जयपुर स्थित छोटी काशी में तड़के चार बजे से ही हर हर महादेव, बम बम भोले के जयकारे लग रहे है. मौका है महाशिवरात्रि का. आस्था और श्रद्धा की भक्ति में डूबी छोटी काशी के शिवालयों में भारी भीड़ देखी जा रही है. राजधानी जयपुर के क्वीनस रोड स्थित झारखण्ड महादेव मंदिर में भी भक्तों की लंबी लंबी कतारे देखी जा रही है. फाल्गुन कृष्ण चतुर्दर्शी को महाशिवरात्रि मनाने की शास्त्रीय परंपरा है. इस बार महाशिवरात्रि देवाधिदेव महादेव के दिन सोमवार को पड़ी है तो रात में ही शिवयोग का दुर्लभ योग भी बन रहा है.
महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर शिवभक्ति में भक्तिमय होकर श्रद्धालु गण भगवान शिव पार्वती की पूजा कर रहे है. साथ ही शिवलिंग का श्रृंगार कर जलाभिषेक कर रहे है.
भक्तों ने भांग, धतूरा, बिल्व पत्र, फल, फूल और जलाभिषेक कर भगवान शिव की आराधना की. जयपुर के झारखण्ड महादेव मंदिर बरसो पुराना मंदिर है और मंदिर पीपल और वटवृक्षों की सघन हरियाली से सरोबार है. भक्तों ने देश मे खुशहाली की कामना की साथ ही बॉर्डर पर मौजूद जवानों की रक्षा की कामना की.
चूरू में भी शिवरात्री की धूम
देवो के देव महादेव का महाशिवरात्रि पर्व आज भगवान भोले को रिझाने के लिए चूरू में भी मन्दिरो में भक्तो का तांता लग रहा है. ॐ बम, ॐ नमः शिवाय के मंत्रोचारण से शिवालय जिले के शिवालय गूंज रहे हैं.
चूरू देश भर में आज भगवान भोले का महाशिवरात्रि पर्व आस्था और श्रद्धा के साथ मन्दिरों और शिवालयों में मनाया जा रहा है. मन्दिरो में अल सुबह से ही भक्तो का तांता लगा है और श्रद्धा की बयार बह रही है. चूरू जिला मुख्यालय पर भी शिव मंदिरों में कुवारी कन्याएं मनचाहे वर के लिए तो विवाहित महिलाए वैवाहिक जीवन की सुख सम्रद्धि के लिए भगवान शिव की पूजा अर्चना कर रही है. वहीं पुरुष व्यापार में उन्नत्ति के लिए भगवान शिव को रिझाने में लगे हैं.
पुराणों के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन भगवान भोले और माता पार्वती विवाह बंधन में बंधे थे इसीलिए भगवान शिव का यह दिन खास है. हर वर्ष महाशिवरात्रि को देश प्रदेश में बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है. महिलाएं, पुरुष और कुंवारी कन्याए आज के दिन मनचाहे फल के लिए उपवास रखते हैं. महाशिवरात्रि का पर्व हिन्दू समाज मे बड़े ही हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है.