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शांति धारिवाल ने स्मार्ट सिटी में पार्किंग, फसाड़ वर्क और बरामदों को लेकर दिए निर्देश

जयपुर के परकोटा क्षेत्र को नो व्हीकल जोन बनाने के लिए पार्किंग एरिया डवलप किया जायेगा. साथ ही शहर में फसाड़ वर्क को एक समान करने और बरामदों की मरम्मत करने जैसे कामों की डीपीआर भी तैयार की जा रही है. मंगलवार को यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के निवास पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का रिव्यू किया गया.

स्मार्ट सिटी में पार्किंग ,Jaipur Smart City Parking
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Published : Sep 25, 2019, 1:56 AM IST

जयपुर. शहर में चल रहे स्मार्ट सिटी के काम से नाखुश चल रहे यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने अब स्मार्ट सिटी के कुछ प्रोजेक्ट्स ड्रॉप करने और कुछ नए प्रोजेक्ट जोड़ने की ओर इशारा किया है. मंगलवार को धारीवाल के निवास पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर बैठक हुई. जिसमें स्वायत्त शासन सचिव भवानी सिंह देथा, डीएलबी निदेशक उज्ज्वल सिंह राठौड़ और नगर निगम सीईओ विजय पाल सिंह मौजूद रहे.

फसाड़ वर्क और बरामदों को लेकर दिए निर्देश

इस दौरान यूडीएच मंत्री ने स्मार्ट सिटी में चल रहे प्रोजेक्ट्स का रिव्यू किया. साथ ही शहर किस तरह से स्मार्ट बन सकता है, उसके लिए क्या प्रोजेक्ट लिए जाने चाहिए, जो प्रोजेक्ट नहीं लिए गए उन्हें कैसे जोड़ा जा सकता है, इसे लेकर विचार विमर्श किया. उन्होंने बताया कि परकोटे में नो व्हीकल जोन बनाने के लिए पार्किंग उपलब्ध कराना, जहां फसाड़ वर्क बदलकर मॉडर्न फसाड़ लगा दिया है, उस पर क्या कार्रवाई हो सकती है, इसके नियम बनाए गए हैं.

पढ़ें: पीएम मोदी आज अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे

इसके अलावा बाजारों के बरामदों को ठीक कराने के लिए भी डीपीआर बनाई जा रही है. उन्होंने बताया कि कुछ ऐसे प्रोजेक्ट्स को भी रिचेक कराया जा रहा है. जिनकी डीपीआर बन चुकी है. इस दौरान यूडीएच मंत्री ने साफ किया कि जो प्रोजेक्ट शहर के लिए यूज़फुल नहीं है, जिनका स्मार्ट शब्द से कोई लेना देना नहीं है, जो पब्लिक की डिमांड के नहीं है, और ना ही पब्लिक को उनसे कोई सुविधा मिलने वाली है, उन सभी प्रोजेक्ट को स्मार्ट सिटी से हटाया जाएगा.

जयपुर. शहर में चल रहे स्मार्ट सिटी के काम से नाखुश चल रहे यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने अब स्मार्ट सिटी के कुछ प्रोजेक्ट्स ड्रॉप करने और कुछ नए प्रोजेक्ट जोड़ने की ओर इशारा किया है. मंगलवार को धारीवाल के निवास पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर बैठक हुई. जिसमें स्वायत्त शासन सचिव भवानी सिंह देथा, डीएलबी निदेशक उज्ज्वल सिंह राठौड़ और नगर निगम सीईओ विजय पाल सिंह मौजूद रहे.

फसाड़ वर्क और बरामदों को लेकर दिए निर्देश

इस दौरान यूडीएच मंत्री ने स्मार्ट सिटी में चल रहे प्रोजेक्ट्स का रिव्यू किया. साथ ही शहर किस तरह से स्मार्ट बन सकता है, उसके लिए क्या प्रोजेक्ट लिए जाने चाहिए, जो प्रोजेक्ट नहीं लिए गए उन्हें कैसे जोड़ा जा सकता है, इसे लेकर विचार विमर्श किया. उन्होंने बताया कि परकोटे में नो व्हीकल जोन बनाने के लिए पार्किंग उपलब्ध कराना, जहां फसाड़ वर्क बदलकर मॉडर्न फसाड़ लगा दिया है, उस पर क्या कार्रवाई हो सकती है, इसके नियम बनाए गए हैं.

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इसके अलावा बाजारों के बरामदों को ठीक कराने के लिए भी डीपीआर बनाई जा रही है. उन्होंने बताया कि कुछ ऐसे प्रोजेक्ट्स को भी रिचेक कराया जा रहा है. जिनकी डीपीआर बन चुकी है. इस दौरान यूडीएच मंत्री ने साफ किया कि जो प्रोजेक्ट शहर के लिए यूज़फुल नहीं है, जिनका स्मार्ट शब्द से कोई लेना देना नहीं है, जो पब्लिक की डिमांड के नहीं है, और ना ही पब्लिक को उनसे कोई सुविधा मिलने वाली है, उन सभी प्रोजेक्ट को स्मार्ट सिटी से हटाया जाएगा.

Intro:जयपुर - जयपुर के परकोटा क्षेत्र को नो व्हीकल जोन बनाने के लिए पार्किंग एरिया डवलप किया जायेगा। साथ ही शहर में फसाड़ वर्क को एक समान करने और बरामदों की मरम्मत करने जैसे कामों की डीपीआर भी तैयार की जा रही है। आज यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के निवास पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का रिव्यू किया गया। जिसमें यूडीएच मंत्री ने परकोटा क्षेत्र को स्मार्ट बनाने को लेकर विचार विमर्श किया।


Body:जयपुर में चल रहे स्मार्ट सिटी के काम से नाखुश चल रहे यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने अब स्मार्ट सिटी के कुछ प्रोजेक्ट्स ड्रॉप करने, और कुछ नए प्रोजेक्ट जोड़ने की ओर इशारा किया है। आज धारीवाल के निवास पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर बैठक हुई। जिसमें स्वायत्त शासन सचिव भवानी सिंह देथा, डीएलबी निदेशक उज्ज्वल सिंह राठौड़ और नगर निगम सीईओ विजय पाल सिंह मौजूद रहे। इस दौरान यूडीएच मंत्री ने स्मार्ट सिटी में चल रहे प्रोजेक्ट्स का रिव्यू किया। साथ ही शहर किस तरह से स्मार्ट बन सकता है, उसके लिए क्या प्रोजेक्ट लिए जाने चाहिए, जो प्रोजेक्ट नहीं लिए गए उन्हें कैसे जोड़ा जा सकता है, इसे लेकर विचार विमर्श किया। उन्होंने बताया कि परकोटे में नो व्हीकल जोन बनाने के लिए पार्किंग उपलब्ध कराना, जहां फसाड़ वर्क बदलकर मॉडर्न फसाड़ लगा दिया है, उस पर क्या कार्रवाई हो सकती है, इसके नियम बनाए गए हैं। इसके अलावा बाजारों के बरामदों को ठीक कराने के लिए भी डीपीआर बनाई जा रही है। उन्होंने बताया कि कुछ ऐसे प्रोजेक्ट्स को भी रिचेक कराया जा रहा है जिनकी डीपीआर बन चुकी है। इस दौरान यूडीएच मंत्री ने साफ किया कि जो प्रोजेक्ट शहर के लिए यूज़फुल नहीं है, जिनका स्मार्ट शब्द से कोई लेना देना नहीं है, जो पब्लिक की डिमांड के नहीं है, और ना ही पब्लिक को उनसे कोई सुविधा मिलने वाली है, उन सभी प्रोजेक्ट को स्मार्ट सिटी से हटाया जाएगा।
बाईट - शांति धारीवाल, यूडीएच मंत्री


Conclusion:इससे पहले यूडीएच मंत्री कोटा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का रिव्यू चुके हैं। और अब जयपुर स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट में भी बदलाव किए जा रहे है। ऐसे में संभव है कि जल्द स्मार्ट सिटी के तहत शहर के नजरिए से कुछ नए प्रोजेक्ट्स देखने को मिले।
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