जयपुर. राजधानी की चौमूं थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हनीट्रैप में फंसा कर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने मुख्य आरोपी और साथी महिला को 5 लाख रुपये नकद लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया. आरोपीयों ने हनीट्रैप में फंसाकर पुलिस में मामला दर्ज करवाकर राजीनामे के नाम पर ब्लैकमेल करते हुए 30 लाख रुपये की डिमांड की थी.
डीसीपी वेस्ट विकास शर्मा ने बताया कि, 2 अगस्त को एक महिला ने महिला थाना पश्चिम में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उसके साथ दुष्कर्म हुआ है. महिला ने पुलिस को बताया था कि 1 साल पहले वह चौमूं में नेशनल सोलर प्लांट की कंपनी में काम करती थी. उसी कंपनी में कालू नाम का एक लड़का भी काम करता था. आरोप है कि उसने महिला को चौमू निवासी एक व्यक्ति से मिलवाया. जिसके बाद महिला उस व्यक्ति को नशीला पदार्थ पिलाकर दोनों लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया. साथ ही वीडियो बनाकर उसे वायरल करने की धमकी भी दी. जिसके बाद पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की तो परिवादी और उसके परिचित का व्यवहार पर संदेह हुआ.
इसी बीच 5 अगस्त को कथित आरोपी के परिचित ने पुलिस को सूचना दी कि जोगिंदर सिंह नाम का एक व्यक्ति उनसे फोन पर पीड़िता के बयान उनके पक्ष में करवाने के लिए 20 लाख रुपये की मांग कर रहा है. ऐसे में पुलिस को शक हुआ कि आरोपी हनीट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल कर एक बड़ी रकम लेने की फिराक में है.
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वहीं पुलिस को हनीट्रैप मामले की भनक लगते ही पुलिस उपायुक्त चौमूं थानाधिकारी के निर्देशन में अलग-अलग टीमें गठित कर कार्रवाई शुरू की. वहीं दूसरी तरफ युवती के कोर्ट में बयान होने थे. ऐसे में पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए टोकन राशि 5 लाख लेते हुए युवती के परिचित जोगेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया. वहीं युवती को बयान देने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया. मामले में पुलिस अभी आरोपियों से गहनता से पूछताछ कर रही है.