जयपुर. जयंती समारोह में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी से लेकर भाजपा के जयपुर शहर से जुड़े विधायक और पार्टी पदाधिकारी तक शामिल हुए. हालांकि महापुरुष की जयंती समारोह में भी भाजपा के नेता सियासी बयानबाजी करने से बाज नहीं आए और कार्यक्रम के दौरान ही बीजेपी वक्ताओं ने प्रदेश की गहलोत सरकार के ऊपर जमकर निशाना साधा.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने जहां पाठ्यक्रम में हुए बदलाव को लेकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार को कटघरे में खड़ा किया और आरोप लगाया कि जिस सरकार ने सावरकर के आगे से वीर हटा दिया और अकबर को महाराणा प्रताप की तुलना में महान करार दे दिया,वो सरकार प्रदेश के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. सैनी के अनुसार इतिहास की जानकारी ही गलत दी जाएगी तो बच्चों की नींव ही ग़लत पड़ेगी. ऐसे में सरकार को पाठ्यक्रम में इस प्रकार के बदलाव से बचना चाहिए.
हमारे राष्ट्रवाद के एजेंडे में है महापुरुषों की जयंती-पूनिया
प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पहली बार बड़े स्तर पर मनाई जा रही महापुरुषों की जयंती को लेकर पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और विधायक सतीश पूनिया ने बयान दिया है कि यह पार्टी के राष्ट्रवाद के एजेंडे में है. पूनिया के अनुसार देश के महापुरुषों की जयंती पार्टी अपने अपने स्तर पर मनाती आई है क्योंकि महापुरुष हमेशा प्रेरणादाई रहे हैं और बीजेपी जिस राष्ट्रवाद के एजेंडे पर चल रही है. उसमें महापुरुषों की यह जयंतिया भी संबंध रखती है. इस दौरान पाठ्यक्रम में हुए बदलाव को लेकर भी सतीश पूनिया ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर निशाना साधा.
राजपूत विधायक और नेता ही गायब
कार्यक्रम भारतीय जनता पार्टी की ओर से हुआ लेकिन इसमें जयपुर शहर से आने वाले मौजूदा विधायक नरपत सिंह राजवी और अशोक लाहोटी गायब रहे. वहीं पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत भी कार्यक्रम में नजर नहीं आए. शेखावत और राजवी भी दोनों ही राजपूत समाज के दिग्गज राजनेता माने जाते हैं लेकिन पार्टी मुख्यालय में हुई महाराणा प्रताप जयंती समारोह में उनकी गैरमौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही.