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ग्रेटर निगम महापौर उपचुनाव कल: खाचरियावास बोले नंबर गेम में बीजेपी का पलड़ा भारी, भाजपा ने लगाया खरीद-फरोख्त का आरोप

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Published : Nov 9, 2022, 11:22 PM IST

Updated : Nov 9, 2022, 11:56 PM IST

जयपुर के ग्रेटर नगर निगम में गुरुवार को महापौर उपचुनाव के तहत मतदान (Greater Nigam Mayor By Election) होगा. इस दौरान 146 पार्षद वोट डालकर महापौर का चुनाव करेंगे. चुनाव से एक दिन पहले कांग्रेस नेताओं ने कहा कि नंबर गेम में बीजेपी का पलड़ा भारी है. लेकिन कल क्या होगा ये तो बस भगवान ही जानता है. वहीं, बुधवार को बीजेपी का कुनबा बढ़ा है. सांगानेर विधानसभा से आने वाले निर्दलीय पार्षद जय वशिष्ट ने मतदान से ठीक 1 दिन पहले बीजेपी के प्रशिक्षण शिविर में पहुंचकर बीजेपी ज्वाइन की.

Greater Nigam Mayor Election
Greater Nigam Mayor Election

जयपुर. ग्रेटर नगर निगम को गुरुवार को अपना नया महापौर मिल जाएगा. महापौर के उपचुनाव को लेकर (Greater Nigam Mayor Election) बुधवार को मत पेटियां निगम मुख्यालय पहुंची. गुरुवार सुबह 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक मतदान होगा. जिसमें 146 पार्षद वोट डालकर महापौर चुनेंगे. इस बीच कांग्रेस ने कहा कि नंबर गेम में बीजेपी का पलड़ा भारी है. वहीं, बीजेपी ने कांग्रेस पर पार्षदों को फोन कर खरीद-फरोख्त करने की कोशिश का आरोप लगाया.

चुनाव के लिए हॉर्टिकल्चर विभाग के आयुक्त चेतन राम देवड़ा और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की आयुक्त अनुप्रेरणा सिंह कुंतल को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था. ग्रेटर नगर निगम में महापौर की कुर्सी पर कौन बैठेगा, इसका फैसला गुरुवार को हो जाएगा. इससे पहले बीजेपी और कांग्रेस के नेता अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. लेकिन बीजेपी की बाड़ाबंदी ने कांग्रेस के क्रॉस वोटिंग के मंसूबों पर कुछ हद तक पानी जरूर फेरा है. यही वजह है कि अब कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास चुनाव से ठीक पहले बीजेपी का नंबर गेम ज्यादा होने की बात कहते दिखे.

ग्रेटर निगम महापौर उपचुनाव

पढ़ें. महापौर चुनाव: भाजपा को पार्षदों की खरीद-फरोख्त का डर, हुई बाड़ाबंदी

चुनाव के लिए बीजेपी जिम्मेदार : बुधवार को कांग्रेस की बाड़ाबंदी में पहुंचे (Greater Nigam Mayor By Election Voting) खाचरियावास ने कहा कि चुनाव होता है तो कांग्रेस और बीजेपी दोनों दावा करती है. बीजेपी के पास नंबर गेम है. कांग्रेस के पास खुद के चुने हुए 49 पार्षद और 4 कांग्रेस समर्थित निर्दलीय पार्षद हैं. ग्रेटर नगर निगम का चुनाव बीजेपी की मेयर की ओर से उपजे विवाद की वजह से हो रहा है. चुनाव के लिए बीजेपी जिम्मेदार है. कांग्रेस को चुनाव कराने का शौक नहीं है. बीजेपी के घर में ही सारा झगड़ा हुआ. उन्होंने कहा कि बीजेपी में ही विवाद हुए. बीजेपी को ही कोर्ट से रिलीफ नहीं मिला, और अब बीजेपी की महापौर प्रत्याशी को जिताने के लिए बाड़ाबंदी की गई. कांग्रेस ने तो बीजेपी पार्षदों को संरक्षण देने के लिए बाड़ेबंदी की है.

उन्होंने कहा कि जो भी बीजेपी पार्षद स्वाभिमानी है, जिसका पार्टी में अपमान हुआ है. एमएलए या बीजेपी पदाधिकारियों ने अपमान किया है, वो अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर कांग्रेस को वोट करेगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि बीजेपी के वोट उन्हें जरूर मिलेंगे, लेकिन कितने मिलेंगे ये गुरुवार को ही पता लगेगा. कांग्रेस का पूरा प्रयास है कि चुनाव जीते. चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस पार्षदों ने संपर्क किया है. कोशिश कर रहे हैं आज भी संपर्क किया जाएगा. नंबर गेम कम है, लेकिन प्रयास पूरा किया जाएगा.

पढ़ें. महापौर उपचुनाव: बीजेपी से रश्मि सैनी तो कांग्रेस ने हेमा सिंघानिया पर लगाया दांव

बीजेपी खुद से डर रही है : खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी को कांग्रेस से डर नहीं है, बीजेपी को खुद के कर्मों से डर है. क्योंकि बीजेपी के नेताओं का जो व्यवहार है, उससे बीजेपी के पार्षद में आक्रोश है. इस वजह से उसका फायदा निश्चित रूप से कांग्रेस को मिलेगा. जो भी बीजेपी का पार्षद कांग्रेसी खेमे में आएगा, उसका एहसान भी मानेंगे, सम्मान भी करेंगे और काम भी करेंगे.

मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी को खुद के पार्षदों पर भरोसा नहीं है. इसलिए वो कोशिश कर रही है कि कांग्रेस पार्षदों का समर्थन मिल जाए. हमारी रणनीति ऐसी है कि पता चल जाएगा कि कांग्रेस को कौन वोट कर रहा है, नहीं कर रहा. उन्होंने विष्णु लाटा प्रकरण का जिक्र करते हुए कहा कि पिछली बार बीजेपी का बोर्ड गिराया था. तब एक वोट से जीत दर्ज की थी, जबकि गैप बहुत लंबा था. उन्होंने इसे धर्म का काम बताते हुए कहा कि पहले भी ये काम उन्होंने किया है. तब भी कोई नहीं मान रहा था. लेकिन जब रिजल्ट आया तो लोग आश्चर्य कर रहे थे. इस बार भी बीजेपी की बाजी जब पलटेगी तब पता चल जाएगा.

इसे भी पढ़ें - नगर निगम चुनाव: महापौर उपचुनाव में खिलाफत करने वालों को नहीं मिलेगा टिकट: सतीश पूनिया

उन्होंने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि नंबर गेम में तो बीजेपी की जीत हो रही है. कांग्रेस के पास तो संख्या ही नहीं है, आज की परिस्थिति में तो वो जीते ही पड़े हैं. लेकिन फिर भी उन्हें बाड़ेबंदी की जरूरत पड़ी. बीजेपी कार्यालय में भी पार्षदों को हाथ लगाकर रोक रहे हैं. उनके बच्चे रो रहे हैं, ये डेमोक्रेसी है क्या? कांग्रेस में कम से कम इतना झंझट नहीं है. आज की स्थिति में बीजेपी का पलड़ा भारी है, लेकिन कल क्या होगा यह भगवान जानता है. आखिर में उन्होंने बीजेपी की ओर से उठाए गए हेरिटेज निगम के बोर्ड को संभालने के सवाल पर कहा कि कांग्रेस बोर्ड संभला हुआ है. जहां तक समितियां बनाने का विषय है, वो भी बना देंगे, वो उन्हीं के हाथ में है.

ग्रेटर नगर निगम का गणित :

  • बीजेपी पार्षद - 85
  • कांग्रेस पार्षद - 49
  • निर्दलीय पार्षद - 12
  • रिक्त - 4

मेयर बनने के लिए 74 वोट की जरूरत, बीजेपी ने लगाए आरोपः उधर, बुधवार को बीजेपी का कुनबा बढ़ा है. सांगानेर विधानसभा से आने वाले निर्दलीय पार्षद जय वशिष्ट ने मतदान से ठीक 1 दिन पहले बीजेपी के प्रशिक्षण शिविर में पहुंचकर बीजेपी ज्वाइन की. हालांकि बीजेपी ने कांग्रेस पर पार्षदों की खरीद-फरोख्त करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस धनबल के आधार पर खरीद-फरोख्त करने की कोशिश कर रही है. प्रशासन से इसकी शिकायत भी की जाएगी. कांग्रेस की ओर से बीजेपी पार्षदों को फोन कर प्रलोभन दिया जा रहा है. लेकिन पार्टी के कार्यकर्ता मजबूत हैं और उन्होंने कांग्रेस की तरफ से आए फोन की जानकारी भी बीजेपी पदाधिकारियों को दी है.

जयपुर. ग्रेटर नगर निगम को गुरुवार को अपना नया महापौर मिल जाएगा. महापौर के उपचुनाव को लेकर (Greater Nigam Mayor Election) बुधवार को मत पेटियां निगम मुख्यालय पहुंची. गुरुवार सुबह 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक मतदान होगा. जिसमें 146 पार्षद वोट डालकर महापौर चुनेंगे. इस बीच कांग्रेस ने कहा कि नंबर गेम में बीजेपी का पलड़ा भारी है. वहीं, बीजेपी ने कांग्रेस पर पार्षदों को फोन कर खरीद-फरोख्त करने की कोशिश का आरोप लगाया.

चुनाव के लिए हॉर्टिकल्चर विभाग के आयुक्त चेतन राम देवड़ा और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की आयुक्त अनुप्रेरणा सिंह कुंतल को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था. ग्रेटर नगर निगम में महापौर की कुर्सी पर कौन बैठेगा, इसका फैसला गुरुवार को हो जाएगा. इससे पहले बीजेपी और कांग्रेस के नेता अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. लेकिन बीजेपी की बाड़ाबंदी ने कांग्रेस के क्रॉस वोटिंग के मंसूबों पर कुछ हद तक पानी जरूर फेरा है. यही वजह है कि अब कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास चुनाव से ठीक पहले बीजेपी का नंबर गेम ज्यादा होने की बात कहते दिखे.

ग्रेटर निगम महापौर उपचुनाव

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चुनाव के लिए बीजेपी जिम्मेदार : बुधवार को कांग्रेस की बाड़ाबंदी में पहुंचे (Greater Nigam Mayor By Election Voting) खाचरियावास ने कहा कि चुनाव होता है तो कांग्रेस और बीजेपी दोनों दावा करती है. बीजेपी के पास नंबर गेम है. कांग्रेस के पास खुद के चुने हुए 49 पार्षद और 4 कांग्रेस समर्थित निर्दलीय पार्षद हैं. ग्रेटर नगर निगम का चुनाव बीजेपी की मेयर की ओर से उपजे विवाद की वजह से हो रहा है. चुनाव के लिए बीजेपी जिम्मेदार है. कांग्रेस को चुनाव कराने का शौक नहीं है. बीजेपी के घर में ही सारा झगड़ा हुआ. उन्होंने कहा कि बीजेपी में ही विवाद हुए. बीजेपी को ही कोर्ट से रिलीफ नहीं मिला, और अब बीजेपी की महापौर प्रत्याशी को जिताने के लिए बाड़ाबंदी की गई. कांग्रेस ने तो बीजेपी पार्षदों को संरक्षण देने के लिए बाड़ेबंदी की है.

उन्होंने कहा कि जो भी बीजेपी पार्षद स्वाभिमानी है, जिसका पार्टी में अपमान हुआ है. एमएलए या बीजेपी पदाधिकारियों ने अपमान किया है, वो अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर कांग्रेस को वोट करेगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि बीजेपी के वोट उन्हें जरूर मिलेंगे, लेकिन कितने मिलेंगे ये गुरुवार को ही पता लगेगा. कांग्रेस का पूरा प्रयास है कि चुनाव जीते. चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस पार्षदों ने संपर्क किया है. कोशिश कर रहे हैं आज भी संपर्क किया जाएगा. नंबर गेम कम है, लेकिन प्रयास पूरा किया जाएगा.

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बीजेपी खुद से डर रही है : खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी को कांग्रेस से डर नहीं है, बीजेपी को खुद के कर्मों से डर है. क्योंकि बीजेपी के नेताओं का जो व्यवहार है, उससे बीजेपी के पार्षद में आक्रोश है. इस वजह से उसका फायदा निश्चित रूप से कांग्रेस को मिलेगा. जो भी बीजेपी का पार्षद कांग्रेसी खेमे में आएगा, उसका एहसान भी मानेंगे, सम्मान भी करेंगे और काम भी करेंगे.

मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी को खुद के पार्षदों पर भरोसा नहीं है. इसलिए वो कोशिश कर रही है कि कांग्रेस पार्षदों का समर्थन मिल जाए. हमारी रणनीति ऐसी है कि पता चल जाएगा कि कांग्रेस को कौन वोट कर रहा है, नहीं कर रहा. उन्होंने विष्णु लाटा प्रकरण का जिक्र करते हुए कहा कि पिछली बार बीजेपी का बोर्ड गिराया था. तब एक वोट से जीत दर्ज की थी, जबकि गैप बहुत लंबा था. उन्होंने इसे धर्म का काम बताते हुए कहा कि पहले भी ये काम उन्होंने किया है. तब भी कोई नहीं मान रहा था. लेकिन जब रिजल्ट आया तो लोग आश्चर्य कर रहे थे. इस बार भी बीजेपी की बाजी जब पलटेगी तब पता चल जाएगा.

इसे भी पढ़ें - नगर निगम चुनाव: महापौर उपचुनाव में खिलाफत करने वालों को नहीं मिलेगा टिकट: सतीश पूनिया

उन्होंने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि नंबर गेम में तो बीजेपी की जीत हो रही है. कांग्रेस के पास तो संख्या ही नहीं है, आज की परिस्थिति में तो वो जीते ही पड़े हैं. लेकिन फिर भी उन्हें बाड़ेबंदी की जरूरत पड़ी. बीजेपी कार्यालय में भी पार्षदों को हाथ लगाकर रोक रहे हैं. उनके बच्चे रो रहे हैं, ये डेमोक्रेसी है क्या? कांग्रेस में कम से कम इतना झंझट नहीं है. आज की स्थिति में बीजेपी का पलड़ा भारी है, लेकिन कल क्या होगा यह भगवान जानता है. आखिर में उन्होंने बीजेपी की ओर से उठाए गए हेरिटेज निगम के बोर्ड को संभालने के सवाल पर कहा कि कांग्रेस बोर्ड संभला हुआ है. जहां तक समितियां बनाने का विषय है, वो भी बना देंगे, वो उन्हीं के हाथ में है.

ग्रेटर नगर निगम का गणित :

  • बीजेपी पार्षद - 85
  • कांग्रेस पार्षद - 49
  • निर्दलीय पार्षद - 12
  • रिक्त - 4

मेयर बनने के लिए 74 वोट की जरूरत, बीजेपी ने लगाए आरोपः उधर, बुधवार को बीजेपी का कुनबा बढ़ा है. सांगानेर विधानसभा से आने वाले निर्दलीय पार्षद जय वशिष्ट ने मतदान से ठीक 1 दिन पहले बीजेपी के प्रशिक्षण शिविर में पहुंचकर बीजेपी ज्वाइन की. हालांकि बीजेपी ने कांग्रेस पर पार्षदों की खरीद-फरोख्त करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस धनबल के आधार पर खरीद-फरोख्त करने की कोशिश कर रही है. प्रशासन से इसकी शिकायत भी की जाएगी. कांग्रेस की ओर से बीजेपी पार्षदों को फोन कर प्रलोभन दिया जा रहा है. लेकिन पार्टी के कार्यकर्ता मजबूत हैं और उन्होंने कांग्रेस की तरफ से आए फोन की जानकारी भी बीजेपी पदाधिकारियों को दी है.

Last Updated : Nov 9, 2022, 11:56 PM IST
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