जयपुर. 22 जनवरी तक जयपुर को ओपन कचरा डिपो फ्री बनाने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए रामोत्सव मनाने की तैयारी की जा रही है. रामोत्सव के तहत अगले 21 दिन तक शहर के सार्वजनिक स्थल, धार्मिक स्थल और महापुरुषों के स्मारकों पर साफ सफाई की जाएगी. वहीं 22 जनवरी को 5 लाख गोमयी दीपकों से छोटी काशी को सजाते हुए अयोध्या जैसा आभास कराया जाएगा.
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा आयोजन से पहले जयपुर में 21 दिन तक रामोत्सव मनाने की तैयारी की जा रही है. इसके तहत महापौर सौम्या गुर्जर ने नव वर्ष के पहले दिन सभी अधिकारी, कर्मचारी और दिन प्रतिनिधियों के साथ रामोत्सव की रूपरेखा पर चर्चा की. उन्होंने बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में रामलला अपने मंदिर में विराजेंगे, ये सौभाग्य का विषय है. इसी को मद्देनजर रखते हुए जयपुर में रामोत्सव की शुरुआत की जा रही है. जिसके तहत 2 जनवरी को सबसे पहले शहर में महापुरुषों की मूर्तियों की सफाई की जाएगी. उन्हें याद करते हुए नमन किया जाएगा कि उन्होंने इतने सुंदर देश के लिए अपना योगदान दिया.
22 जनवरी को दीपावली जैसा त्यौहार : 3 जनवरी को धार्मिक स्थलों की साफ-सफाई की जाएगी. स्वच्छता की ओर बढ़ते हुए 5 जनवरी को सार्वजनिक स्थलों पर साफ सफाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के आह्वान पर 22 जनवरी को दीपावली जैसा त्यौहार मनाया जाएगा. 5 लाख गोमयी दीपकों से जयपुर शहर के सभी मंदिरों और चौराहों को जगमगाया जाएगा, अस्थाई रोशनी भी की जाएगी. जयपुर में भी अयोध्या सा देखने को मिलेगा. भजन कीर्तन, रामचरितमानस, सुंदरकांड और हनुमान चालीसा के पाठ होंगे. ये दौर पूरे 21 दिन चलेगा. 22 जनवरी से पहले ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र को पूरी तरह ओपन कचरा डिपो रहित किया जाएगा. उन्होंने शहर की आम जनता को भी रामोत्सव से जुड़ने की अपील की.
बता दें कि 5 से 7 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह सहित सभी सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुख जयपुर में मौजूद रहेंगे. महापौर ने कहा कि अतिथि जब भी आते हैं तो सबसे पहले शहर की स्वच्छता को देखते हैं. इसको मद्देनजर रखते हुए स्वच्छता के साथ-साथ जो भी जिम्मेदारी निगम को सौंपी गई है, उन्हें पूरा किया जाएगा.