जयपुर. राजधानी जयपुर के हेरिटेज नगर निगम में चल रहा गतिरोध सात दिन बाद गुरुवार को टूट गया और सात दिन से महापौर की अगुवाई में चल रहा धरना स्थगित कर दिया गया है. हालांकि, फिलहाल यह धरना 10 दिन के लिए स्थगित किया गया है. जयपुर हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर ने आज इसकी घोषणा की है. इससे पहले मुनेश गुर्जर ने कुछ पार्षदों के साथ सुबह कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा था.
उन्होंने समुचित कार्रवाई का आश्वासन दिया और धरना खत्म करने की बात कही. इसके बाद मुनेश गुर्जर ने कांग्रेस के पार्षदों से बात की और पार्टी नेतृत्व पर भरोसा जाहिर करते हुए 10 दिन के लिए धरना खत्म करने का ऐलान किया. मीडिया से बात करते हुए जयपुर हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर ने कहा कि उन्होंने पार्षदों के साथ प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से मिलकर अपना पक्ष रखा और अतिरिक्त आयुक्त राजेंद्र वर्मा को हटाने की मांग रखी.
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इस पर प्रभारी रंधावा ने जांच के लिए दो दिन का समय मांगा और धरना खत्म करने की बात कही. इस पर उन्होंने पार्टी के अन्य पार्षदों के साथ भी चर्चा की और ईद का त्योहार होने के कारण धरना 10 दिन के लिए स्थगित करने का फैसला लिया. हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया है कि इन 10 दिनों में यदि उनकी मांग पर कोई कार्रवाई नहीं होती है तो वे एक बार फिर धरने पर बैठ सकते हैं.
सात दिन से चल रहा था धरना : जयपुर हेरिटेज नगर निगम में कांग्रेस के बोर्ड और अतिरिक्त आयुक्त के बीच गतिरोध के बाद महापौर के नेतृत्व में सत्ताधारी कांग्रेस के कई पार्षद धरने पर बैठ गए थे. उनका यह धरना सात दिन से चल रहा था. महापौर और पार्षद अतिरिक्त आयुक्त राजेंद्र वर्मा को हटाने की मांग कर रहे हैं. उन्होंने वर्मा पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है. जबकि अतिरिक्त आयुक्त वर्मा ने महापौर और पार्षदों पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है.