जयपुर. भाजपा कार्यालय में पदभार संभाल रहे नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी को बधाई देने जा रहे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका तो वे पुलिस से उलझ पड़े. पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने विरोध-प्रदर्शन करते हुए गिरफ्तारियां दी. हालांकि, यह मामला राजनीतिक दृष्टि से कुछ अजीबो-गरीब लगा, क्योंकि NSUI कांग्रेस की ही युवा विंग है. इस संबंध में पूछे जाने पर कार्यकर्ताओं का कहना था कि सीपी जोशी ने अपनी कॉलेज राजनीति में NSUI की ओर से उपाध्यक्ष पद का चुनाव जीता था, इसलिए वह उन्हें बधाई देने जा रहे थे.
पुलिस ने शहीद स्मारक पर कार्यकर्ताओं को रोकाः दरअसल, भाजपा के प्रदेश कार्यालय में जिस समय नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी पदभार ग्रहण कर रहे थे. उसी समय चांदपोल की तरफ से एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं का एक दल उन्हें बधाई देने के लिए भाजपा कार्यालय की ओर रवाना हुआ. जैसे ही पुलिस को इस बात की जानकारी मिली तो अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए. आनन-फानन में बेरिकेड्स लगाकर पुलिस ने NSUI कार्यकर्ताओं को शहीद स्मारक के पास रोकने का प्रयास किया. युवाओं ने यहीं पर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था.
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पुलिस को करना पड़ा हल्का बल प्रयोगः इससे गुस्साए NSUI कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. पुलिस द्वारा रोके जाने पर एनएसयूआई कार्यकर्ता ने बेरिकेड्स पारकर आगे बढ़ने का प्रयास किया. इस दौरान पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें रोकने का प्रयास किया तो वे पुलिस के जवानों से उलझने लगे. बाद में पुलिस के अधिकारियों ने समझाइश देकर कार्यकर्ताओं को शांत करवाया. हालांकि, पुलिस द्वारा रोके जाने के खिलाफ एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी. बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया.
जोशी ने NSUI के टिकट पर लड़ा था छात्रसंघ चुनावः एनएसयूआई कार्यकर्ताओं का कहना है कि साल 1995 में सीपी जोशी ने एनएसयूआई के टिकट पर चित्तौड़गढ़ राजकीय कॉलेज में उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ा था और जीत भी हासिल की थी. इसी लिहाज से वह, अब भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बनने पर सीपी जोशी को बधाई देने जा रहे थे.