जयपुर. निर्दलीय विधायक बलजीत यादव ने राजस्थान के युवाओं के साथ दूसरे प्रदेशों के युवतियों की शादी होने पर उनका जाति प्रमाण पत्र नहीं बनाने का मामला विधानसभा में उठाया. उन्होंने कहा ऐसे रहा तो राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों के युवाओं से कोई अपनी बेटी की शादी ही नहीं करेगा.
कार्मिक विभाग के तुगलकी फरमान के चलते राजस्थान दूसरे प्रदेशों से ब्याह कर आई युवतियों का जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है. जिसके चलते इन युवतियों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा है. इस समस्या को शुक्रवार को बहरोड़ से निर्दलीय विधायक बलजीत यादव ने सदन में उठाया. उन्होंने कहा कि यदि यही हालात ऐसे ही रहे तो राजस्थान में दूसरे प्रदेशों की बेटियां ब्याह कर आना बंद हो जाएगी.
विधायक बलजीत यादव ने यह मामला शून्यकाल में उठाया. सदन में यादव ने आरोप लगाया कि कार्मिक विभाग के इस तुगलकी फरमान के चलते ना केवल बहरोड बल्कि प्रदेश के सभी सीमावर्ती जिलों में अन्य प्रदेशों से शादी करके राजस्थान आई महिला और युवतियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इन जिलों के एसडीएम ने आदेश दिए हैं कि दूसरे प्रदेशों की महिलाओं के राजस्थान में जातिगत प्रमाण पत्र ना बनाएं. ऐसी स्थिति में राजस्थान में शादी करके आए इन युवकों को सरकारी नौकरियों में ओबीसी एससी एसटी के आरक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
बलजीत यादव ने आने वाले दिनों में बाहरी प्रदेशों की युवतियां राजस्थान में शादी करने से भी कतराएगी. उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं कर पाई और कार्मिक विभाग ने अपना आदेश वापस नहीं लिया तो प्रदेश में एक बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा. जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी.