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Janmashtami 2022, 31 तोपों की सलामी के साथ जन्मे ठाकुर जी, गूंजे बाल गोपाल के जयकारे

कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर जयपुर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर में रात 12 बजे ठाकुर जी का 31 तोपों की सलामी के साथ जन्म हुआ. वेद पाठ के साथ भगवान का अभिषेक किया गया. वहीं बधाई गीत गाए गए और रंग-बिरंगी आतिशबाजी की गई.

Govind Dev Ji Temple
गोविन्द देव जी मंदिर
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Published : Aug 19, 2022, 11:45 AM IST

Updated : Aug 20, 2022, 8:17 AM IST

जयपुर. 'नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की' आज पूरे दिन यही उद्घोष राजधानी जयपुर सहित पूरे देशभर में गुंजायमान रहा. विभिन्न योग संयोगों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व (Janmashtami 2022) मनाया गया. 'राधे-राधे कृष्णा-कृष्णा' का जयकारा लगाते हुए भक्तों का रैला शहर के आराध्य गोविन्द देव जी मंदिर, गोपीनाथ जी मंदिर, इस्कॉन और अक्षयपात्र मंदिर में देखने को मिला. जयपुर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर में रात 12 बजे ठाकुर जी का 31 तोपों की सलामी के साथ जन्म हुआ. वेद पाठ के साथ भगवान का अभिषेक किया गया. वहीं बधाई गीत गाए गए और रंग-बिरंगी आतिशबाजी की गई.

2 साल बाद भक्तों की मौजूदगी में ठाकुर जी का हुआ अभिषेक- सालिगराम पूजन और पंच द्रव्यों के पूजन के बाद ठाकुर श्रीजी का पंचामृत अभिषेक किया गया. पंचामृत अभिषेक के लिए 425 लीटर दूध, 365 किलो दही, 11 किलो घी, 85 किलो बूरा और 11 किलो शहद का उपयोग किया गया. फिर पीत वस्त्र धारण करा ठाकुर जी को पंजीरी लड्डू, खीरसा और रबडी कुल्लड़ का भोग लगाया गया.

31 तोपों की सलामी के साथ जन्मे ठाकुर जी

शुक्रवार को जयपुर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर (Krishna Janmashtami at Govind Dev Ji Temple) में सुबह 4:30 बजे से मंदिरों में श्रद्धालुओं के पहुंचने का दौर शुरू हुआ. मंगला झांकी से ही मंदिर में श्रद्धालुओं को बैरिकेडिंग से प्रवेश दिया. लगभग 1000 कार्यकर्ता मंगला झांकी से व्यवस्थाएं संभाल रहे हैं. मंगला झांकी के बाद भगवान का पंचामृत अभिषेक हुआ. ठाकुर श्रीजी को नवीन पीत वस्त्र धारण करवाए गए.

पढ़ें- जयपुर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर में मंगला झांकी, देखिए Video

पोशाक में राजस्थान की गोटा पत्ती की झलक भी देखने को मिली. विशेष अलंकार धारण कराने के साथ ही विशेष फूलों का शृंगार किया गया. वहीं, मंदिर (Govind Dev Ji Janmashtami 2022) प्रांगण में पहुंचने वाले भक्त अपने बच्चों को भी भगवान का रूप धारण करा कर यहां पहुंचे. कुछ श्रद्धालु घरों में विराजमान लड्डू गोपाल को भी मंजिल तक लेकर आए. वहीं, मंदिर प्रांगण को 'सातिया और बधाई है' कि पताकाओं से सजाया गया है.

उधर, मंदिर में बनाए गए पुलिस और प्रशासन के अस्थायी नियंत्रण कक्ष हर एक गतिविधि पर नजर रख रहे हैं. सभी प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर गेट लगाए गए हैं, जहां सुरक्षा व्यवस्था में तैनात सुरक्षाकर्मी मेटल डिटेक्टर मशीन से भी श्रद्धालुओं की जांच करते दिखे. इसके अलावा भगवान के दर्शन के लिए पहुंचे वरिष्ठजन और दिव्यांगों के लिए व्हील चेयर की व्यवस्था की गई है. जिन्हें मंदिर में लगे स्वयंसेवक दर्शन कराने से लेकर दोबारा मुख्य द्वार तक छोड़ते हुए नजर आए.

गोविन्द देव जी मंदिर

पढ़ें- जयपुर का श्री रामचंद्रजी मंदिर, जहां राधा के साथ विराजमान हैं भगवान श्री कृष्ण

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव पूरी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. घरों में कान्हा के लिए पालना, पोशाक, मुकुट, बंशी, मोर पंख करधनी सहित सजाने का सभी साजो सामान तैयार किया गया है. गोपीनाथ जी, राधा दामोदर, लाड़लीजी, सरस निकुंज, आनंद कृष्ण बिहारी, इस्कॉन टेम्पल, कृष्ण बलराम मंदिर, बनीपार्क के राधा दामोदर मंदिर सहित सभी मंदिरों में महोत्सव की धूम रही. एक से बढ़कर एक झांकी आकर्षण का इंद्र बने हुए हैं. वहीं चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर जी मन्दिर में कृष्ण के बालस्वरूप होने के चलते दोपहर 12 बजे कान्हा का जन्म होगा. नाहरगढ़ पहाड़ी स्थित चरण मन्दिर में और रामगंज बाजार स्थित लाडली जी मन्दिर में भी दोपहर में कान्हा प्रगटेंगे.

पढ़ें- यहां होती है भगवान श्रीकृष्ण के चरण की पूजा, गायों को चराने आए थे योगीराज

सीएम गहलोत ने दी शुभकामनाएं- सीएम अशोक गहलोत ने प्रदेशवासियों को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं दी हैं. गहलोत ने अपने ट्वीट में कहा कि श्रीकृष्ण का जीवन हमारे लिए प्रेरणास्रोत है. उनका जीवन हमें सकारात्मक रहने और कर्म करते रहने की सीख देता है. श्रीकृष्ण ने जिस तरह महाभारत के युद्ध में सत्य का साथ दिया, उसी तरह हमें अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए सदैव सत्य के रास्ते पर चलना चाहिए. गहलोत ने युवाओं से आह्वान किया है कि श्रीकृष्ण के जीवन से प्रेरणा लें. रिश्तों को हर स्तर पर मर्यादापूर्वक निभाएं. अपनी क्षमताओं का उपयोग कर प्रदेश की उन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं. अन्याय का प्रतिकार करें. जरूरतमंद लोगों की निःस्वार्थ सेवा करें.

सचिन पायलट पहुंचे ठाकुर जी के दरः जन्माष्टमी के मौके पर पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी ठाकुर जी के दर पर पहुंचे. पायलट जयपुर के आराध्य गोविंददेवजी मंदिर पहुंचे. यहां भगवान की आराधना की और ढोक लगाई. ठाकुर जी के दर्शन करने के बाद सचिन पायलट ने प्रदेशवासियों को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ये पर्व हर्षोल्लास के साथ पूरे देश में लोग मनाएं. सब पर भगवान की कृपा बनी रहे. उन्होंने कहा कि पिछले 2 साल धार्मिक आयोजन बहुत कम हुए, लेकिन भगवान की दया से सब ठीक है. उन्होंने कहा कि आने वाला समय प्रदेश के लिए मंगलमयी होगा. इस दौरान सचिन पायलट के कई प्रशंसक भी उनके साथ नज़र आए और कुछ उनके साथ सेल्फी लेते हुए भी दिखे.

लड्डू का प्रसाद लेने के लिए जद्दोजहदः गोविंद देव जी मंदिर में जन्माष्टमी पर मिलने वाले विशेष सागारी लड्डू का प्रसाद लेने के लिए भी श्रद्धालु जद्दोजहद करते हुए दिखे. इस बार प्रसाद के लिए अलग पांडाल सजाया गया था. जहां सिंघाड़े के आटे और धनिए की पंजीरी के लड्डू श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराए गए.

जयपुर. 'नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की' आज पूरे दिन यही उद्घोष राजधानी जयपुर सहित पूरे देशभर में गुंजायमान रहा. विभिन्न योग संयोगों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व (Janmashtami 2022) मनाया गया. 'राधे-राधे कृष्णा-कृष्णा' का जयकारा लगाते हुए भक्तों का रैला शहर के आराध्य गोविन्द देव जी मंदिर, गोपीनाथ जी मंदिर, इस्कॉन और अक्षयपात्र मंदिर में देखने को मिला. जयपुर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर में रात 12 बजे ठाकुर जी का 31 तोपों की सलामी के साथ जन्म हुआ. वेद पाठ के साथ भगवान का अभिषेक किया गया. वहीं बधाई गीत गाए गए और रंग-बिरंगी आतिशबाजी की गई.

2 साल बाद भक्तों की मौजूदगी में ठाकुर जी का हुआ अभिषेक- सालिगराम पूजन और पंच द्रव्यों के पूजन के बाद ठाकुर श्रीजी का पंचामृत अभिषेक किया गया. पंचामृत अभिषेक के लिए 425 लीटर दूध, 365 किलो दही, 11 किलो घी, 85 किलो बूरा और 11 किलो शहद का उपयोग किया गया. फिर पीत वस्त्र धारण करा ठाकुर जी को पंजीरी लड्डू, खीरसा और रबडी कुल्लड़ का भोग लगाया गया.

31 तोपों की सलामी के साथ जन्मे ठाकुर जी

शुक्रवार को जयपुर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर (Krishna Janmashtami at Govind Dev Ji Temple) में सुबह 4:30 बजे से मंदिरों में श्रद्धालुओं के पहुंचने का दौर शुरू हुआ. मंगला झांकी से ही मंदिर में श्रद्धालुओं को बैरिकेडिंग से प्रवेश दिया. लगभग 1000 कार्यकर्ता मंगला झांकी से व्यवस्थाएं संभाल रहे हैं. मंगला झांकी के बाद भगवान का पंचामृत अभिषेक हुआ. ठाकुर श्रीजी को नवीन पीत वस्त्र धारण करवाए गए.

पढ़ें- जयपुर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर में मंगला झांकी, देखिए Video

पोशाक में राजस्थान की गोटा पत्ती की झलक भी देखने को मिली. विशेष अलंकार धारण कराने के साथ ही विशेष फूलों का शृंगार किया गया. वहीं, मंदिर (Govind Dev Ji Janmashtami 2022) प्रांगण में पहुंचने वाले भक्त अपने बच्चों को भी भगवान का रूप धारण करा कर यहां पहुंचे. कुछ श्रद्धालु घरों में विराजमान लड्डू गोपाल को भी मंजिल तक लेकर आए. वहीं, मंदिर प्रांगण को 'सातिया और बधाई है' कि पताकाओं से सजाया गया है.

उधर, मंदिर में बनाए गए पुलिस और प्रशासन के अस्थायी नियंत्रण कक्ष हर एक गतिविधि पर नजर रख रहे हैं. सभी प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर गेट लगाए गए हैं, जहां सुरक्षा व्यवस्था में तैनात सुरक्षाकर्मी मेटल डिटेक्टर मशीन से भी श्रद्धालुओं की जांच करते दिखे. इसके अलावा भगवान के दर्शन के लिए पहुंचे वरिष्ठजन और दिव्यांगों के लिए व्हील चेयर की व्यवस्था की गई है. जिन्हें मंदिर में लगे स्वयंसेवक दर्शन कराने से लेकर दोबारा मुख्य द्वार तक छोड़ते हुए नजर आए.

गोविन्द देव जी मंदिर

पढ़ें- जयपुर का श्री रामचंद्रजी मंदिर, जहां राधा के साथ विराजमान हैं भगवान श्री कृष्ण

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव पूरी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. घरों में कान्हा के लिए पालना, पोशाक, मुकुट, बंशी, मोर पंख करधनी सहित सजाने का सभी साजो सामान तैयार किया गया है. गोपीनाथ जी, राधा दामोदर, लाड़लीजी, सरस निकुंज, आनंद कृष्ण बिहारी, इस्कॉन टेम्पल, कृष्ण बलराम मंदिर, बनीपार्क के राधा दामोदर मंदिर सहित सभी मंदिरों में महोत्सव की धूम रही. एक से बढ़कर एक झांकी आकर्षण का इंद्र बने हुए हैं. वहीं चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर जी मन्दिर में कृष्ण के बालस्वरूप होने के चलते दोपहर 12 बजे कान्हा का जन्म होगा. नाहरगढ़ पहाड़ी स्थित चरण मन्दिर में और रामगंज बाजार स्थित लाडली जी मन्दिर में भी दोपहर में कान्हा प्रगटेंगे.

पढ़ें- यहां होती है भगवान श्रीकृष्ण के चरण की पूजा, गायों को चराने आए थे योगीराज

सीएम गहलोत ने दी शुभकामनाएं- सीएम अशोक गहलोत ने प्रदेशवासियों को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं दी हैं. गहलोत ने अपने ट्वीट में कहा कि श्रीकृष्ण का जीवन हमारे लिए प्रेरणास्रोत है. उनका जीवन हमें सकारात्मक रहने और कर्म करते रहने की सीख देता है. श्रीकृष्ण ने जिस तरह महाभारत के युद्ध में सत्य का साथ दिया, उसी तरह हमें अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए सदैव सत्य के रास्ते पर चलना चाहिए. गहलोत ने युवाओं से आह्वान किया है कि श्रीकृष्ण के जीवन से प्रेरणा लें. रिश्तों को हर स्तर पर मर्यादापूर्वक निभाएं. अपनी क्षमताओं का उपयोग कर प्रदेश की उन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं. अन्याय का प्रतिकार करें. जरूरतमंद लोगों की निःस्वार्थ सेवा करें.

सचिन पायलट पहुंचे ठाकुर जी के दरः जन्माष्टमी के मौके पर पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी ठाकुर जी के दर पर पहुंचे. पायलट जयपुर के आराध्य गोविंददेवजी मंदिर पहुंचे. यहां भगवान की आराधना की और ढोक लगाई. ठाकुर जी के दर्शन करने के बाद सचिन पायलट ने प्रदेशवासियों को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ये पर्व हर्षोल्लास के साथ पूरे देश में लोग मनाएं. सब पर भगवान की कृपा बनी रहे. उन्होंने कहा कि पिछले 2 साल धार्मिक आयोजन बहुत कम हुए, लेकिन भगवान की दया से सब ठीक है. उन्होंने कहा कि आने वाला समय प्रदेश के लिए मंगलमयी होगा. इस दौरान सचिन पायलट के कई प्रशंसक भी उनके साथ नज़र आए और कुछ उनके साथ सेल्फी लेते हुए भी दिखे.

लड्डू का प्रसाद लेने के लिए जद्दोजहदः गोविंद देव जी मंदिर में जन्माष्टमी पर मिलने वाले विशेष सागारी लड्डू का प्रसाद लेने के लिए भी श्रद्धालु जद्दोजहद करते हुए दिखे. इस बार प्रसाद के लिए अलग पांडाल सजाया गया था. जहां सिंघाड़े के आटे और धनिए की पंजीरी के लड्डू श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराए गए.

Last Updated : Aug 20, 2022, 8:17 AM IST
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