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जयपुर में नि:शुल्क वरिष्ठजन स्वास्थ्य चेतना शिविर का आयोजन - Jaipur news

जयपुर में आमतौर पर देखा जाता है कि वृद्धावस्था में वृद्धजनों के अंदर याददाश्त को लेकर कई बार परेशानी आती है. इसी को लेकर राजधानी के सिविल लाइंस स्थित एक निजी अस्पताल में नि:शुल्क वरिष्ठजन स्वास्थ्य चेतना शिविर का आयोजन किया गया.

वरिष्ठजन स्वास्थ्य चेतना शिविर,Senior Citizen Health Conscious Camp
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Published : Sep 16, 2019, 12:17 AM IST

जयपुर. वृद्धावस्था में वृद्धजनों के अंदर याददाश्त को लेकर कई बार परेशानी आती है. इस ही समस्या को देखते हुए सिविल लाइंस स्थित एक निजी अस्पताल में निशुल्क वरिष्ठजन स्वास्थ्य चेतना शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें वृद्धजनों ने निशुल्क चिकित्सा सेवाओं का लाभ उठाया. शिविर में हृदय की बीमारियां डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, दंत रोग, कान- नाक -गला परीक्षण, स्त्री रोग, अस्थि रोग, कार्डियोलॉजी परीक्षण, स्मरण शक्ति का कमजोर होना और अवसाद जैसी समस्याओं से ग्रसित लोग पहुंचे. जिनका शिविर में निशुल्क इलाज किया गया.

वरिष्ठजन स्वास्थ्य चेतना शिविर का आयोजन

वहीं याददाश्त से संबंधित समस्या 75 फीसदी और डिप्रेशन 42 फीसदी लोगों में पाया गए. 60 वर्ष की उम्र पार करने के बाद तीन चौथाई लोगों में स्मरण शक्ति की समस्या होती है और आधे लोगों में अवसाद की समस्या पाई जाती है. डॉक्टर मनस्वी गौतम ने बताया कि बुजुर्गों में अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है. शिविर में मानसिक समस्या से संबंधित स्क्रीनिंग भी की गई.

पढ़ें- क, ख, ग, घ, 'मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए

डॉक्टर्स की टीम ने प्राइमरी फोकस मानसिक स्वास्थ्य पर किया. यहां सिर्फ हाइपरटेंशन और साइकोलॉजी, मेमोरी रिलेटेड समस्याओं का ही समाधान नहीं बल्कि मरीजों के ईएनटी, नेत्र, स्त्री रोग, अस्थि रोग, दांतों का परीक्षण, आहार से संबंधित समस्याओं का उपचार और निदान भी किया.

जयपुर. वृद्धावस्था में वृद्धजनों के अंदर याददाश्त को लेकर कई बार परेशानी आती है. इस ही समस्या को देखते हुए सिविल लाइंस स्थित एक निजी अस्पताल में निशुल्क वरिष्ठजन स्वास्थ्य चेतना शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें वृद्धजनों ने निशुल्क चिकित्सा सेवाओं का लाभ उठाया. शिविर में हृदय की बीमारियां डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, दंत रोग, कान- नाक -गला परीक्षण, स्त्री रोग, अस्थि रोग, कार्डियोलॉजी परीक्षण, स्मरण शक्ति का कमजोर होना और अवसाद जैसी समस्याओं से ग्रसित लोग पहुंचे. जिनका शिविर में निशुल्क इलाज किया गया.

वरिष्ठजन स्वास्थ्य चेतना शिविर का आयोजन

वहीं याददाश्त से संबंधित समस्या 75 फीसदी और डिप्रेशन 42 फीसदी लोगों में पाया गए. 60 वर्ष की उम्र पार करने के बाद तीन चौथाई लोगों में स्मरण शक्ति की समस्या होती है और आधे लोगों में अवसाद की समस्या पाई जाती है. डॉक्टर मनस्वी गौतम ने बताया कि बुजुर्गों में अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है. शिविर में मानसिक समस्या से संबंधित स्क्रीनिंग भी की गई.

पढ़ें- क, ख, ग, घ, 'मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए

डॉक्टर्स की टीम ने प्राइमरी फोकस मानसिक स्वास्थ्य पर किया. यहां सिर्फ हाइपरटेंशन और साइकोलॉजी, मेमोरी रिलेटेड समस्याओं का ही समाधान नहीं बल्कि मरीजों के ईएनटी, नेत्र, स्त्री रोग, अस्थि रोग, दांतों का परीक्षण, आहार से संबंधित समस्याओं का उपचार और निदान भी किया.

Intro:जयपुर एंकर- आमतौर पर देखा जाता है कि वृद्धावस्था में वृद्धजनो के अंदर याददाश्त को लेकर कई बार परेशानी आती है। और बार-बार भूलने की बीमारी देखने को मिलती है। इसी को लेकर राजधानी जयपुर के सिविल लाइंस स्थित एक निजी अस्पताल में निशुल्क वरिष्ठजन स्वास्थ्य चेतना शिविर का आयोजन किया गया।


Body:कहा जाता है कि 60 के बाद आदमी सठिया जाता है या सीधे शब्दों में कहें तो उसे भूलने की बीमारी हो जाती है। इसी के इलाज के लिए शिविर में पहुंचकर वृद्ध जनों ने निशुल्क चिकित्सा सेवाओ का लाभ उठाया। शिविर में हृदय की बीमारियां डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, दंत रोग, कान- नाक -गला परीक्षण, स्त्री रोग, अस्थि रोग, कार्डियोलॉजी परीक्षण, स्मरण शक्ति का कमजोर होना और अवसाद जैसी समस्याओं से ग्रसित लोग पहुंचे। जिनका शिविर में निशुल्क इलाज किया गया। शिविर में दूर-दूर से पहुंचे वरिष्ठजनों ने चिकित्सा सेवाओं का लाभ उठाया। याददाश्त से संबंधित समस्या 75 फ़ीसदी और डिप्रेशन 42 फ़ीसदी लोगों में पाया गया। 60 वर्ष की उम्र पार करने के बाद तीन चौथाई लोगों में स्मरण शक्ति की समस्या होती है और आधे लोगों में अवसाद की समस्या पाई जाती। डॉक्टर मनस्वी गौतम ने बताया कि बुजुर्गों में अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है। शिविर में मानसिक समस्या से संबंधित स्क्रीनिंग भी की गई। डॉक्टर्स की टीम ने प्राइमरी फोकस मानसिक स्वास्थ्य पर किया। यहां सिर्फ हाइपरटेंशन और साइकोलॉजी, मेमोरी रिलेटेड समस्याओं का ही समाधान नहीं बल्कि मरीजों के ईएनटी, नेत्र, स्त्री रोग, अस्थि रोग, दांतों का परीक्षण, आहार से संबंधित समस्याओं का उपचार और निदान भी किया। उन्होंने कहा कि भूलने की बीमारी को दूर करने के लिए सबसे एकाग्रता जरूरी है। एक समय पर एक ही काम में ध्यान देना चाहिए। दिमाग एक बार मे ज्यादा कामो पर डायवर्ट नहीं हो। वही डॉक्टर राज्यश्री गौतम ने वरिष्ठ नागरिकजनों को स्वास्थ्य कार्ड दिया ताकि उनमें स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता आ सके। बाईट- डॉक्टर मनस्वी गौतम, मनोचिकित्सक


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