जयपुर. राजधानी जयपुर के सिंधी कैंप थाना पुलिस ने बसों में यात्रियों की नकदी और जेवरात चुराने वाले गिरोह का पर्दाफाश करने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने सोमवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से 7 लाख रुपये कीमत के जेवरात बरामद किए गए हैं. पुलिस ने आरोपी मोहम्मद जावेद, नरेंद्र उर्फ भूरा और शाहिद को गिरफ्तार किया है. आरोपियों से अन्य वारदातों का भी खुलासा होने की संभावना है.
12 तोला सोने के गहने थेः डीसीपी वेस्ट वंदिता राणा के मुताबिक 25 मई को पीड़ित नाथूराम ने सिंधी कैंप थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. जिसमें लिखा था कि वह अपने परिवार समेत मूल गांव बिलाड़ा जोधपुर जाने के लिए सिंधी कैंप बस स्टैंड पर बस में चढ़ने लगा, तो चार-पांच लोग उस बस में चढ़कर सूटकेस का ताला खोलकर उसमें रखे लाखों की ज्वेलरी का पर्स चुरा ले गए. जिसमें करीब 12-13 तोला सोने के गहने थे. पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट पर मामला दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू की.
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पुलिस ने किया स्पेशन टीम का गठनः मामले की गंभीरता को देखते हुए एडिशनल डीसीपी वेस्ट रामसिंह शेखावत के निर्देशन में सिंधी कैंप थाना अधिकारी जयमल सिंह के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया. पुलिस की टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी सहायता के आधार पर आरोपियों की तलाश की गई. जयपुर शहर में आरोपियों के हुलिए के आधार पर और तकनीकी सहयोग से विभिन्न स्थानों पर तलाशी करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपियों के कब्जे से 7 लाख रुपये कीमत के जेवरात बरामद कर लिया गया है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है. पूछताछ के दौरान अन्य वारदातों का भी खुलासा होने की संभावना है.
वारदात का तरीकाः पुलिस के मुताबिक लॉक किए हुए सूटकेस और बैग समेत बस में बैठ रही महिलाओं का पीछा करते हुए गिरोह के पांच-छह साथियों के साथ मिलकर बस में सवार हो जाते थे. बस में भीड़ जैसा माहौल बनाते हुए यात्रियों और उनके सामान के बीच खड़े होकर मौका पाते ही मास्टर चाबी या पेचकस से सूटकेस का ताला तोड़कर नकदी और जेवरात चोरी करके एक-एक करके बस से उतर कर फरार हो जाते थे.