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जयपुर ट्रैफिक पुलिस चालान काटने के साथ ही पकड़ रही वाहन चोर - जयपुर की खबर

जयपुर ट्रैफिक पुलिस इन दिनों चालान काटने के साथ ही वाहन चोरों को भी दबोचने का काम कर रही है. ई-चालान मशीन से चालान काटने के दौरान वाहन चोरी का है या नहीं इसकी जानकारी भी चालान काटने वाले ट्रैफिक पुलिसकर्मी को मिल जाती है. जयपुर ट्रेफिक पुलिस जनवरी माह में एक दर्जन वाहन चोरों को दबोच चुकी है.

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जयपुर ट्रैफिक पुलिस ने कसी कमर
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Published : Jan 15, 2020, 10:57 AM IST

जयपुर. इन दिनों शहर की ट्रैफिक पुलिस चालान काटने के साथ ही वाहन चोरों को भी पकड़ रही है. डीसीपी ट्रैफिक पुलिस राहुल प्रकाश ने बताया, कि ई-चालान मशीन से जब किसी चालक का चालान काटा जाता है तो उस वाहन की तमाम जानकारी ई-चालान मशीन में ट्रैफिक पुलिसकर्मी की ओर से भरी जाती है.

जयपुर ट्रैफिक पुलिस ने कसी कमर

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ऑनलाइन चालान काटने के दौरान भरी गई जानकारी का मिलान जिपनेट पर दर्ज चोरी के वाहनों से अपने आप ही हो जाता है. ऐसे में चोरी का वाहन होने पर चालान काट रहे ट्रैफिक पुलिसकर्मी को इसकी जानकारी मिल जाती है और फिर तुरंत उस पर कारवाई करते हुए वाहन चालक को गिरफ्तार कर चोरी के वाहन को जप्त कर लिया जाता है.

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इसके साथ ही राजकोप ऐप पर भी वाहन की जानकारी डालकर यह पता लगाया जा सकता है, कि वाहन किस थाना इलाके से चोरी हुआ है. और उसके बाद संबंधित थाने को सूचना देकर वाहन चोर और चोरी के वाहन को पुलिस को सौंप दिया जाता है.

जयपुर. इन दिनों शहर की ट्रैफिक पुलिस चालान काटने के साथ ही वाहन चोरों को भी पकड़ रही है. डीसीपी ट्रैफिक पुलिस राहुल प्रकाश ने बताया, कि ई-चालान मशीन से जब किसी चालक का चालान काटा जाता है तो उस वाहन की तमाम जानकारी ई-चालान मशीन में ट्रैफिक पुलिसकर्मी की ओर से भरी जाती है.

जयपुर ट्रैफिक पुलिस ने कसी कमर

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ऑनलाइन चालान काटने के दौरान भरी गई जानकारी का मिलान जिपनेट पर दर्ज चोरी के वाहनों से अपने आप ही हो जाता है. ऐसे में चोरी का वाहन होने पर चालान काट रहे ट्रैफिक पुलिसकर्मी को इसकी जानकारी मिल जाती है और फिर तुरंत उस पर कारवाई करते हुए वाहन चालक को गिरफ्तार कर चोरी के वाहन को जप्त कर लिया जाता है.

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इसके साथ ही राजकोप ऐप पर भी वाहन की जानकारी डालकर यह पता लगाया जा सकता है, कि वाहन किस थाना इलाके से चोरी हुआ है. और उसके बाद संबंधित थाने को सूचना देकर वाहन चोर और चोरी के वाहन को पुलिस को सौंप दिया जाता है.

Intro:जयपुर
एंकर- जयपुर ट्रेफिक पुलिस इन दिनों चालान काटने के साथ ही वाहन चोरों को भी दबोचने का काम कर रही है। ई-चालान मशीन से चालान काटने के दौरान उक्त वाहन चोरी का है या नहीं इसकी जानकारी भी चालान काटने वाले ट्रैफिक पुलिसकर्मी को मिल जाती है। यदि वाहन चोरी का होता है तो त्वरित कार्रवाई करते हुए वाहन चालक को गिरफ्तार किया जाता है और साथ ही वाहन को जप्त कर लिया जाता है। जयपुर ट्रेफिक पुलिस द्वारा जनवरी माह में ऐसे एक दर्जन वाहन चोरों को दबोचा जा चुका है।


Body:वीओ- डीसीपी ट्रेफिक राहुल प्रकाश ने बताया कि ई-चालान मशीन से जब किसी चालक का चालान काटा जाता है तो जिस भी वाहन पर चालक होता है उस वाहन की तमाम जानकारी ई-चालान मशीन में ट्रैफिक पुलिसकर्मी द्वारा भरी जाती है। ऑनलाइन चालान काटने के दौरान भरी गई जानकारी का मिलान जिपनेट पर दर्ज चोरी के वाहनों से अपने आप ही हो जाता है। ऐसे में चोरी का वाहन होने पर चालान काट रहे ट्रैफिक पुलिसकर्मी को इसकी जानकारी मिल जाती है और फिर तुरंत कार्रवाई करते हुए वाहन चालक को गिरफ्तार कर चोरी के वाहन को जप्त कर लिया जाता है। इसके साथ ही राजकोप ऐप पर भी उक्त वाहन की जानकारी डालकर यह पता लगाया जाता है कि वाहन किस थाना इलाके से चोरी हुआ है। उसके बाद उक्त थाने को सूचना देकर वाहन चोर और चोरी के वाहन को पुलिस के सुपुर्द कर दिया जाता है।

बाइट- राहुल प्रकाश, डीसीपी ट्रैफिक- जयपुर


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