जयपुर. पिछले 22 सालों से केंद्र सरकार के मिनरल्स एंड मेटल ट्रेडिंग कॉरपोरेशन (एमएमटीसी) की ओर से दीवावाली के मौके पर सोने और चांदी के सिक्के बेचे जा रहे हैं. लेकिन अब आगामी दीपावली पर एमएमटीसी की ओर से यह सिक्के नहीं बेचे जाएंगे. खास बात यह है कि एमएमटीसी (Minerals And Metal Trading Corporation) की ओर से बेचे जाने वाले यह सिक्के शुद्ध चांदी के बने होते हैं और ग्राहकों का पूर्ण विश्वास होता है.
दीपावली के मौके पर जयपुर सहित पूरे देश में एमएमटीसी के सिक्कों की मांग बढ़ जाती है. राजस्थान की बात करें तो प्रदेश में कॉपरेटिव स्टोर्स पर इन सिक्कों को बेचा जाता है जो पिछले 22 सालों से बदस्तूर जारी है. लेकिन अब आगामी दिवाली पर एमएमटीसी के सोने और चांदी के सिक्के बाजार में उपलब्ध नहीं होंगे और अब एमएमटीसी इन सिक्कों (MMTC gold and silver coins) के निर्माण को बंद करने जा रही है. एमएमटीसी के सिक्के अपनी गुणवत्ता के लिए अलग पहचान रखते हैं, क्योंकि ये सिक्के 99.99 प्रतिशत चांदी से तैयार किए जाते हैं. इन सिक्कों पर एमएमटीसी का लोगो भी लगा रहता है.
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राजस्थान में सहकारिता विभाग एमएमटीसी के जरिए उपभोक्ताओं को सिक्के उपलब्ध करवाता है. एमएमटीसी स्टोर के संचालक अनिरुद्ध शर्मा का कहना है कि दीपावली के मौके पर इन सिक्कों की मांग सर्वाधिक देखने को मिलती है. हर बार सोने और चांदी के सिक्के बेचे जाते हैं, लेकिन इस बार सोने के सिक्के तैयार नहीं किए गए तो ऐसे में चांदी के सिक्के ही उपलब्ध हैं. खास बात यह होती है कि आम जनता का विश्वास इन सिक्कों पर रहता है क्योंकि शुद्ध चांदी से यह सिक्का तैयार किया जाता है, लेकिन इस बार यह सिक्के आखरी बार बेचने के लिए बाजार में उपलब्ध होंगे.
ऐसे में सिर्फ आखिरी बार दीपावाली के मौके पर इन सिक्कों की बिक्री की जाएगी. इसका कारण है एमएमटीसी अब इन सिक्कों का निर्माण नहीं करेगा. इसकी मुख्य वजह बताई जा रही है कि केंद्र सरकार का यह उपक्रम घाटे में चला गया है. सहकारिता विभाग दीपावली के मौके पर लगभग एक करोड़ रुपए से अधिक के सिक्के बेचता है.