उस संबंधित पॉइंट पर तैनात पुलिसकर्मियों को जाम को खुलवा कर यातायात सुचारु करवाने के लिए विशेष दिशा-निर्देश भी दिए जा रहे हैं।

बाइट- राहुल प्रकाश, डीसीपी ट्रैफिक जयपुर


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