जयपुर. राजधानी के कानोता थाना इलाके में 28 नवंबर को हुए ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए पुलिस ने दो हत्यारों को गिरफ्तार किया है. मृतक ने मुखबिरी करते हुए एक हत्यारे को सट्टे के प्रकरण में फसाया था. जिसके चलते हत्यारे ने रंजिश में हत्या की इस वारदात को अंजाम दिया.
एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अशोक गुप्ता ने बताया कि 28 नवंबर को कानोता डैम के पास जंगल में एक युवक की सर कुचली हुई लाश मिली थी. पुलिस ने मृतक की शिनाख्त के अनेक प्रयास किए लेकिन मृतक की शिनाख्त नहीं हो पाई. इस दौरान नॉर्थ जिले में तैनात एक हेड कांस्टेबल सुरेंद्र पाल सिंह को इनपुट मिला कि अशरफ नामक एक युवक लापता है. जिसे आखरी बार सुरेश मित्तल नामक व्यक्ति के साथ देखा गया था.
पढ़ेंः स्पेशल: राजस्थान की 'सुगड़ी देवी' उत्तराखंड के इस गांव की महिलाओं को सिखाएंगी कशीदाकारी
शक होने पर पुलिस ने सुरेश मित्तल को राउंडअप कर जब उससे पूछताछ की तो उसने अपने एक अन्य साथी अशरफ उर्फ चकरी के साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम देने की बात कबूली. मृतक ने सुरेश मित्तल को मुखबिरी कर सट्टे के प्रकरण में बताया था.
जिसके चलते सुरेश ने मृतक से बदला लेने की ठानी और मृतक को शराब पार्टी में बुलाया. मृतक को दो अलग-अलग स्थानों पर ले जाकर शराब पिलाई और फिर उसके बाद आरोपी सुरेश और अशरफ उर्फ चकरी ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया.
हत्या के बाद आरोपियों ने मृतक के शव को कानोता डैम के पास जंगल में फेंक दिया. इसके साथ ही मृतक की पहचान छुपाने के लिए हत्यारों ने पत्थर से उसके चेहरे और सर को कुचल दिया. फिलहाल, पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई है.