जयपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बुधवार को अजमेर में हुई सभा में किसी भाजपा नेता का नाम नहीं लिया जाने को राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि पता नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी भाषण जनता को कब तक मिलेंगे और वह कब तक मन की बात करके काम की बात से दूर रहेंगे.
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मोदी ने नहीं लिया किसी भाजपा नेता का नामः डोटासरा ने कहा कि कल की सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राजस्थान भाजपा के किसी नेता का नाम नहीं लेना और अपने आपको प्रोजेक्ट करना यह साफ बता रहा है कि राजस्थान का आगामी चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर ही लड़ा जाएगा. राजस्थान में भाजपा का कोई योग्य नेता ही नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सभा में यह प्रयास देखा गया कि किस तरह से वसुंधरा राजे को पीछे किया जाए. दुर्भाग्य की बात है कि भाजपा नेताओं ने अपना चेहरा दिखाने के लिए कहीं किसी कोहनी मारी तो कहीं किसी की साड़ी खींची गई और किसी का चोला खींचा गया.
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सीएम अशोक गहलोत ने जनता को दी राहतः मोदी जनता को कुछ नहीं दे पाए और मुख्यमंत्री ने उसी दिन 100 यूनिट बिजली फ्री कर जनता को बड़ी राहत दी है. डोटासरा ने कहा कि एक ओर तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महंगाई से बचाव के लिए जनता को कुछ नहीं देकर गए. वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 100 यूनिट बिजली के ऊपर बिजली खर्च होने पर 200 यूनिट तक सर चार्ज फ्री किया. इससे आम जनता को महंगाई से लड़ने में ताकत मिलेगी. उन्होंने कहा कि ऐसा फैसला वही सरकार और नेता कर सकता है जो जनता की सेवा करने की भावना रखता है, लेकिन प्रधानमंत्री को इससे कोई लेना-देना नहीं है.
पूर्व पीएम राजीव गांधी के बयान को गलत तरीके पेश कियाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सभा में जिस तरह से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के उस बयान को कोट किया कि वह एक रुपए भेजते हैं तो जनता तक केवल 15 पैसे पहुंचते हैं यह गलत है. इस बयान के इस्तेमाल पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने आपत्ति जताई. डोटासरा ने कहा कि जिस नेता को भारत रत्न से सम्मानित किया गया और जिसने देश में डिजिटल क्रांति और 18 साल के युवाओं को वोट का अधिकार दिया. उसके 40 साल पहले के बयान को प्रधानमंत्री ने गलत तरीके से प्रोजेक्ट किया है. जबकि राजीव गांधी ने यह कहा था कि हमारा पूरा पूरा पैसा आम लोगों तक पहुंचना चाहिए और यही कारण था कि मनमोहन सिंह जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने डायरेक्ट बेनिफिट स्कीम के तहत सीधे खातों में ट्रांसफर करने की शुरुआत की थी. डोटासरा ने कहा कि आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस बयान की गलत व्याख्या कर रहे हैं जबकि भ्रष्टाचार तो कर्नाटक की सरकार में था. जिसे जनता ने पूरी तरह नकार दिया।