जयपुर. व्यापारी पर फायरिंग के मकसद से आए दो शूटर्स की मदद करने के आरोपी को पकड़ने में पुलिस को रविवार को सफलता मिली है. रोहित गोदारा गैंग को पांच करोड़ रुपए की फिरौती नहीं देने पर बदमाश फायरिंग के इरादे से आए थे. आरोपी काफी समय से फरार था.
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रथम) कैलाशचंद विश्नोई ने बताया कि फायरिंग करने आए बदमाशों की ठहरने में मदद करने और हथियार मुहैया करवाने के आरोप में जयपुर जिले के रघुनाथपुरा निवासी डीके यादव को जयपुर में स्टेच्यू सर्किल से पकड़ा गया है. उसे सांगानेर थाना पुलिस के सुपुर्द किया गया है. उन्होंने बताया कि रोहित गोदारा ने सांगानेर निवासी हरजेश नाराणिया से पांच करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी थी और जान से मारने की धमकी दी थी.रंगदारी नहीं देने पर रोहित गोदारा ने 16 फरवरी को दिल्ली से धर्मेंद्र उर्फ मोची और मनीष उर्फ कबूतर को हरजेश नाराणिया की गाड़ी पर फायरिंग कर दहशत फैलाने के लिए भेजा था.
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इन दोनों को जयपुर में रुकवाने और हथियार मुहैया करवाने की जिम्मेदारी दिलीप उर्फ डीके यादव की थी. वह रोहित गोदारा गैंग का सक्रिय बदमाश है. उसने अपने दोस्त युद्धवीर के मार्फत दोनों शूटर्स को मानसरोवर में रुकवाया था और युद्धवीर के पास 4 पिस्टल, 8 मैग्जीन और 40 राउंड भिजवाए थे. पुलिस के अनुसार, दोनों बदमाश हथियार लेकर हरजेश नाराणिया पर फायरिंग करने गए थे, लेकिन पुलिस बंदोबस्त देखकर वारदात को अंजाम देने में सफल नहीं हुए और दिल्ली लौट गए. इसकी भनक लगने पर दोनों को पुलिस ने दिल्ली से पकड़ लिया था. इस प्रकरण में अब तक 9 बदमाश गिरफ्तार हो चुके हैं.