जयपुर. राजधानी जयपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएमएस ने एक नया कीर्तिमान रचा. अस्पताल के सिटी सर्जरी डिपार्टमेंट ने हार्ट में मिट्रल वॉल्व और इंटरवेंट्रीकुलर सेप्टम के बीच बनी गांठ को हटाया गया. ऑपरेशन के दौरान मिट्रल वॉल्व को भी बदला गया. अस्पताल के डॉक्टर्स का दावा है कि ये अपनी तरह का देश का पहला ऑपरेशन है.
बीते 6 साल से सांस की तकलीफ और कमजोरी से परेशान महिला मरीज को सवाई मानसिंह अस्पताल के डॉक्टर्स ने बड़ी राहत दी. सिटी सर्जरी डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष डॉ. संजीव देवगढा ने बताया कि अजमेर निवासी बरखा जानवानी बीते महीने अस्पताल में दिखाने पहुंची थी. यहां जांच कराई तो पता चला कि हार्ट के दो हिस्सों मिट्रल वॉल्व और इंटरवेंट्रीकुलर सेप्टम के बीच एक गांठ बनी हुई है. इस संबंध में जब मरीज से हिस्ट्री पूछी तो पता लगा कि हार्ट की गांठ का पहले भी दो बार ऑपरेशन हो चुका है. पहला ऑपरेशन 2011 में जयपुर में जबकि दूसरा 2013 में दिल्ली एम्स में कराया था. यही नहीं मरीज के ऑपरेशन के बाद हार्ट के पास ही पेसमेकर भी लगाया गया था. इसे ध्यान में रखते हुए ऑपरेशन किया गया.
5 घंटे चला ऑपरेशन : उन्होंने बताया कि मरीज का तीसरी बार ऑपरेशन करना कठिन था, लेकिन टीम डिस्कशन के बाद ऑपरेशन करने का फैसला किया. करीब 5 घंटे चले ऑपरेशन में मरीज के 4 यूनिट ब्लड चढ़ाया गया. हार्ट में मिट्रल वॉल्व और इंटरवेंट्रीकुलर सेप्टम के बीच बनी गांठ को हटाया गया. साथ ही ऑपरेशन के दौरान मिट्रल वॉल्व को भी बदला गया. ऑपरेशन के बाद मरीज को 2 दिन आईसीयू में रखा गया और उसके बाद जनरल वार्ड में शिफ्ट किया गया. अब मरीज पूरी तरह ठीक है. बता दें कि इस ऑपरेशन में डॉ. संजीव देवगढा के साथ डॉ. अनूला सिसाेदिया, डॉ. संदीप महला, डॉ. वक्ता राम चौधरी, डॉ. मोहम्मद सामी, एनिस्थिसिया डिपार्टमेंट से डॉ. अंजुम, डॉ. अरूण गर्ग और डॉ. रीमा मीना मौजूद रहीं.