जयपुर. जयपुर ग्रेटर नगर निगम में महापौर उपचुनाव (Mayor by election) के नामांकन के आखिरी दिन शुक्रवार को घमासान से हालात देखने को मिले. यह सूरत-ए-हाल किसी एक पार्टी का नहीं, बल्कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों में रहा, लेकिन दोपहर बाद दोनों ही पार्टियों ने अपने-अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी. बीजेपी ने विद्युत समिति 'ए' की चेयरमैन व वार्ड 12 से पार्षद रश्मि सैनी को अपना (Councilor Rashmi Saini) उम्मीदवार बनाया है. वहीं, कांग्रेस ने वार्ड 74 की मौजूदा पार्षद हेमा सिंघानिया (Councilor Hema Singhania) को मैदान में उतारा है. हालांकि, दोनों ही पार्टियों में एक से अधिक दावेदार होने के कारण नामों की घोषणा बड़ी चुनौती रही.
बात अगर बीजेपी की करें तो संभावित नामों को लेकर प्रदेश पार्टी मुख्यालय में विधायक व पूर्व विधायकों की मौजूदगी में बैठक का सिलसिला चला. जिसके बाद रश्मि सैनी के नाम को फाइनल किया गया. बैठक में विधायक कालीचरण सराफ, अशोक लाहोटी, नरपत सिंह राजवी, पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत, पूर्व विधायक कैलाश वर्मा समेत अन्य मौजूद रहे. वहीं, इससे पहले निगम की कार्यवाहक महापौर रही शील धाबाई ने बीजेपी मुख्यालय पहुंचकर नाराजगी जाहिर की और कहा कि पिछली बार की तरह वे फिर से कमरे में बंद नहीं होंगी.
इसे भी पढ़ें - नगर निगम चुनाव: महापौर उपचुनाव में खिलाफत करने वालों को नहीं मिलेगा टिकट: सतीश पूनिया
बीजेपी के पास नगर निगम में महापौर बनाने को बहुमत है. ऐसे में बीजेपी कोई भी ऐसी गलती नहीं करना चाहती थी कि जिससे कि 2019 का इतिहास फिर से रिपीट हो. यही वजह रही कि बीजेपी ने पहले ही अपने पार्षदों की बाड़ी बंदी कर दी थी. साथ ही लगातार उनकी पसंद और नापसंद पर बातचीत जारी रही. शुक्रवार सुबह से ही प्रदेश बीजेपी मुख्यालय में बैठकों का दौर जारी रहा. जिसमें संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, विधायक और प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा सहित प्रमुख नेता शामिल हुए.
इधर, नाम पर जारी घमासान के बीच संभावित दावेदारों को प्रदेश मुख्यालय बुलाया गया था. जिसमें सुखप्रीत बंसल, कविता कटिहार, रश्मि सैनी, भारती लखियानी और शील धाभाई शामिल थी. वहीं, जिन चार नामों की दावेदारी रखी जा रही थी, उनमें सुखप्रीत बंसल के नाम पर मजबूत दावेदारी बताई जा रही थी. सुखप्रीत बंसल का नाम सामने आने के साथ ही कार्यवाहक महापौर शील धाभाई नाराज हो गई और वह बीजेपी मुख्यालय पहुंच अपनी नाराजगी जाहिर की.